17/07/2025
मेरे पडोस में एक बुजुर्ग मित्र हैं, वो कुर्सी से खडे हो रहे थे और सहारे के लिए हाथ कुर्सी के हैंडल रखने से जोर का दबाव पडा और हड्डी टूटी गई। वो मेरे पास आए तो मैंने उन्हें बताया कि आपके शरीर में एक खामोश दुश्मन हड्डी को कमजोर कर रहा था। वो हैरान हो गए अपने उस दुश्मन के बारे में जानकर आप भी जान लें।
दरअसल' ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) एक ऐसी बीमारी है जो चुपके से आपकी हड्डियों को कमजोर करती है। इसे खामोश चोर इसलिए कहते हैं क्योंकि इसके लक्षण तब तक नजर नहीं आते, जब तक कोई हड्डी न टूटे। एक छोटी सी चोट, गिरावट, या यहाँ तक कि खाँसी भी फ्रैक्चर का कारण बन सकती है।
आइए इसे आसान और विस्तार से समझें 👇
🔴 ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) क्यों है खतरनाक?
• 50% महिलाएँ और 20% पुरुष 50 साल की उम्र के बाद ऑस्टियोपोरोसिस से फ्रैक्चर का शिकार हो सकते हैं।
• हिप फ्रैक्चर बुजुर्गों के लिए जानलेवा हो सकता है।
• यह न सिर्फ हड्डियों को कमजोर करता है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता और स्वतंत्रता को भी प्रभावित करता है।
❓ ऑस्टियोपोरोसिस क्या है?
यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हड्डियाँ पोली, कमजोर और भुरभुरी हो जाती हैं। हड्डियों का घनत्व (density) कम होने से वे आसानी से टूट सकती हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले अंग:
• रीढ़ की हड्डी (Spine)
• कूल्हे (Hips)
• कलाई (Wrists)
🧬 कौन है जोखिम में?
• महिलाएँ: खासकर रजोनिवृत्ति के बाद (हार्मोनल बदलाव के कारण)
• 70+ उम्र के पुरुष
• पारिवारिक इतिहास: अगर माता-पिता या भाई-बहन को ऑस्टियोपोरोसिस हो
• कैल्शियम/विटामिन D की कमी
• धूम्रपान या अत्यधिक शराब का सेवन
• निष्क्रिय जीवनशैली (कम व्यायाम)
• लंबे समय तक स्टेरॉयड दवाएँ लेने वाले
🔍 लक्षण कैसे पहचानें?
ऑस्टियोपोरोसिस के शुरुआती लक्षण मुश्किल से दिखते हैं। कुछ संकेत हो सकते हैं:
• ऊँचाई में कमी
• लगातार पीठ दर्द
• झुकी हुई मुद्रा (कूबड़ जैसी)
पुष्टि के लिए: DEXA स्कैन (हड्डियों की घनता जाँच) करवाएँ।
🧪 इसके कारण क्या हैं?
हड्डियाँ लगातार टूटती और बनती रहती हैं। ऑस्टियोपोरोसिस में हड्डियों का टूटना, बनने से ज्यादा तेजी से होता है।
मुख्य कारण:
• हार्मोनल बदलाव (जैसे रजोनिवृत्ति में एस्ट्रोजन की कमी)
• कैल्शियम और विटामिन D की कमी
• बढ़ती उम्र
• कुछ दवाएँ (जैसे स्टेरॉयड)
• पुरानी बीमारियाँ (जैसे गठिया या थायरॉयड)
🛡️ बचाव के आसान उपाय
ऑस्टियोपोरोसिस से बचना संभव है! इन आदतों को अपनाएँ:
✅ कैल्शियम युक्त आहार: दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियाँ, बादाम
✅ विटामिन D: सुबह की धूप (15-20 मिनट) और सप्लीमेंट्स
✅ व्यायाम: पैदल चलना, योग, वजन उठाने जैसे वेट-बेयरिंग व्यायाम
✅ धूम्रपान छोड़ें और शराब सीमित करें
✅ नियमित जाँच: 50 की उम्र के बाद DEXA स्कैन करवाएँ
💊 इलाज के विकल्प
अगर आपको ऑस्टियोपोरोसिस है, तो ये उपाय हड्डियों को मजबूत रख सकते हैं:
• कैल्शियम और विटामिन D सप्लीमेंट्स
• दवाएँ: बिसफॉस्फोनेट्स (जैसे Alendronate)
• हार्मोन थेरेपी (डॉक्टर की सलाह पर)
• जीवनशैली में बदलाव: घर को गिरने से सुरक्षित बनाएँ (जैसे फिसलन रोकें, अच्छी रोशनी रखें)
💡 अब समय है जागरूक होने का!
ऑस्टियोपोरोसिस को हल्के में न लें। अपनी हड्डियों की सेहत का ध्यान रखें और आज से ही स्वस्थ आदतें अपनाएँ। अपने डॉक्टर से बात करें और जरूरत पड़ने पर DEXA स्कैन करवाएँ।
आपकी हड्डियाँ आपका सहारा हैं, उनका सहारा बनें!