14/03/2024
देश के महनीय प्रधानमंत्री ने भाजपा द्वारा किये एक और वर्षों पुराने वादे को पूरा किया।
बीते दिनों देश में नागरिकता संसोधन कानून मतलब CAA लागू हो गया। इस कानून के मुताबिक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न के शिकार हुए अल्पसंख्यक जो इन तीन देशों से हैं जिनमें हिन्दू, बौद्ध, सिख, पारसी एवं ईसाई और जो 2014 से पहले तक प्रताड़ित होकर भारत आये ऐसे शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जाएगी।
कई वर्षों से चले आ रहे इनके संघर्ष का अंत हुआ।
तो फिर CAA पर इतना प्रोपैगेंडा क्यों?
देश में 2014 के बाद से लेफ्ट लॉबी और इनके विलायती मानसिकता के दोस्त छटपटा रहे हैं और ये विरोध इसी छटपटाहट का नतीजा है। लेकिन क्या इनको पता है कि इनका ये विरोध कब देश विरोध में बदल गया, जब से ये सबकुछ चल रहा है तब से विदेश में बैठे भारत विरोधी तत्व और विदेशियों ने ट्वीटर पर एक ट्रेंड चलाया what's wrong with india? तो मैं बता दूं क्या गलत हो रहा भारत में:-
1. भारत ने अत्यधिक गरीबी को लगभग ख़त्म कर दिया है: आईएमएफ
2. आईएमएफ के कार्यकारी निदेशक का कहना है कि भारत आसानी से सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, क्योंकि जीडीपी वृद्धि पिछले अनुमानों से अधिक है।
3. इंडिया स्टैक वैश्विक हो गया है, लगभग एक दर्जन देश भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे को लागू करने के लिए तैयार हैं।
4. भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र को छूने वाला पहला देश बन गया।
ये गलत हो रहा है भारत में ?
एक दूसरी बात कहता हूं जिस धर्म समुदाय के लोग इसका विरोध कर रहे हैं क्या उन्होंने कभी पाकिस्तान बनने का विरोध किया। जिन्ना के खिलाफ कब ये सड़कों पर दिखे। क्या भारतीय अल्पसंख्यकों को पाकिस्तान नागरिकता देगा? इसका उत्तर सबको पता है। पाकिस्तान, बांग्लादेश में कैसे हिन्दू और दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की बहू-बेटियों को बालात धर्मपरिवर्तन करवाया जा रहा है, उनके ऊपर हो रहे अत्याचार का अंत है, ये कानून। उनकी चीखती पुकारती आवाजों को आज दशकों साल बाद न्याय मिला। मैं *डॉ. रजनीश पाण्डेय* CAA का खुले दिल से स्वागत करता हूँ। ये कानून अत्याचार पर ताबूत की कील साबित होगी।
Narendra Modi Bharatiya Janata Party (BJP)
MBBS, DNB(F. MEDICINE), FISN(NEUROLOGY)