Shiv Shakti Clinic Bikaner Ayurvedic,Naturopathy & Homeopathy Treatment

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11/07/2025

क्या आप जानते हैं
#हार्ट_अटैक व #ब्लॉकेज_हार्ट का आयुर्वेदिक ईलाज...🧵........
अर्जुन के पेड़ मानव शरीर के लिये औषधि गुण से भरा हुआ है पत्ते फल फूल छाल सभी औषधि प्रयोग में आता है ।
अगर आपका हार्ट 80% ब्लॉकेज हो गया है डॉक्टर स्टैंड लगाने का अनुमति दे चूका है तो आप इस नुस्खे को आजमाकर देखे तरीका :-
1.अर्जुन की छाल 100 ग्राम
2. दालचीनी 50 ग्राम
3. तेज पत्ता 20 ग्राम
4.मेथी दाना 50 ग्राम
5.कालोंजी 50 ग्राम
6.अलसी बीज 50 ग्राम
सभी मिलाकर कूटकर दरदरा पाउडर बना लें ज्यादा बारीक़ पाउडर ना बनाये। रात को 400ml पानी को किसी ताम्बा के बर्तन में डाल कर 10 ग्राम इस चूर्ण को भिगो दें सुबह इस पानी को छानकर दो हिस्से में बाँट लें आधा सुबह आधा शाम को खाली पेट इस्तेमाल करें। रोजाना दो से तीन महीने तक करने से किसी भी प्रकार का ब्लॉकेज ह्रदय हो या नस पूरी तरह खुल जाती है ।

सावधानियाँ:..............

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

किसी भी दवा के साथ लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट दर्द या एसिडिटी हो सकती है।

अगर आप इसे अपने डेली रूटीन में शामिल करना चाहते हैं, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

