
11/07/2025
#इसे जरूर पढ़ें 👍
ऐसे अनगिनत केस हो रहे है ये तो मीडिया में आ गया इसलिए दिख रहा है। स्टीरॉयड, एंटी एलर्जिक दवाओं के अंधाधुंध उपयोग से मूल रोग कभी ठीक न होकर केवल दबता(supress) होकर मरीज घातक दुष्परिणाम भुगतता हैं,एलोपैथी में तात्कालिक आराम के साथ सालों दवा खाता है साथ ही दुष्परिणाम भी होते हैं ठीक भी नहीं होता लेकिन यही जब एलोपैथी से निराश होकर होम्योपैथी में इलाज कराने आता है तो यहां उसे आज दवा दो कल ही आराम चाहिए, मरीज जितने सालों से रोगग्रसित हैं उसके बराबर महीने भी नही देना चाहता। केवल होम्योपैथी ही त्वचा रोगों में दुष्प्रभाव रहित स्वास्थ्य लाभ देती है। स्टीरॉयड युक्त क्रीम,मलहम के बाहरी उपचार से रोग दबकर किसी अन्य रोग के रूप में उभरकर निकलता है, मरीज को ये कहकर समझा दिया जाता जिस रोग के लिए आए थे वो ठीक हो चुका है ये जो रोग आया है वह कुछ और है जबकि सत्यता यह है कि यह मूल रोग का रूपांतरित रोग है।
#मैं जमानस की एक भ्रांति को और दूर करना चाहूंगा जिसमें मरीज यह कहते सुना होगा कि होम्योपैथी पहले रोग को बढ़ाती है फिर ठीक करती है जबकि हकीकत यह है कि हर रोग में नहीं होता तथा गर बढ़ता भी है तो जो रोग स्टीरॉयड,एंटी एलर्जिक दवाओं के प्रयोग से दबा रहता है जैसे ही वह बंद करते है तो रोग दुगने गति से बढ़ता है न कि होम्योपैथी दबा के उपयोग से।
#होम्योपैथी चिकित्सा त्वचा रोगों की सर्वोत्तम चिकित्सा है इसे जरूर अपनाएं।
त्वचा विशेष रोग: दाद,खुजली,सोरायसिस,सफेद दाग, मुंहासे,मस्से,गंजापन,एलर्जी, शीत पित्ती,लाइकन,आदि