17/04/2024
दृष्टिहीनता निवारण सप्ताह
डॉ विनीता रामनानी - नेत्र रोग विशेषज्ञ बंसल हॉस्पिटल एवं अध्यक्ष संभव वेलफ़ैर सोसाइटी
भारत सरकार हर साल 1 से 7 अप्रैल तक इस सप्ताह का आयोजन करती है, यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जिसमें हम सभी मिलकर अंधत्व को कम करने के लिए काम कर सकते हैं । 1961 में पहली बार मनाया गया था।
क्या है अंधत्व निवारण सप्ताह का महत्व ?
यह सप्ताह अंधतव से जुड़ी जानकारी को बढ़ाने, आंखों की देखभाल के उपायों को बताने और लोगों को आंखों की जांच कराने के लिए प्रोत्साहित करता है।
अंधत्व निवारण सप्ताह क्यों मनाया जाता है ?
समाज में नज़र कम होने एवं दृष्टिहीनता से जुड़ी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक कर आवश्यक जानकारी प्रदान की जा सके।
इस सप्ताह के दौरान क्या कार्यक्रम होते हैं ?
नेत्र शिविर, चिकित्सा शिविर एवं जागरूकता संबंधी कार्यक्रमों द्वारा स्कूल, कॉलेज एवं अन्य संस्थाओं में आँखों से जुड़ी समस्याओं से अवगत करा उनसे बचने के उपाय बताना ।
लोगों को इस सप्ताह में क्या करना चाहिए ?
नियमित आँखों की जाँच करवानी चाहिए, आँखों की सही देखभाल के लिए जागरूकता बढ़ानी चाहिए एवं आँखों से संबंधित समस्याओं के संकेतों को ध्यान में रखना चाहिए। भ्रांतियों से बचें, घरेलू इलाज़ न करें या बिना डॉक्टर की सलाह के स्वयं इलाज़ न करें । नेत्र जांच शिविरों और जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लें। स्थानीय संगठनों के साथ स्वयंसेवा करें या दान के माध्यम से समर्थन करें।
द्रष्टि की समस्या से बचाव के लिए कौन-कौन से उपाय हैं ?
नियमित आँखों की जाँच करवाना, सही आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, धूप में आँखों की सुरक्षा के लिए यूवी प्रतिरोधी चश्मे पहनना एवं आँखों को डिजिटल गजेट्स के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल से बचाएं ।
अंधत्व के सामान्य कारण क्या हैं ?
डिजिटल स्ट्रेन सिंड्रोम, मोतियाबिंद, चश्में के नंबर, डाईबेटिक रेटिनोपेथी, ग्लूकोमा, उम्र से संबंधित धब्बेदार अन्धपतन और कॉर्नियल रोग जैसे कारण हैं।
मैं अपनी दृष्टि की सुरक्षा कैसे कर सकता हूँ ?
(1) विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार खाएं - नियमित रूप से ऐसा भोजन करना है जो विटामिन सी, विटामिन ई, ल्यूटिन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और ज़िंक से भरपूर हो।
(2) धूप का चश्मा पहनें - आँखों को हानिकारक सूर्य की यूवी विकिरणों के संपर्क में आने से बचाएं।
(3) नियमित आंखों की जांच कराएं एवं यदि आवश्यक हो तो नज़र का चश्मा लगाएँ ।
(4) नियमित हैल्थ चेकअप से स्वस्थ निरोगी शरीर रख डाईबिटीज़ एवं मोटापे से बचें ।
(5) नियमित व्यायाम कर तन और मन को स्वस्थ रखें ।
(6) समय पर आँखों की बीमारियों की सही जांच एवं इलाज़ से रोशनी जाने के ख़तरे से बचें ।
(7) डिजिटल गजेट्स के इस्तेमाल मे 20-20-20 का नियम इस्तेमाल करें ।
(8) आँखों को मसलें रगड़ें नहीं ।
(9) मेकअप एवं कांटैक्ट लेंस के इस्तेमाल मे एलर्जी एवं संक्रमण से बचें ।
(10) 5 साल से छोटे बच्चों को विटामिन ए की हर 6 महीने मे एक खुराक जरूर दिलवाएँ ।
(11) धूल धूएं से आँखों को बचाएं ।
(12) धूम्रपान को ना कहें - उम्र से संबंधित आंखों की समस्याएं धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करने का एक बढ़ा जोखिम है। इसकी रोकथाम से अंधेपन की रोकथाम हो सकती है।
(13) किसी भी आँखों की परेशानी को नज़रअंदाज़ न करें एवं तुरंत आँखों के डॉक्टर से संपर्क करें ।
(14) आँखों के पारिवारिक इतिहास को जानें एवं समय रहते आँखों की आनुवांशिक बीमारियों का उपचार करवाएँ ।
(15) शरीर की कई बीमारियों का आँखों से संबंध है इसलिए शरीर के साथ साथ आँखों की जाँच भी अवश्य कराएं ।
स्वस्थ जीवन शैली - नियमित रूप से आंखों की जाँच से आज ही स्वस्थ्य द्रष्टि सुनिश्चित करें एवं जरूरत होने पर आवश्यक अंधत्व निवारक उपाय सुनिश्चित करें।