02/07/2025

हार्ट अटैक -: भारत में 3000 साल पहले एक बहुत बड़े ऋषि हुये थे। नाम था महाऋषि वागवट जी उन्होंने एक पुस्तक लिखी, जिसका नाम है, अष्टांग हृदयम Astang hrudayam इस पुस्तक में उन्होंने बीमारियों को ठीक करने के लिए 7000 सूत्र लिखें थे। यह उनमें से ही एक सूत्र है। वागवट जी लिखते हैं कि कभी भी हृदय को घात हो रहा है मतलब दिल की नलियों मे blockage होना शुरू हो रहा है तो इसका मतलब है कि रक्त blood में acidity अम्लता बढ़ी हुई है अम्लता आप समझते हैं, जिसको अँग्रेजी में कहते हैं acidity अम्लता दो तरह की होती है एक होती है पेट की अम्लता और एक होती है रक्त blood की अम्लता आपके पेट में अम्लता जब बढ़ती है तो आप कहेंगे पेट में जलन सी हो रही है, खट्टी खट्टी डकार आ रही हैं , मुंह से पानी निकल रहा है और अगर ये अम्लता acidity और बढ़ जाये तो hyperacidity होगी और यही पेट की अम्लता बढ़ते-बढ़ते जब रक्त में आती है तो रक्त अम्लता blood acidity होती है और जब blood में acidity बढ़ती है तो ये अम्लीय रक्त blood दिल की नलियों में से निकल नहीं पाती और नलियों में blockage कर देता है तभी heart attack होता है इसके बिना heart attack नहीं होता और ये आयुर्वेद का सबसे बढ़ा सच है जिसको कोई डाक्टर आपको बताता नहीं क्योंकि इसका इलाज सबसे सरल है ! इलाज क्या है ? वागवट जी लिखते हैं कि जब रक्त (blood) में अम्लता (acidity) बढ़ गई है तो आप ऐसी चीजों का उपयोग करो जो क्षारीय हैं आप जानते हैं दो तरह की चीजें होती हैं अम्लीय और क्षारीय ! acidic and alkaline अब अम्ल और क्षार को मिला दो तो क्या होता है ? acid and alkaline को मिला दो तो क्या होता है ? neutral होता है सब जानते हैं तो वागवट जी लिखते हैं कि रक्त की अम्लता बढ़ी हुई है तो क्षारीय (alkaline) चीजें खाओ ! तो रक्त की अम्लता (acidity) neutral हो जाएगी ! और रक्त में अम्लता neutral हो गई ! तो heart attack की जिंदगी मे कभी संभावना ही नहीं ! ये है सारी कहानी ! अब आप पूछेंगे कि ऐसी कौन सी चीजें हैं जो क्षारीय हैं और हम खायें ? आपके रसोई घर में ऐसी बहुत सी चीजें है जो क्षारीय हैं जिन्हें आप खायें तो कभी heart attack न आए और अगर आ गया है तो दुबारा न आए यह हम सब जानते हैं कि सबसे ज्यादा क्षारीय चीज क्या हैं और सब घर मे आसानी से उपलब्ध रहती हैं, तो वह है लौकी जिसे दुधी भी कहते लौकी जिसे दुधी भी कहते हैं English में इसे कहते हैं bottle gourd जिसे आप सब्जी के रूप में खाते हैं ! इससे ज्यादा कोई क्षारीय चीज ही नहीं है ! तो आप रोज लौकी का रस निकाल-निकाल कर पियो या कच्ची लौकी खायो वागवट जी कहते हैं रक्त की अम्लता कम करने की सबसे ज्यादा ताकत लौकी में ही है तो आप लौकी के रस का सेवन करें, कितना सेवन करें ? रोज 200 से 300 मिलीग्राम पियो कब पिये ? सुबह खाली पेट (toilet जाने के बाद ) पी सकते हैं या नाश्ते के आधे घंटे के बाद पी सकते हैं इस लौकी के रस को आप और ज्यादा क्षारीय बना सकते हैं इसमें 7 से 10 पत्ते तुलसी के डाल लो तुलसी बहुत क्षारीय है इसके साथ आप पुदीने के 7 से 10 पत्ते मिला सकते हैं पुदीना भी बहुत क्षारीय है इसके साथ आप काला नमक या सेंधा नमक जरूर डाले ये भी बहुत क्षारीय है लेकिन याद रखें नमक काला या सेंधा ही डाले वो दूसरा आयोडीन युक्त नमक कभी न डाले ये आओडीन युक्त नमक अम्लीय है तो आप इस लौकी के जूस का सेवन जरूर करें 2 से 3 महीने की अवधि में आपकी सारी heart की blockage को ठीक कर देगा 21 वें दिन ही आपको बहुत ज्यादा असर दिखना शुरू हो जाएगा कोई आपरेशन की आपको जरूरत नहीं पड़ेगी घर में ही हमारे भारत के आयुर्वेद से इसका इलाज हो जाएगा और आपका अनमोल शरीर और लाखों रुपए आपरेशन के बच जाएँगे आपने पूरी पोस्ट पढ़ी , आपका बहुत बहुत धन्यवाद। सनातन धर्म सर्वश्रेष्ठ है

वजन कम करने के घरेलु उपाय
29/06/2025

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27/02/2025

आप सभी का धन्यवाद जो आप लोगों हमारे राजस्थानी पति पत्नी कॉमेडी वीडियो देखते और उसको Like करते हैं । अब आप सभी लोगे से अनुरोध है कि हमारे नये Youtube comedy channel को Rajasthani comedy couple को please Subscribe kar हमारा सहयोग करे ताकि हम और नये अच्छे वीडियो बना सके। इस लिंक को खोल page पर लिखे youtube लिंक खोल Subscribe करे धन्यवाद |

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क्या समझे इस फोटो से...
30/01/2025

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29/01/2025
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29/01/2025

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90 सेकंड में बिना हाथ लगाए नाभि सैट करने
वाला वैध मिल गया

*नोखा*    रोटरी क्लब नोखा द्वारा श्री कैलाशचंद्र झँवर के सौजन्य से आयोजित निःशुल्क आयुर्वेद शिविर मे कुल 75 व्यक्तियों क...
17/11/2024

*नोखा* रोटरी क्लब नोखा द्वारा श्री कैलाशचंद्र झँवर के सौजन्य से आयोजित निःशुल्क आयुर्वेद शिविर मे कुल 75 व्यक्तियों की जाँच व परामर्श देकर निःशुल्क दवाएँ दी गई।
जैन चौक स्थित सेठिया धार्मिक भवन मे सुबह 11:00 बजे नगरपालिका के वाईस चेयरमैन व रोटरी क्लब के वरिष्ठ सदस्य रोटे निर्मल कुमार भूरा व रोटे कैलाशचंद्र झँवर ने शिविर का शुभारंभ भारत माता की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया।
रोटे निर्मल भूरा ने रोटरी के अंतर राष्ट्रीय कार्यकर्मों की जानकारी देते हुए फेलोशिप के साथ साथ इस तरह के सेवा कार्यों व सामाजिक सरोकार के कार्यों की सराहना की। भूरा ने रोटरी क्लब के सदस्यों को भी क्लब मे भागीदारी व उपस्थिति बढ़ाने व नियमित सेवा कार्यों हेतु प्रेरित किया।

