14/07/2025
Monday positive stories
"मन के कृतज्ञता के भाव "
आज दिनांक
14 July 2025 ,
सुबह 11:30 बजे ,
एक महिला और उसकी बेटी चेंबर में आए और उस महिला ने मुझसे कहा,
मैडम मैं आपके पैर छूना चाहती हूं ,😇और भावुक होकर के रो पड़ी , मेरे पैर छूकर मुझे गले लगा लिया 😱इसके पहले कि मैं कुछ समझ पाती उसने मुझे गले लगा लिया 🤗
और वह खुद ही अपनी पुरानी बात ( लग भग 2012 कि )याद कर रही थी और बहुत सारा धन्यवाद दे रही थी।😊
जब मैंने विस्तार से महिला को पूछा तो उसने बताया कि उसे बहुत ज्यादा खून जा रहा था और खून की कमी की वजह से उसे लग रहा था कि वह नहीं बचेगी और बच्चादानी (गर्भाशय )निकलवाने के लिए मेरे पास आई थी उस समय उसकी उम्र 29 साल रही होगी तब मैंने उसका इलाज किया था और पूरा भरोसा दिलाया था कि यह तकलीफ दवाईयों से पूरी तरह से ठीक हो जाएगी और बच्चादानी (गर्भाशय)निकलवाने कि जरूरत नहीं पड़ेंगी ।
(गर्भाशय कि किसी भी परेशानी का इलाज सिर्फ गर्भाशय निकालना नहीं होता अधिकतर तकलीफ दवाईयों से ठीक हो जाती है । यह बात लोगों को बताना और समझाना आवश्यक है। क्योंकि गांव में अधिकतर लोगों की यह सोच है गर्भाशय में परेशानी हुई बच्चेदानी निकाल दो कम उम्र में महिलाएं अपना गर्भाशय निकलवाने कि जिद करती है और अधिकतर महिलाओं को लगता है कि उन्हें कैंसर हो जाएगा पर यह एक भ्रांति है ।)
और महिला ने कही सुनी बातों को किनारे करके डॉक्टर की सलाह मानी और वह पूरी तरह से ठीक होकर अब अपने जीवन में फिर व्यस्त हो गई । जब उसकी बेटी को (जो कि 17 साल कि है)परेशानी हुई तब उसे डॉक्टर की याद आई जिसने उसे बचाया था ( यह मरिज की भावनाएं थी)। 13 साल से मन में छुपे हुए कृतज्ञता के भाव मुझे देखते ही अश्रु के रूप मे उमड़ पड़े। 😊
डॉ.आकांक्षा दीक्षित
बिलासपुर हॉस्पिटल मंगला , छत्तीसगढ़.
📱7224982249