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महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय करौंदी ब्रह्मस्थान मध्यप्रदेश में सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड के साथ जल जागरूकता पर ...
25/09/2025

महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय करौंदी ब्रह्मस्थान मध्यप्रदेश में सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड के साथ जल जागरूकता पर स्थानीय कृषकों, महिलाओं और युवाओं के लिए प्रशिक्षण का सफल आयोजन किया गया. सभी प्रतिभागियों ने इस आयोजन की सराहना की और आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों से अनुरोध किया. Maharishi Mahesh Yogi Vedic University, Karaundi, Brahmasthan, Madhya Pradesh, in collaboration with the Central Ground Water Board, successfully organized a training program on water awareness for local farmers, women, and youth. All participants appreciated the event and requested university officials to organize similar training programs in the future also.

Navaratri Durga Ji Sthapna MBRMaharishi World Peace Assembly is inaugurated today at Maharishi Bliss Residency, Bhopal. ...
23/09/2025

Navaratri Durga Ji Sthapna MBR
Maharishi World Peace Assembly is inaugurated today at Maharishi Bliss Residency, Bhopal. 85 participants are present. Durga Ji, Lakshmi Ji, Saraswati Ji, Ganapati Ji, Kartikeya Ji and Shiv Ji has been installed at the campus. Chandi Yagya is also being performed by Maharishi Vedic Pundits from today. Kalash Yatra and installation ceremony took place under the auspicious presence of Prof. Bhuvnesh Sharma Ji- former Vice-Chancellor of Maharishi Mahesh Yogi Vedic Vishwavidyalaya, Shri VR Khare-Director CPR Maharishi Vidya Mandir Schools Group, Shri Ranjan Singh Patwari-National Coordinator of Consciousness based Education and Smt. Anita Bhargava-TM and TM Siddhi Administrator. All participants, faculty members and staff has also participated in Kalash Yatra and ceremony. The assembly will continue till 29th September.
महर्षि आनंद निकेतन भोपाल में शारदीय नवरात्रि में दुर्गा जी स्थापना
महर्षि विश्व शांति समागम का आज महर्षि आनंद निकेतन भोपाल में उद्घाटन हुआ। इसमें 85 प्रतिभागी उपस्थित रहे। परिसर में दुर्गा जी, लक्ष्मी जी, सरस्वती जी, गणपति जी, कार्तिकेय जी और शिव जी की अति सुंदर प्रतिमाओं की स्थापना की गई। आज से महर्षि वैदिक पंडितों द्वारा चंडी यज्ञ भी किया जा रहा है। कलश यात्रा एवं स्थापना समारोह महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. भुवनेश शर्मा जी, महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह के संचार एवं जन संपर्क निदेशक श्री वी.आर. खरे, चेतना पर आधारित शिक्षा के राष्ट्रीय समन्वयक श्री रंजन सिंह पटवारी और टीएम एवं टीएम सिद्धि प्रशासक श्रीमती अनीता भार्गव की पावन उपस्थिति में संपन्न हुआ। सभी प्रतिभागियों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों ने भी कलश यात्रा एवं समारोह में भाग लिया। यह सभा 29 सितंबर तक जारी रहेगी

Best Wishes to all of you on the auspicious of Shardiya Navratri.May Jagat Janani Maa Durga, fill everyone's life with i...
22/09/2025

Best Wishes to all of you on the auspicious of Shardiya Navratri.
May Jagat Janani Maa Durga, fill everyone's life with infinite Happiness, Joy, Good Health and Prosperity.
Jai Maa Durga, Jai Gurudev, Jai Maharishi, Brahmachari Girish.
MAHARISHI WORLD

शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व की सभी देशवासियों कोहार्दिक शुभकामनाएं।जगत जननी माँ भगवती सभी के जीवन को अनंत सुख,आनंद, उत्...
22/09/2025

शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व की सभी देशवासियों को
हार्दिक शुभकामनाएं।

जगत जननी माँ भगवती सभी के जीवन को अनंत सुख,
आनंद, उत्तम स्वास्थ्य और समृद्धि से परिपूर्ण करें।

जय माँ दुर्गा
जय गुरुदेव, जय महर्षि, ब्रह्मचारी गिरीश।
MAHARISHI WORLD

विद्या भारती मध्यक्षेत्र आध्यात्मिक शिक्षा संगोष्ठी भोपाल मेंविद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के मध्यक्षेत्र द्वा...
22/09/2025