शिविर मैं सर्व प्रथम रोटरी क्लब अध्यक्ष रोटे किशोरी लाल दम्मानी, रोटे कैलाशचंद्र झँवर व रोटे श्री नारायण बाहेती ने आयुर्वेदाचार्य व डॉ साहब का माला पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। रोटरी क्लब अध्यक्ष रोटे किशोरी लाल दम्मानी ने बताया कि शिविर मैं दवाओं की उपलब्धता रोटे कैलाशचंद्र झँवर के अर्थ सौजन्य से करवायी गई।

शिविर मैं बीकानेर के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य वैद्य शिवरत्न जी सेवग, डॉ विश्वनाथ शर्मा व नीतू शर्मा ने अपनी निःशुल्क सेवाए प्रदान की। रोटे ईश्वरचन्द दुगड़ व रोटे हरिकिशन चाडंक व रोटे अनवर अली निर्बाण विभिन्न व्यवस्थाओं मे सहयोग किया ।

क्लब सचिव रोटे ओमप्रकाश राठी व रोटे अनिल जैन ने आयुर्वेदाचार्य व डॉक्टर साहब सहित सेठिया धार्मिक भवन की निःशुल्क उपलब्धता के लिए आभार व्यक्त किया!

सचिव
ओमप्रकाश राठी
17-11-2024

साइनस (SINUS)साइनस आज एक आम समस्या हो गई है. इसका सबसे बड़ा नुकसान है कि इसके होने से सिर बहुत दर्द करता है. साथ ही नजर ...
02/06/2024

साइनस (SINUS)
साइनस आज एक आम समस्या हो गई है. इसका सबसे बड़ा नुकसान है कि इसके होने से सिर बहुत दर्द करता है. साथ ही नजर भी कमजोर होने लगती है और बाल भी जल्दी सफेद हो जाते हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं आप साइनस का घर में भी इलाज कर सकते हैं? पानी को उबाल कर उसे ठंडा करें और उसमें आधा चम्मच नमक डालकर मिला लें. इस पानी से जल नेती करें. नेती के लोटे बाजार में उपलब्ध होते हैं.

इस लोटे में ये पानी डालकर नेती करें. सुबह उठकर दिन में कम से कम एक बार इसे करें. इससे आपकी साइनस की समस्या धीरे-धीरे खत्म हो सकती है. इसके अलावा आयुर्वेद में एक और उपचार है जिसे नस्यम कहा जाता है. नस्यम में पहले चेहरे की आधे घंटे मसाज की जाती है और उसके बाद भाप दी जाती है.

भाप देने के बाद जल नेती की जाती है. इससे साइनस से काफी आराम मिलता है. नस्यम का एक और तरीका है. चेहरे की मसाज और भाप लेने के बाद नाक में बादाम के तेल की कुछ बूंदे डाली जाती है. इससे भी साइनस में आराम मिलता है. साइनस होने पर रात में ठंडा खान ना खाएं. कोल्ड ड्रिंक ना पीएं. रात में खट्टा और चावल भी नहीं खाने चाहिए. अचार, दही, मैदे से बनी चीजें और तला हुआ तो बिल्कुल ना खाएं. इन सबसे साइनस बढ़ जाता है.

साइनस के मरीजों के लिए रोजाना भाप लेना बहुत फायदेमंद है.

यदि आप भाप लेने से पहले पानी में थोड़ा सा नीलगिरी या पिपरमिंट का तेल मिला लें. इससे साइनस में आराम मिलेगा. ये तेल ना सिर्फ एंटीबैक्टीरियल हैं बल्कि इनसे फंगल इंफेक्शन भी दूर होता है. अब आपको साइनस से परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि साइनस का उपचार आपके घर में ही मौजूद है.

