
19/07/2025
"गर्दन के लिम्फ नोड्स की सूजन – इन्फेक्शन या कैंसर?"
"हर सूजन कैंसर नहीं होती — लेकिन जांच ज़रूरी होती है।"
गर्दन में सूजन आना एक आम समस्या है — लेकिन इसका मतलब हर बार कैंसर नहीं होता।
लिम्फ नोड्स हमारे शरीर की इम्यून डिफेंस लाइन हैं, जो संक्रमण से लड़ते हैं। जब कोई बीमारी या संक्रमण होता है, तो ये लिम्फ नोड्स सक्रिय होकर सूज जाते हैं।
तो कब ये सामान्य सूजन होती है और कब किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा करती है?
🔍 लिम्फ नोड्स की सूजन के 3 मुख्य कारण:
1️⃣ वायरल/बैक्टीरियल इन्फेक्शन:
– सर्दी, गले में खराश, या मुँह के इंफेक्शन के चलते लिम्फ नोड्स अस्थायी रूप से सूज सकते हैं।
– दर्द होता है, दबाने पर नर्म महसूस होते हैं।
– 1–2 हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाते हैं।
2️⃣ टीबी लिम्फेडेनाइटिस (गाँठ वाली टीबी):
– लिम्फ नोड्स धीमे-धीमे बढ़ते हैं, बग़ैर दर्द के।
– बुखार, रात को पसीना और वजन घटना जैसे लक्षण साथ हो सकते हैं।
– जांच से पुष्टि ज़रूरी।
3️⃣ हेड एंड नैक कैंसर या लिम्फोमा:
– लिम्फ नोड्स सख्त, दर्दरहित, और लगातार बढ़ने वाले होते हैं।
– साथ में आवाज़ में बदलाव, निगलने में तकलीफ, या थकान हो सकती है।
– FNAC या बायोप्सी से निदान ज़रूरी होता है।
🏥 कब डॉक्टर से मिलें?
🔸 सूजन 2 हफ्ते से ज़्यादा बनी रहे
🔸 लगातार बढ़ रही हो या सख्त महसूस हो
🔸 बुखार, वज़न घटना, रात में पसीना आना जैसे लक्षण दिखें
🔸 एक से अधिक लिम्फ नोड्स एक साथ सूजे हों
जीवन रक्षा अस्पताल, बीकानेर के हेड एंड नैक सर्जरी विभाग में डॉ. नितिन गुप्ता और डॉ. प्रवीण छींपा के नेतृत्व में लिम्फ नोड्स से जुड़ी हर जटिल स्थिति की FNAC, अल्ट्रासाउंड, बायोप्सी और आवश्यक सर्जरी जैसी उन्नत जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
⚠️ निष्कर्ष:
हर गांठ कैंसर नहीं —
पर हर गांठ की जाँच ज़रूर होनी चाहिए।