विद्या भारती मध्यक्षेत्र आध्यात्मिक शिक्षा संगोष्ठी भोपाल में
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के मध्यक्षेत्र द्वारा 19 सितंबर 2025 को भोपाल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। चर्चा का विषय "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में शैक्षणिक संस्थानों में आध्यात्मिक शिक्षा" था। संगोष्ठी में विभिन्न शिक्षा समूहों के वरिष्ठ शिक्षाविदों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और देवी सरस्वती एवं भारत माता को पुष्प अर्पित कर हुआ। विद्या भारती के पदाधिकारियों ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। वेद विद्या मार्तण्ड ब्रह्मचारी गिरीश जी ने संगोष्ठी की अध्यक्षता की और अपना स्वागत एवं परिचयात्मक सम्बोधन दिया। ब्रह्मचारी गिरीश जी ने कहा, "यह अच्छी बात है कि सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 में कुछ आध्यात्मिक मूल्यों और कई अन्य उपयोगी नीतियों को सम्मिलित किया है। साधना के व्यावहारिक पहलू को अभी प्रस्तुत किया जाना शेष है ताकि प्रत्येक विद्यार्थिओं की चेतना जागृत हो और उन्हें चेतना की उच्च अवस्थाओं का अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षित किया जा सके, फलस्वरूप छात्रों के माध्यम से समाज को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विकसित किया जा सके, जिसके परिणामस्वरूप तनावमुक्त, शांतिपूर्ण, समृद्ध, स्वस्थ और आनंदमय व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन होगा, जिससे सतोगुणी-शुद्ध पर्यावरण भी होगा।" गिरीश जी ने आगे बताया कि सभी महर्षि शिक्षण संस्थानों में छात्र, शिक्षक और प्रशासनिक कर्मचारी योगासन, प्रतिदिन दो बार प्राणायाम और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित भावातीत ध्यान का अभ्यास करते हैं, वे नित्य सभी कक्षाओं में संस्कृत और वैदिक विज्ञान का अध्ययन भी करते हैं।
विद्या भारती के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री डी. रामकृष्ण राव ने अपने मुख्य भाषण में विद्या भारती की समस्त योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी। श्री राव ने भारतीय समाज को सद्भाव, शांति, आनंद, सफलता एवं वैश्विक नेतृत्व से परिपूर्ण बनाने के लिए इस पीढ़ी के लिए आध्यात्मिक शिक्षा एवं संस्कारों के महत्व पर बल दिया।
अनेक प्रतिभागियों ने अपने-अपने संगठनों की गतिविधियों और कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। अंत में, विद्या भारती भारत के अध्यक्ष डॉ. रवींद्र कान्हेरे जी ने पूरे दिन की चर्चा का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए संगोष्ठी का समापन किया और सभी को विभिन्न संगठनों द्वारा संचालित योजनाओं, कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों को एक-दूसरे के साथ साझा करने तथा ज्ञानवर्धन कर छात्रों और समग्र समाज को अधिकतम लाभ पहुँचाने के लिए प्रेरित किया। विद्या भारती मध्य क्षेत्र के अध्यक्ष श्री विवेक शेंडे ने संगोष्ठी का संचालन किया और सभी को उनके बहुमूल्य समय और सहभागिता के लिए धन्यवाद दिया।
Vidya Bharti Madhya Kshetra Spiritual Education Seminar at Bhopal
Vidya Bharti Akhil Bhartiya Shiksha Sansthan Madhya Kshetra has organized a Seminar on 19 Sept. 2025 at Bhopal. The topic of discussion was Spiritual Education in light of NEP 2020 in educational institutions. Senior educators of different education groups have participated in the Seminar.
The program started with Lighting the Lamp, offering flower to Devi Saraswati and Bharat Mata. Officials of Vidya Bharti have welcomed all participants. Ved Vidya Martand Brahmachari Girish Ji has presided the Seminar and has given his welcome and introductory talk. Brahmachari Girish Ji said “It’s good that now government has introduced some spiritual values in NEP 2020 and number of other useful policies. The practical aspect of spiritual practice (sadhna) is still to be introduced in order to awaken the consciousness of every student and to train students to attain higher states of consciousness and through students allow society to develop in every area of life, that will result into stress free, peaceful, prosperous, healthy and blissful individual and social life with coherent–pure atmosphere.” Girish Ji further mentioned that in all Maharishi Educational Institutions, students, teachers and administrative staff practice Yogasanas, twice daily Pranayam and scientifically validated Transcendental Meditation, they study Sanskrit and Vedic Science in all classes.”
Shri D. Ramakrishna Rao, Senior Vice-President of Vidya Bharti has given his key note address informing all plans and programmes of Vidya Bharti. Shri Rao has emphasized on importance of spiritual education and Sanskaras to this generation in order to have Indian society full of harmony, peace, joy, success and global leadership.
Number of participants have shared information of the activities and programmes of their organisations. At the end Dr. Ravindra Kanhere Ji, President of Vidya Bharati India has concluded the seminar with brief of all day discussions and inspired everyone to share the plans, programmes and courses being offered by different organisations with each other and enrich the knowledge to provide maximum benefit to students and society as a whole. Shri Vivek Shende, President of Vidya Bharti Madhya Kshetra has conducted the seminar and thanked all for their valuable time and participation.

