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18/04/2025

लिवर को डिटॉक्स कीजिए।

*पराठे छोड़‍िए, नाश्‍ते में खाइए रात की बची बासी रोटी, 5 गुना ज्‍यादा हैं फायदे, इसे फेंकने की गलती मत करना*  लोअर ग्‍ला...
17/05/2024

*पराठे छोड़‍िए, नाश्‍ते में खाइए रात की बची बासी रोटी, 5 गुना ज्‍यादा हैं फायदे, इसे फेंकने की गलती मत करना*

लोअर ग्‍लासेम‍िक इंडैक्‍स
गेंहु की ताजा रोटी की तुलना में बासी रोटी का ग्‍लाइसेम‍िक्‍स इंडैक्‍स काफी कम होता है. रोटी के ठंडा होने से इसके कार्बोहाइड्रेट स्‍ट्रक्‍चर में बदलाव आ जाता है और उसी परिणाम स्‍वरूप इसका शुगर के रूप में कनवर्जन धीमा होता है. इसी चलते ये ब्‍लड में भी धीमे ब्‍लड शुगर को र‍िलीज करता है. यानी अगर नाश्‍ते में आप बासी रोटी खाते हैं तो ये आपके ल‍िए घाटे का नहीं बल्‍कि फायदे का सौदा साबित होगा.

पाचन में होती है ज्‍यादा अच्‍छी
जब गर्म बनी रोटी धीरे-धीरे पुरानी होती है तो इस बीच उसका कॉम्‍प्‍लैक्‍स कार्बोहाइड्रेड धीरे-धीरे कम होने लगता है. इससे यह डाइजेस्‍ट करने में आसान हो जाता है. इसके अलावा बासी हो चुकी रोटी में ग्‍लूटन भी कम हो जाता है और ये रोटी पचाना ज्‍यादा आसान होता है.

चीजों के बासा होने पर उनमें फर्मेंटेशन का प्रोसेस होता है. ये प्रोसेस क‍िसी भी फूड को सुपरफूड बना देता है. दरअसल रोटी के बासा होने पर ये प्रोबायोट‍िक्‍स का सोर्स बन जाती है, जो ऐसे कंपाउंड होते हैं जो गट हेल्‍थ के लि‍ए जरूरी बैटेर‍िया का पोषण करता है. गट के ये बैक्‍टेर‍िया डाइजेशन को ठीक करने, न्‍यूट्रीएंट्स का अच्‍छा अर्ब्‍जोपशन और इम्‍यून‍िटी स‍िस्‍टम को ठीक करने का काम करता है.

16/05/2024
हीरो हीरोइन की  फ़ोटो को तो सब लाइक करते है आज देखते है हमे कितने लोग लाइक करते हैं । ❤
04/05/2024

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*इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग*  1. विटामिन बी12 : विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया, थक...
04/05/2024

*इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग*

1. विटामिन बी12 : विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया, थकान और कमजोरी हो सकती है। पिज्जा और पास्ता में विटामिन बी12 की मात्रा कम होती है।

2. विटामिन डी : विटामिन डी की कमी से हड्डियों की कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द और डिप्रेशन हो सकता है। पिज्जा और पास्ता में विटामिन डी की मात्रा कम होती है।

3. मैग्नीशियम : मैग्नीशियम की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन, थकान और सिरदर्द हो सकता है। पिज्जा और पास्ता में मैग्नीशियम की मात्रा कम होती है।

4. ओमेगा-3 फैटी एसिड : ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से हृदय रोग, डिप्रेशन और सूजन का खतरा बढ़ सकता है। पिज्जा और पास्ता में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा कम होती है।

अगर आपको पिज्जा-पास्ता खाने की तीव्र इच्छा होती है, तो अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपके ब्लड टेस्ट कर सकते हैं और यह पता लगा सकते हैं कि आपके शरीर में किन विटामिन की कमी है। एक बार जब आपको पता चल जाता है कि आपके शरीर में किन विटामिन की कमी है, तो आप अपने आहार में बदलाव करके या सप्लीमेंट लेकर इनकी कमी को पूरा कर सकते हैं।

