Vimalpahujarolls

  • Home
  • Vimalpahujarolls

Vimalpahujarolls Page on Vaastu & Astrology

किसी भी सिद्धि प्राप्ति, तंत्र या मनोकामना पूर्ति के लिए चार रात्रियां सर्वश्रेष्ठ हैं पहली है कालरात्रि (नरक चतुर्दशी) ...
16/08/2025

किसी भी सिद्धि प्राप्ति, तंत्र या मनोकामना पूर्ति के लिए चार रात्रियां सर्वश्रेष्ठ हैं पहली है कालरात्रि (नरक चतुर्दशी) दूसरी है अहोरात्रि (शिवरात्रि), तीसरी है दारुणरात्रि (होली) चौथी है मोहरात्रि अर्थात जन्माष्टमी, इन दिनों में किए गए तंत्र उपाय जरुर सफल होते हैं.. .✨

09/08/2025

Cʀᴏss🤞🏻Cʜᴇᴄᴋ ᶠᵃᶜᵗ ᴏғ ᴛʜᴇ Dᴀʏ,
अष्टम भाव➕राहू हो तो एलर्जी की सम्भावना हमेशा बनी रहती है, समान्य परिस्थिति में VɪᴍLøɢɪᴄ🎤

अष्टम भाव ➕ राहूअष्टम भाव में राहु की स्थिति के कारण विष या विषैली वस्तुओं का प्रभाव बना रहता है। सामान्यतः खान-पान में ...
09/08/2025

अष्टम भाव ➕ राहू

अष्टम भाव में राहु की स्थिति के कारण विष या विषैली वस्तुओं का प्रभाव बना रहता है। सामान्यतः खान-पान में सावधानी न बरती जाए या अस्वस्थ आदतें अपनाई जाएं, तो विषाक्तता का खतरा बढ़ सकता है, यहां तक कि जहरीले जानवर के काटने जैसी घटनाएं भी संभव हो सकती हैं।

अष्टम भाव ➕ राहूअष्टम भाव ज्योतिष शास्त्र में लाइलाज बीमारियों या लंबी अवधि तक चलने वाली समस्याओं को देता है यह जातक के ...
09/08/2025

अष्टम भाव ➕ राहू

अष्टम भाव ज्योतिष शास्त्र में लाइलाज बीमारियों या लंबी अवधि तक चलने वाली समस्याओं को देता है यह जातक के जीवन में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है, जो अक्सर जटिल और समझने में कठिन होती हैं। ऐसी स्थिति में, जातक को बार-बार बीमारियों का सामना करना पड़ता है। एक बीमारी ठीक होने के बाद, दूसरी समस्या सिर उठाती है, राहु के प्रभाव से होने वाली बीमारियाँ अक्सर अप्रत्याशित और गंभीर होती हैं। इनका निदान करना आसान नहीं होता, क्योंकि राहु भ्रम पैदा करता है और समस्या की वास्तविकता को छुपा देता है। यह परिस्थिति डॉक्टरों और उपचारकर्ताओं के लिए भी चुनौतीपूर्ण बनती है।

अष्टम भाव ➕ राहूराहु जातक के स्वभाव में झगड़ालूपन की प्रवृत्ति ला सकता है, जिससे वह विवादप्रिय और रूखा माने जा सकता है, ...
09/08/2025

अष्टम भाव ➕ राहू

राहु जातक के स्वभाव में झगड़ालूपन की प्रवृत्ति ला सकता है, जिससे वह विवादप्रिय और रूखा माने जा सकता है, जातक अपने विचारों को स्पष्ट रूप से प्रकट करने से बचता है, राहु के प्रभाव से जातक के भीतर संदेह का स्वभाव पनप सकता है, और वह अफवाहों में उलझने या उनको फैलाने दोनों की प्रवृत्ति रख सकता है, लोग आसानी से उनके स्वभाव, सोच और गतिविधियों को समझ नहीं पाते, क्योंकि जातक अपने व्यक्तिगत विचारों और योजनाओं को छिपाने में कुशल होता है।

09/08/2025
अष्टम ➕ बुधअष्टम भाव में स्थित बुध जातक को तीक्ष्ण बुद्धि और विश्लेषण क्षमता प्रदान करता है, जिससे वह असामान्य या गुप्त ...
06/08/2025