21 सितम्बर 2025 अंतर्राष्ट्रीय विश्व शांति दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।"यदि विश्व में शांति स्थापित करनी है, तो...
21/09/2025

21 सितम्बर 2025 अंतर्राष्ट्रीय विश्व शांति दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।

"यदि विश्व में शांति स्थापित करनी है, तो सर्वप्रथम स्वयं (व्यक्ति) में शांति स्थापित करनी होगी। भावातीत ध्यान प्रत्यक्ष रूप से व्यक्ति के जीवन में शांति लाता है।"
- महर्षि महेश योगी जी

जय गुरुदेव, जय महर्षि, ब्रह्मचारी गिरीश
MAHARISHI WORLD

विश्व शांति दिवस: आत्मचेतना में शांति आवश्यक: ब्रह्मचारी गिरीश जी                     विश्व शांति दिवस के एक दिन पूर्व आ...
21/09/2025

विश्व शांति दिवस: आत्मचेतना में शांति आवश्यक: ब्रह्मचारी गिरीश जी
विश्व शांति दिवस के एक दिन पूर्व आज महर्षि संस्थान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महर्षि शैक्षणिक संस्थान समूह के अध्यक्ष वेद विद्या मार्तंड ब्रह्मचारी गिरीश जी ने कहा कि जब तक एवं व्यक्तियों की आत्मचेतना में शांति नहीं है तब तक राष्ट्रों में और विश्व में शांति कैसे हो सकती है। आज हमें आध्यात्मिक शांति, आधिदैविक शांति एवं आधिभौतिक शांति की अत्यंत आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि महर्षि महेश योगी जी ने 124 राष्ट्रों में जाकर वेद विज्ञान के सिद्धांतों और प्रयोगों के आधार पर विश्व शांति की अलख जलाई थी। इसके लिए उन्होंने 8,000 से अधिक यात्राएं की थीं जिसके परिणाम स्वरुप कई शीत युद्ध समाप्त हुए और अनेकों राष्ट्रों के बीच सम्बन्धों में सुधार हुआ। महर्षि जी के प्रयासों से न केवल शीत युद्ध समाप्त हुए बल्कि कई राष्ट्रों को एक मंच पर लाने में सफलता भी मिली थी।
ब्रह्मचारी गिरीश जी ने आगे कहा कहा कि “महर्षि जी ने हमको बरसों पूर्व एक ही चीज सिखाई है "काल करे सो आज कर" इसलिए हम एक दिन पूर्व यह दिवस मना रहे हैं। आज हम 80 वां विश्व शांति दिवस मना रहे हैं। महर्षि जी ने शांति पाठ के साथ ही शांति का मार्ग प्रशस्त कर दिया था इसलिए महर्षि संस्थान और यहां पर चारों ओर हर जगह शांति है। हमारा शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना हुआ है और हम शांति पाठ में वायु, वनस्पति तक को शामिल करते हैं। हमारे वैदिक व्यवस्था में पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु सभी का सूक्त हैं। हम तीनों शांति और पांच तत्वों की शांति के लिए कार्य करते हैं। जैसे प्रत्येक वृक्ष की जड़ें सुदृढ़ होना आवश्यक है उसी तरह शांति का बटवृक्ष इतना दृढ़ होना चाहिए कि कभी भी पूरे विश्व में अशांति अथवा भूचाल आ जाने के बाद भी अशांति निर्मित ना हो सके। हम जिस शांति की बात करते हैं वह केवल सकारात्मकता से संभव है, पश्चिम की संस्कृति नकारात्मकता पर आधारित है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि अभी तक पूरे विश्व में 3,000 से अधिक संधियां विश्व शांति के लिए हो चुकी हैं, किन्तु वे सब टूट चुकी हैं, या अप्रभावी हो चुकी हैं, विभिन्न राष्ट्रों के बीच में शांति नहीं है। आवश्यकता है हम सब को मिलकर अशांति के अंधकार को प्रकाश का उदय करके मिटाना है।
महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय के पूर्व कुलगुरु प्रो. भुवनेश शर्मा ने कहा कि हमारे शांति पाठ से ही विश्व शांति प्रारंभ हो जाती है। संयुक्त राष्ट्र ने इस वर्ष सतत विकास को थीम वाक्य चुना है। हमारा मानना है कि सतत विकास का लक्ष्य वैदिक ज्ञान से हासिल किया जा सकता है क्योंकि वैदिक ज्ञान से कहीं कोई हानि नहीं होती है। इसलिए हम जड़ों को सींच रहे हैं ताकि पूरी दुनिया में विश्व शांति का मार्ग प्रशस्त हो सके। प्रोफेसर शर्मा का कहना था कि सृष्टि के संचालन में सतोगुण, रजोगुण, तमोगुण तीनों की महत्ता है लेकिन इनकी मात्रा में समन्वय और संतुलन बहुत आवश्यक है, इसलिए हमारा मानना है कि वैदिक ज्ञान ही विश्व शांति का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह के निदेशक संचार एवं जनसंपर्क विजय रत्न खरे ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महर्षि जी ने विश्व शांति के लिए संपूर्ण जीवन समर्पित किया था जिनकी प्रेरणा से ब्रह्मचारी गिरीश जी ने 2008 में महर्षि विश्व शांति आंदोलन की स्थापना करके उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं और आज हम सभी विश्व शांति दिवस के एक दिन पूर्व इस शांति स्थापना के आयोजन में सम्मिलित हैं। इसके पश्चात खरे जी ने सभी उपस्थित जनों को विश्व शांति दिवस की शपथ दिलवाई।
कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि संस्थान की परंपरा अनुसार गुरु पूजन एवं शांति पाठ के साथ प्रारंभ हुआ इसके पश्चात भावातीत ध्यान एवं सिद्धि के राष्ट्रीय समन्वयक राम विनोद गौर ने उपस्थित समस्त लोगों को प्राणायाम एवं सामूहिक भावातीत ध्यान का अभ्यास करवाया। महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय के विद्यार्थिओं ने भी विश्व शांति के विषय में अपने विचार व्यक्त किये और शांति स्थापना में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
World Peace Day: Peace in Self-Consciousness Essential: Brahmachari Girish Ji
Addressing a function held at Maharishi Ogranization today, a day before World Peace Day, Maharishi Educational Institutions Group President Ved Vidya Martand Brahmachari Girish Ji said that unless there is peace in the consciousness and the Self of individuals, how can there be peace in nations and the world. Today we are in dire need of spiritual peace, cosmic or divine peace and material peace. He said that “Maharishi Mahesh Yogi Ji had visited 124 nations and has awakened the collective consciousness of these nations and of world towards peace on the basis of the principles and practical programmes of Vedic science. For this, Maharishi Ji made more than 8,000 trips, resulting in the end of several Cold Wars and the improvement of relations between numerous nations. Maharishi Ji's efforts not only ended the Cold War but also brought many nations together on a single platform.”
Brahmachari Girish Ji further said, “Maharishi Ji taught us one thing years ago: 'Do today what you can do tomorrow.' That is why we are celebrating this day a day earlier. Today we are celebrating the 80th World Peace Day. Maharishi Ji paved the way for peace with the Shanti Path, hence we are enjoying peace here. Our body is made up of five elements, and we include even air and vegetation in the Vedic Shanti Path. In our Vedic system, there are Vedic Suktas for Earth, Fire, Water, Space and Air. We work for peace, the three elements, and the peace of the five elements. Just as every tree must have strong roots, the Banyan tree of peace must be so strong that even a global upheaval or earthquake cannot create unrest. The peace we talk about is possible only through positivity; Western culture is based on negativity. The biggest example of this is that over 3,000 treaties have been signed worldwide for world peace, but they have all been broken or rendered ineffective; there is no peace and harmony between nations. We all need to come together to dispel the darkness of unrest by bringing light.”
Professor Bhuvanesh Sharma, former Vice Chancellor of Maharishi Mahesh Yogi Vedic University, said that “world peace begins with our Shanti Path. The United Nations has chosen Sustainable Development as its theme this year. We believe that the goal of sustainable development can be achieved through Vedic knowledge because Vedic knowledge does not cause any harm. Therefore, we are watering the roots so that the path to world peace can be paved throughout the world.” Professor Sharma said that Satoguna, Rajoguna, and Tamoguna are all important in the functioning of the universe, but coordination and balance in their quantities is very important. Therefore, we believe that only Vedic knowledge can pave the way for world peace.
While throwing light on the program's outline, Vijay Ratna Khare, Director of Communications and Public Relations of Maharishi Vidya Mandir Schools Group, said that “Maharishi Ji had dedicated his entire life for world peace, and inspired by him, Brahmachari Girish Ji is carrying forward the same tradition by establishing Maharishi World Peace Movement in 2008 and today we are all participating in this peace establishment event a day before World Peace Day.” After this, Khare Ji administered the World Peace Day pledge to all present.
The program began with Guru Poojan and Shanti Path, as per the tradition of Maharishi Sansthan. After this, Ram Vinod Gaur, National Coordinator of Transcendental Meditation and Siddhi, led all those present in pranayama and group Transcendental Meditation. Students from Maharishi Vidya Mandir Schools also expressed their views on world peace and expressed their commitment to peace.