*चैत्र नवरात्रि: 9 दिन हैं व्रत तो फलाहार में इन चीजों का सेवन जरूरी, रोज ज्यादा पिएं पानी, जानें डॉक्टर टिप्स*  1. पानी...
10/04/2024

*चैत्र नवरात्रि: 9 दिन हैं व्रत तो फलाहार में इन चीजों का सेवन जरूरी, रोज ज्यादा पिएं पानी, जानें डॉक्टर टिप्स*

1. पानी की कमी को दूर करने के लिए गर्मी के फल खीरे का भी सेवन कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि मधुमेह एवं हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रसित लोग व्रत के दौरान विशेष सावधानियां बरतें अन्यथा उनके समक्ष कई समस्या उत्पन्न हो सकती है. अगर ऐसे लोग व्रत हैं तो समय-समय पर जांच करते रहें. बहुत देर तक खाली पेट न रहें. तकलीफ होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

2. व्रत के दौरान नमक की वस्तु नहीं खाने से ब्लड प्रेशर काम हो सकता है. ब्लड प्रेशर डायबिटीज और हार्ट की बीमारी से पीड़ित लोग व्रत रखने से पहले अपने चिकित्सक से इस संबंध में उचित परामर्श ले लें. उन्होंने कहा कि डायबिटीज से ग्रसित लोग खानपान के प्रति किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें. डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को उपवास रखने के बाद नियमित तौर पर ब्लड शुगर लेवल की जांच करते रहना चाहिए.

3. व्रत के दौरान लंबे समय तक भूखा नहीं रहना चाहिए. खासकर गर्मी के दिनों में एक समय के अंतराल पर पानी, जूस, नारियल पानी के अलावा फल का सेवन करते रहना चाहिए. गर्मियों में शरीर में पानी की कमी होने लगती है. फल में संतरा, सेब, कीवी का सेवन कर सकते हैं. इसमें कार्बोहाइड्रेट और फाइबर अधिक मात्रा में होती है, जो व्रत के दौरान एनर्जी देने का काम करता है. वहीं, रोजाना 7-8 ग्लास या 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं.

*सोने से पहले खाएं सिर्फ 2 मुनक्के, सेहत को मिलेंगे बेहतरीन फायदे*  1. बेहतर नींद2. पाचन में सुधार3. हृदय स्वास्थ्य को ब...
08/04/2024

*सोने से पहले खाएं सिर्फ 2 मुनक्के, सेहत को मिलेंगे बेहतरीन फायदे*

1. बेहतर नींद
2. पाचन में सुधार
3. हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देना

अन्य स्वास्थ्य लाभ:

1. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना : मुनक्के में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देते हैं और संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

2. हड्डियों को मजबूत करना : मुनक्के में कैल्शियम और बोरॉन होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करने और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करते हैं।

3. एनीमिया को रोकना : मुनक्के में आयरन होता है, जो एनीमिया को रोकने में मदद करता है।

4. त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करना : मुनक्के में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं।

उपयोग करने का तरीका :

सोने से पहले 2 मुनक्के खाने का सबसे आसान तरीका है कि उन्हें सादा खाया जाए। आप उन्हें पानी में भिगोकर भी खा सकते हैं, जो उनके पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है। आप मुनक्कों को स्मूदी, दलिया या बेक्ड माल में भी मिला सकते हैं।

सावधानियां :

यदि आप मधुमेह या हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित हैं, तो सोने से पहले मुनक्के खाने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। मुनक्के में प्राकृतिक शर्करा होती है, जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकती है। यदि आपको मुनक्कों से एलर्जी है, तो उन्हें खाने से बचें।

