06/08/2022
स्तनपान से बच्चों के अंदर रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता का होता है विकास: डॉ अनिल
छपरा :विश्व स्तनपान दिवस पर चलाया जागरूकता अभियान पूरे देश में 1 से सात अगस्त तक सप्ताह के रूप में चलाया जा रहा है। इसी दौरान छपरा शहर के शायमचक स्थित संजीवनी नर्सिंग होम के परिसर में स्तनपान दिवस पर चलाया जागरूकता अभियान चलाया गया। मौके पर संजीवनी नर्सिंग होम के संस्थापक डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि शिशु के लिए अमृत समान होता है मां का दूध उन्होंने कहा कि नौनिहालों के लिए मां का दूध एक वरदान होता है जो इसके अंदर न केवल दिमाग के शरीर के विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा स्तनपान बच्चों के अंदर रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है। इस मौके पर डॉ संजू प्रसाद ने बताया कि प्रकृति ने माँ और बच्चे के बीच का बंधन मजबूत करने के लिए ही माँ के दूध की डोर बाँधी है। बच्चे का हाजमा इतना नाजुक होता है कि वह सिर्फ माँ का दूध ही सहजता से हजम कर सकता है।
आधुनिक माताएँ अपने फिगर मेंटेन करने के चक्कर में बच्चों को स्तनपान नहीं करातीं। यह न सिर्फ बच्चे में कुपोषण को बढ़ाता है, बल्कि भविष्य में ऐसी माताओं के लिए स्तन कैंसर का खतरा भी बरकरार रहता है। बच्चा माँ के गर्भ में ही पलकर बड़ा होता है इसलिए उसे माँ के दूध की रासायनिक बनावट ही रास आती है।
यही वजह है कि जन्म के बाद 6 महीनों तक माँ के दूध पर बच्चे का जन्मसिद्ध अधिकार है। स्तनपान कराने से दूध के अलावा शिशु की प्यास भी बुझती है। माता के दूध के पहले हिस्से में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो बच्चे की पानी की जरूरत तो पूरा करती है। डॉ विशाल कुमार ने जागरूकता अभियान में जागरूक करते हुए कहा कि माँ का दूध है सर्वश्रेष्ठ आहार मां का दूध बच्चे के लिए सुरक्षित, पौष्टिक और सुपाच्य होता है। यह बच्चे को सिर्फ पोषक तत्त्व ही नहीं प्रदान करता है बल्कि बच्चे के पेट की गड़बड़ियों को भी दूर करता है। यह बच्चे में दमा और कान की बीमारी को नहीं होने देता।
डॉ नेहा कुमारी ने बताया कि माँ का दूध बच्चे को बीमारी से बचाता है। माँ का दूध बच्चे में सिर्फ पोषण का काम ही नहीं करता बल्कि बच्चे के शरीर को कई प्रकार के बीमारियोँ के प्रति प्रतिरोधक क्षमता भी प्रदान करता है। माँ के शरीर की प्रतिरोधक छमता बच्चे को माँ के दूध के जरिये मिलता है। इसका मतलब नियमित स्तनपान करने से बच्चे के शरीर में माँ के शरीर जितना रातिरोधक छमता विकसित हो जाती है।
विश्व स्तनपान दिवस पर चलाया जागरूकता अभियान शुभारंभ डॉ अनिल कुमार, डॉ संजू प्रसाद, डॉ विशाल कुमार, डॉ नेहा कुमारी, रिवेल के संस्थापक विक्की आनंद, शिक्षक मनोज संकल्प, अभिषेक अरुण, प्रमोद मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर संयुक्त रूप से किया। इस संजीवनी संस्कर स्कूल के दो शिक्षिकाओं को सम्मानित कर बिदाई दिया गया।