His Holiness Maharishi Mahesh Yogi JiMAHARISHI WORLD21 SEPTEMBER 2025 INTERNATIONAL DAY OF PEACE"If world peace is to be...
20/09/2025

His Holiness Maharishi Mahesh Yogi Ji
MAHARISHI WORLD
21 SEPTEMBER 2025 INTERNATIONAL DAY OF PEACE
"If world peace is to be established, peace in the individual must be established first. Transcendental Meditation directly brings peace in the individual life." – Maharishi Mahesh Yogi Ji.
Best Wishes to all of you on INTERNATIONAL DAY OF PEACE
Jai Guru Dev, Jai Maharishi, Brahmachari Girish.

वेद विद्या मार्तण्ड ब्रह्मचारी गिरीश जी द्वारामाननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जन्मदिन की शुभकामनाएँआज अपने ...
17/09/2025

वेद विद्या मार्तण्ड ब्रह्मचारी गिरीश जी द्वारा
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जन्मदिन की शुभकामनाएँ

आज अपने एक सम्बोधन में महर्षि शैक्षणिक संस्थान समूह के अध्यक्ष वेद विद्या मार्तण्ड ब्रह्मचारी गिरीश जी ने भारत वर्ष के यशस्वी, कर्मठ, भारत माता को और भारत के समस्त नागरिकों के हितों को समर्पित माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को उनके जन्म दिवस के पावन अवसर पर अनेकानेक बधाइयाँ प्रेषित की। ब्रह्मचारी जी ने कहा कि "एक तरफ भारत की स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाया गया तो दूसरी ओर आज माननीय श्री मोदी जी का अमृत महोत्सव है। मोदी जी आज के युवा वर्ग के लिए जीवन में विकास और सफलता प्राप्ति का न केवल एक जीवंत उदाहरण हैं, वरन एक महामंत्र हैं। उनका जीवन नई पीढ़ी के लिए एक पाठशाला है, एक पाठ्यक्रम है और वैज्ञानिक प्रयोगशाला भी है।" ब्रह्मचारी जी ने आशा व्यक्त की और अपने इष्ट देव से प्रार्थना की कि "माननीय श्री मोदी सदा स्वस्थ्य रहें, प्रसन्न रहें, उनकी समस्त कार्य योजनाओं को पूर्ण करने के संकल्प फलीभूत हों, उनके प्रधानमंत्रित्व में, उनके नेतृत्व में, भारत वर्ष निरंतर विकसित हो, प्रगति करे, भारत विश्व परिवार का मार्गदर्शन करे और सर्वे भवन्तु सुखिनः का सिद्धांत पूर्ण रूपेण अपना प्रभाव प्रदर्शित करे, यही हमारी मंगल कामना है।" गिरीश जी ने अंत में कहा कि "साधना से सब साधन जुट जाते हैं, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण माननीय मोदी जी हैं। भारत के प्रत्येक नागरिक को प्रातः संध्या साधना के लिए कुछ समय अवश्य निकालना चाहिए, जिससे उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।" वेद विद्या मार्तण्ड ब्रह्मचारी गिरीश जी
जय गुरु देव, जय महर्षि, जय भारत।