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किडनी और लीवर के लिए अमृत है शरबत ऐ बजूरीशरबत ऐ बजूरी एक यूनानी दवा है. बजूरी का अर्थ होता है अनेक बीज. शरबत ऐ बजूरी में...
18/02/2024

किडनी और लीवर के लिए अमृत है शरबत ऐ बजूरी

शरबत ऐ बजूरी एक यूनानी दवा है. बजूरी का अर्थ होता है अनेक बीज. शरबत ऐ बजूरी में मुख्यत रूप से कासनी, कासनी की जड़, सौंफ, सौंफ की जड़, खरबूजे के बीज, खीरे के बीज, गोखरू के बीजों का प्रयोग किया जाता है. पुराने वैद्य और हकीम लोग इस शरबत का इस्तेमाल अक्सर गुर्दे अर्थात किडनी, मूत्र, लीवर, गाल ब्लैडर, पेट के रोगों के लिए विशेष रूप से इस्तेमाल करते थे. इसके सेवन के कुछ फायदे निमिन्लिखित है.
यह लीवर और किडनी की सभी समस्याओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. हेपेटाइटिस ऐ, बी या सी और लीवर सिरोसिस, फैटी लीवर में बहुत अच्छे नतीजे हैं.

किडनी के रोग जैसे किडनी का दर्द, स्टोन, पेशाब ना बनाना, पेशाब ना निकालना, किडनी का सही फ़िल्टर ना करना, किडनी के फेल होने पर भी ये अत्यंत लाभकारी है.

यह किडनी और मूत्राशय की सफाई करता है. और उनको पुनः नवीनीकरण करता है.

पेशाब से प्रोटीन निकलने पर भी ये बेहद प्रभावशाली है.

किडनी मूत्राशय और गाल ब्लैडर की पथरी (स्टोन) निकालने में बेहद असरकारक है.

लीवर और किडनी की गर्मी को दूर करने में मदद करता है.

लीवर और किडनी के दर्द को दूर करने में मदद करता है.

बुखार को सही करता है.

यह शरीर से गर्मी को निकाल कर शरीर में ठंडक भरता है. यह हृदय की बढ़ रही धड़कन को भी शांत करता है.

गर्मियों में इसको शरबत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.

इस से पेशाब की तकलीफ दूर होती है. और पेशाब खुल कर आता है.

शरबत ऐ बजूरी को निमिन्लिखित रोगों के इलाज में दिया जाता है.
Jaundice
Elevated liver serum enzymes
Hyperacidity
Kidney diseases
Nephritis
Nephrotic Syndrome
Proteinuria
Hypoalbuminemia
Edema due to kidney and liver diseases
Urinary bladder infection residues
Burning sensation in urine
Syphilis
Urinary tract infections or pus in urine
Elevated liver serum enzymes
Loss of appetite due to liver dysfunction
Fever of unknown origin
Restlessness due to high fever
Cystitis
सेवन विधि.
बच्चों को 10 से 25 मिली और बड़ों को 25 से 50 मिली एक गिलास पानी में डालकर दीजिये. अथवा वैद्य या डॉक्टर के परामर्श के अनुसार. बाज़ार में बने बनाये शरबत में चीनी होती है इसलिए ये मधुमेह के रोगियों के लिए वर्जित है. अगर उनको इसका सेवन करना हो तो वो सीधे इसको घर पर बिना चीनी के उपरोक्त लिखी हुयी वस्तुओं से तैयार कर लें. और इसका सेवन करें.

इसको बनाने के लिए उपरोक्त सब सामान बराबर मात्रा में लेवें. और काढ़े की तरह बना लें. मधुमेह के रोगी इसमें चीनी मत मिलाएं, दुसरे रोगी इसमें चीनी मिला कर शरबत की तरह बना कर रख सकते हैं.

शरबत ऐ बजूरी एक यूनानी दवा है जो बाज़ार में किसी भी यूनानी दवाखाने में मिल जाएगी वैसे इसको हमदर्द कंपनी भी बनाती है.

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