साइनस (SINUS)

परिचय

साइनस का अर्थ है खोल (छेद)। सिर में भौंहों के ऊपर की हड्डी में एक खोखला स्थान है जिसे ´सम्मूखस्थ´ अस्थि-गव्हर कहते हैं। गालों पर दोनों ओर उभरी हुई नोकदर दो हड्डियां हैं जो भीतर के खोलों द्वारा सिर की हड्डी के खोलों से मिलती है। जुकाम बिगड़ जाने पर इन खोलों में रेशा जम जाता है जिससे सिर के दाएं या बाएं हिस्से या गाल की उभरी हुई हड्डी में दर्द होता है।

इसी को साइनस का दर्द कहते हैं जो बिगड़े हुए जुकाम का ही एक रूप है। इस रोग में जुकाम और सिरदर्द मिले-जुले रहते हैं। यह नाक के अन्दर की झिल्ली में सूजन आने के कारण होता है। साइनस का खोल चेहरे की हड्डियां, आंखों व नाक के आस-पास छाया रहता है। यह एक प्रकार का सामान्य रोग है।

कारण

वायरस बैक्टीरिया या फंगस संक्रमण के कारण यह रोग होता है। सांसनली के ऊपरी भाग में इस रोग का आक्रमण होता है। नाक में फोड़ा होना तथा एलर्जी इस रोग का मुख्य कारण है। जानवरों की गोबर, धुंआ व प्रदूषण भी इस रोग का कारण है। मौसम परिवर्तन, दूषित पानी से नहाने, सांसनली के ऊपर के भाग में संक्रमण के दौराना वायुयान से यात्रा करने एवं टांसिल प्रदाह आदि इस रोग का कारण है।

लक्षण

नाक बंद हो जाना, नाक के पिछले भाग से स्राव होना, आंखों के पीछे दबाव महसूस होना, चेहरा भारी लगना, सिर दर्द होना और हल्का बुखार रहना एवं गले में दर्द होना आदि लक्षण इस रोग में दिखाई पड़ते हैं।

औषधियों से उपचार करने के साथ अन्य उपचार

साइनस रोग से पीड़ित रोगी नाक से भाप लें तथा इसके बाद नाक को खोलने के लिए गर्म पानी का सेंक लें और गर्म पानी से गरारे करें तथा तरल पेय पदार्थों का अधिक सेवन करें।

सर्दी-जुकाम से पीड़ित रोगी के आस-पास रहने से भी यह रोग होता है।

रोगी को छींकते समय हमेशा नाक पर रूमाल रखकर छींकना चाहिए।

खाते-पीते समय अपने हाथों को ठीक प्रकार से धोएं।

रोग को दूर करने एवं शरीर में शक्ति बढ़ाने वाले पदार्थों का सेवन करें।

रोगी को विटामिन- ´सी´ व ´ए´ का सेवन करना चाहिए।
फल व हरी सब्जियों का सेवन करें।

हानिकारक एवं कृत्रिम रंग मिला हुआ पदार्थों का सेवन न करें।
धूम्रपान न करें एवं दूषित वातावरण में न रहें।

गंदे पानी से स्नान न करें क्योंकि इसे यह रोग होने की अधिक संभावना रहती है।

नियमित व्यायाम करें क्योंकि इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है जिससे सर्दी व अन्य संक्रमण से बचाव होता है।

मांस, मछली, खटाई, मीठे पदार्थों आदि का सेवन करना हानिकारक होता है।

आवश्यक बातें

साइनस रोग का उपचार करते समय पहले यह निश्चित कर ले कि रोग साइनस ही है क्योंकि कभी-कभी दमा, छाती के ऊपरी भाग का संक्रमण, दांतों के रोग में भी साइनस रोग की तरह लक्षण उत्पन्न होते है

नोट:-
अगर आपको किसी बीमारी का इलाज करवाना हो तो आप बीमारी के बारे में बताकर या परेशानी के बारे मे बता कर आयुर्वेदिक औषधियां मंगवा सकते हैं।..

किसी भी जानकारी के लिए या ट्रीटमेंट के लिए आप पहले हमें अपनी प्रॉब्लम व्हाट्सप्प कर दीजिये समय मिलते ही आपको जवाब दिया जायेगा...

सभी सुखी और निरोगी रहे

आयुर्वेदिक डॉ. शिवरतन सेवग
आयुर्वेदिक नेचुरोपैथ डॉ. विश्‍वनाथ शर्मा
9414430595

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Bikaneri

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