"आदर्श भारत निर्माण" पर परिचर्चाभोपाल। छान वार्ड स्थित गुरुदेव ब्रह्मानंद सरस्वती आश्रम के महर्षि उत्सव भवन में "आदर्श भ...
17/09/2025

"आदर्श भारत निर्माण" पर परिचर्चा
भोपाल। छान वार्ड स्थित गुरुदेव ब्रह्मानंद सरस्वती आश्रम के महर्षि उत्सव भवन में "आदर्श भारत निर्माण" विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। महर्षि शैक्षणिक संस्थान समूह के अध्यक्ष वेद विद्या मार्तंड ब्रह्मचारी गिरीश ने कहा कि महर्षि महेश योगी के आदर्श भारत एवं अजेय भारत को अब केंद्रीय शासन और कुछ राज्य सरकारों ने अपनाना प्रारंभ किया है। आदर्श भारत अभियान में 10 वर्षों के दौरान लाखों भारतीय नागरिक जुड़े हैं, जिनको आगे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती, विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी और मप्र राज्य डेंटल परिषद के अध्यक्ष डॉ. चंद्रेश शुक्ला ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
दैनिक भास्कर, भोपाल, मंगलवार, 16 सितंबर, 2025

सृजन के देवता, देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा जी की जयंती पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनायें। जय गुरुदेव, जय महर्षि,  ...
17/09/2025

सृजन के देवता, देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा जी की जयंती पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनायें।
जय गुरुदेव, जय महर्षि, ब्रह्मचारी गिरीश।

आनंदमय विश्व योजना क्रियान्वित करना हमारा कर्तव्य : ब्रह्मचारी गिरीश          महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह के अध्यक...
15/09/2025

