10/04/2023
डॉ सुजीत शांडिल्य, आधुनिक चरक ❤️
पिछले जुन-जुलाई की बात है। अद्विक एक साल का था और भयंकर खांसी व कफ थी ।शहद संग गुलमोहर, तुलसी, गेंदे के पत्ते, सेंक आदि दादी-नानीयों के सारे नुस्खे बेअसर ! पहुंच गए गहपुर स्थित जनैक शिशु रोग विशेषज्ञ के पास । हाथ और पैर में "कैनुला पास नहीं हो रहा है" कहते हुए दो नर्सों ने डेढ़ घंटे मरोड़ा और छह जगह छेद कर दिए मगर उनका 'कैनुला पास न हो पाया' । इधर बच्चा रो रोकर नीला पड़ गया। डाक्टर आया और २८ इंजेक्शन के साथ नेबुलाइजर मशीन (जिसे देखते ही बच्चा ऐसे रोता था जैसे भूत देख लिया) थमा दिया । २८ सुइयां!! मैंने आपत्ति की तो जोर से हड़काया और कहा की छाती पर पूरा कफ भरा हुआ है, गुवाहाटी ले जाओ अगर इंजेक्शन नहीं लेना!
इधर, सातवीं बार में जैसे तैसे सर्जिकल टेपों के बल से कैनुला टिक गया हाथ में जिसे चैम्बर से बाहर निकलते वक्त बच्चे नें सीढियों में ही खींचकर निकाल दिया!
घर में सारे एकस्वर में मुझ पर बरस पड़े । इस दुधमुंहे को २८ सुइयां नहीं लगेगी तो नहीं लगेगी, कसाई डाग्डर !!
अगली सुबह चलो विश्वनाथ चाराली । चिंताग्रस्त, डरा हुआ । इधर सुबह बच्चे के शौच में कृमियां भी दिखाई दी ।
दैव संयोग से उसी सुबह किन्हीं महिला ने फोन पर पत्नी को बताया कि बरगां में एक डाक्टर है, आयुर्वेदिक। उनके बच्चे को भी कफ हो गया था, एक बार के दवा से ही बिल्कुल तंदुरुस्त हो गया । शहद के साथ पुड़िया मिलाकर चटाना होता है, बस् ।
हैं? इंजेक्शन, गैस कुछ भी नहीं? चलो... बरगां विश्वनाथ जाते वक्त रास्ते में ही पड़ता है।
बरगां सेंटर पार कर थाने के उस तरफ उसी हाथ में बरगां माॅडल अस्पताल में मिले डॉ सुजीत शांडिल्य। मूल रुप से गमिरि (घाट) के हैं । स्वर्ण भष्म के साथ और एक शीशी दिया था और शहद के साथ चटाने के लिए कहा । मैनें कृमि के लिए भी कुछ मांगा तो कहा कुछ मत दीजिए, कद्दु के बीज से गीरी निकालकर चन्दन जैसे पीसकर चटा दें !
उसके बाद तीन दिन । कफ कृमि.. मानों कांटा निकल गया हो ! इसके अतिरिक्त, बच्चा फुर्तिला लगने लगा व अन्य कई रोगात्मक परिणाम भी नजर आए । २७ इंजेक्शन और नेबुलाइजर वापस फैंक आया उसी दुकान पर, ले रख वापस!!
डॉ साहब सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं। फेसबुक पर बरोबर लिखते रहते हैं। एक यूट्यूब चैनल भी है 'SUKHAYU AYURVEDA' नाम से । छोटे-मोटे स्वास्थ्य संबंधी सुझावों के लिए ह्वाट्सएप करता हूं तब भी निराश नहीं करते । तीन चार करीबी दोस्तों को भी रिकमेंड करके भेजा था वह भी कहते हैं बच्चों के लिए बेस्ट हैं शांडिल्य सर ।
डाक्टर साहब को इसी पोस्ट के माध्यम से सादर धन्यवाद तथा एक क्षुद्र उपहार 🍂💐❤️