आनंदमय विश्व योजना क्रियान्वित करना हमारा कर्तव्य : ब्रह्मचारी गिरीश
महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह के अध्यक्ष ब्रह्मचारी गिरीश जी ने २५ अगस्त को अनेक साधु, संत एवं महात्माओं की उपस्थिति में "महर्षि विश्व – आनंदमय विश्व योजना" का शुभारम्भ किया I इस दिन ब्रह्मचारी गिरीश जी का जन्मदिन भी था । इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए ब्रह्मचारी गिरीश जी ने कहा कि “आज का दिन उत्सव का दिन है, इसलिए नहीं कि आज हमारा जन्मदिन है बल्कि इसलिए कि देश के कई सुप्रसिद्ध साधु, संत एवं महात्मा हम सबको आशीर्वाद देने के लिए मंच पर उपस्थित हैं ।" ब्रह्मचारी जी गिरीश जी ने कहा कि बचपन से ही हमें साधु, संतों और महात्माओं का सानिध्य प्राप्त हुआ है। हमें गुरु चरणों का आशीर्वाद प्राप्त करते हुए 60 वर्ष हो गए हैं I एक बार हमसे एक संत ने पूछा कि आपकी इच्छा क्या है तब हमने कहा कि जीवन के रहते महर्षि जी और गुरुदेव के सारे संकल्प पूरे हो जाएं बस इतना आशीर्वाद दे दीजिए। आज भी बस एकमात्र यही इक्षा है ।"
ब्रह्मचारी गिरीश जी ने कहा कि "65 वर्ष तक हमने "जीवन आनंद है" इस गुरु वाक्य को धारण करके आनंदमय जीवन व्यतीत किया है और आप जैसे सभी संतो का सदैव आशीर्वाद मिलता रहा है, यह हमारा परम सौभाग्य है ।“
इस अवसर पर ब्रह्मचारी गिरीश जी ने उपस्थित साधु संतों के साथ मिलकर आदर्श भारत निर्माण के लिए आनंदमय विश्व योजना, महर्षि वर्ल्ड डॉटकाम, एवं महागुरु डॉटकाम नामक वेबसाइट को लांच किया। इन दोनों वेबसाइटों में महर्षि जी एवं उनके तपोनिष्ट शिष्य ब्रह्मचारी गिरीश जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है । इस अवसर पर ब्रह्मचारी गिरीश जी ने कहा कि आनंदमय विश्व योजना क्रियान्वित करना हम सभी का कर्तव्य है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रिय महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज , महर्षि वशिष्ठ पीठ अयोध्या के पीठाधीश्वर स्वामी रामविलास वेदांती जी महाराज, उदासीन अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अनिलआनंद जी महाराज, श्री हनुमानगढ़ी नाका अयोध्या के महंत स्वामी रामदास जी महाराज, प्रयागराज संगमतट के स्वामी अभिरामाचार्य जी महाराज, झांसी के श्री हनुमान सखी मंदिर के महंत स्वामी अर्पित दास जी महाराज और हिमालय में "ग्लेशियर बाबा" के नाम से सुप्रसिद्ध संत बाल योगी चैतन्य जी महाराज उपस्थित थे । समस्त संतों ने ब्रह्मचारी गिरीश जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए आशीर्वाद प्रदान किया कि उनके द्वारा घोषित महर्षि – आनंदमय विश्व योजना शीघ्र ही सफल होगी । दिल्ली से पधारे अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के माननीय अध्यक्ष पद्मभूषण वैद्यराज श्री देवेंद्र त्रिगुणा जी ने भी “आनंदमय विश्व योजना” के लिए अपनी शुभकामनायें प्रदान कीं और कहा कि आनंदमय जीवन के लिए उत्तम स्वास्थ एक अनिवार्य आवश्यकता है और गिरीश जी के मार्गदर्शन में महर्षि संस्थान इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है।
अखिल भारतीय डेंटल सर्जन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. चंद्रेश शुक्ला जी ने महर्षि संस्थान द्वारा स्वास्थ के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की प्रसंशा की और घोषणा की अतिशीघ्र भोपाल में ३०० बिस्तरों वाला वैदिक स्वास्थ विधान और आधुनिकतम तकनीकों से चिकित्सा प्रदान करने वाला कैंसर अस्पताल महर्षि संस्थान के साथ मिलकर प्रारम्भ किया जा रहा है.
इस अवसर पर "अखिल भारतीय षट्दर्शन साधु समाज" और "महर्षि वैदिक विद्वान महासभा" के पदाधिकारियों और संतों ने ब्रह्मचारी गिरीश जी को ज्ञान विज्ञान के प्रचार प्रसार और शिक्षा के क्षेत्र में उनकी विद्वतता और उनके द्वारा आजीवन किये गए कार्यों के लिए उन्हें "महागुरुजी" की उपाधि से सम्मानित करके एक लेखपत्र भी भेंट किया. जगतगुरु रविन्द्रदास जी महाराज, ज्योतिषाचार्य विनोद गौतम जी, आचार्य प्रपन्नाचार्य जी, आचार्य अशोक पचौरी जी एवं अनेक संत व विद्वानों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को शोभायमान किया।
माइंड लॉजिक्स कंपनी समूह के मुख्य निदेशक ने अपनी कंपनी की ओर से महर्षि विश्व- आनंदमय विश्व और ब्रह्मचारी गिरीश जी पर एक वृत्तचित्र की प्रस्तुति की और कहा की वे महर्षि संस्थान को सभी प्रकार की एआई पर आधारित आधुनिक तकनीक द्वारा समर्थन प्रदान करेंगे।
समारोह के द्वितीय सत्र में भारतीय शास्त्रीय संगीत का कार्यक्रम भी रखा गया जिसमे सुप्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित पारसनाथ, सुप्रसिद्ध शहनाई वादक अश्विनी शंकर ,सुप्रसिद्ध सरोद वादक स्मित तिवारी, सुप्रसिद्ध तबला वादक अनूप घोष, सुप्रसिद्ध तबला वादक शांतनु नरेंद्र, सुप्रसिद्ध कीबोर्ड प्लेयर अनिल धुमाल सहित ताल वाद्य वादक सिद्धेश नरेंद्र ने मिलजुलकर शास्त्रीय और सुगम संगीत की मधुर प्रस्तुतियां देकर उपस्थित जनमानस को आनंदविभोर कर दिया ।

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Build No. 5, MCEE Campus, Lambakheda, Berasia Road
Bhopal
462038

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Tuesday 9:30am - 5pm
Wednesday 9:30am - 5pm
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