अष्टम ➕ बुध

अष्टम भाव में स्थित बुध जातक को तीक्ष्ण बुद्धि और विश्लेषण क्षमता प्रदान करता है, जिससे वह असामान्य या गुप्त स्रोतों से धन अर्जित करने में सक्षम होता है। ऐसे जातक प्रायः अपनी बुद्धिमत्ता, चतुराई और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के बल पर आर्थिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं। यह स्थिति गुप्त विद्या, अनुसंधान, मनोविज्ञान, ज्योतिष या अन्य रहस्यमय विषयों में रुचि तथा दक्षता भी प्रदान कर सकती है कुल मिलाकर, अष्टम भाव का बुध जातक को बुद्धि आधारित गूढ़ ज्ञान और धन दोनों का अधिकारी बनाता है।

अष्टम ➕ बुधअष्टम भाव में बुध हो तो जातक की अक्ल चालाक होती है। ऐसा जातक छुपी बातों को समझने वाला, राज़ रखने और जानने वाल...
06/08/2025

अष्टम ➕ बुध

अष्टम भाव में बुध हो तो जातक की अक्ल चालाक होती है। ऐसा जातक छुपी बातों को समझने वाला, राज़ रखने और जानने वाला होता है। धन ऐसे रास्तों से आता है जो आम लोगों की समझ से बाहर हों जैसे की बीमा, गुप्त सौदे, खजाना, वारिसी, गुप्त युक्ति या गुप्त विद्या से अगर बुध बलवान हो, तो जातक अपनी अक्ल से ही पैसा बनाता है।

ऐसे बुध वाला जातक लिखने‑पढ़ने, हिसाब‑किताब और सूझबूझ में तेज होता है। भेद की बातों का जानकार होता है और कभी‑कभी टोने‑टोटके या ज्योतिष का भी अभ्यास करता है।

लेकिन अगर यही बुध अशुभ हो जाए, तो जातक की यही चालाकी उसे चालबाज़ बना सकती है, और धन हानि या धोखे के रास्ते पर भी ले जा सकती है इसलिए कह सकते है की अष्टम भाव का बुध शुभ हो, तो वरदान अशुभ हो, तो गुप्त शत्रु बन जाता है।

अष्टम भाव ज्योतिष का सबसे रहस्यमयी और गूढ़ भाव माना जाता है। यह जीवन में होने वाली अचानक घटनाओं, आकस्मिक लाभ-हानि, मृत्य...
01/08/2025

अष्टम भाव ज्योतिष का सबसे रहस्यमयी और गूढ़ भाव माना जाता है। यह जीवन में होने वाली अचानक घटनाओं, आकस्मिक लाभ-हानि, मृत्यु, शोध, तंत्र-मंत्र, परालौकिक अनुभवों, विरासत, गुप्त धन और मानसिक-आध्यात्मिक रूपांतरण का प्रतिनिधि है। इसी भाव से व्यक्ति की आयु, असाध्य रोग, सर्जरी, शत्रु के षड्यंत्र, पार्टनर का धन, ससुराल से लाभ, और गहरे वैवाहिक रहस्य देखे जाते हैं। यह भाव गहराई, तपस्या, साधना और जीवन के गुप्त पक्षों को उजागर करता है।

ज्योतिष, तंत्र और मोक्ष जैसे विषयों में प्रवीणता इसी भाव की सक्रियता से आती है। यह भाव न केवल बाधाओं और कष्टों का सूचक है, बल्कि भीतर छिपी संभावनाओं और शक्तियों का स्रोत भी है। जब यह भाव जागृत होता है, तो व्यक्ति जीवन की सीमाओं को पार कर आत्मबोध की ओर अग्रसर होता है। यही वह घर है जहाँ डर समाप्त होता है और शोध प्रारंभ। यही वह द्वार है जहाँ मृत्यु अंत नहीं, बल्कि यात्रा का विस्तार बन जाती है।

22/07/2025

.in

15/07/2025

विमल जी, क्या हर समस्या का समाधान वास्तु में है ?

जवाब: वास्तु जादुई छड़ी नहीं, बल्कि एक सहायक उपकरण है जो सकारात्मक वातावरण बनाता है, इसका लक्ष्य जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है, न कि हर व्यक्तिगत समस्या को हल करना, यह कर्म और प्रयास का विकल्प कदापि नहीं है।

Address


Opening Hours

Monday 12:00 - 20:00
Tuesday 12:00 - 20:00
Wednesday 12:00 - 20:00
Thursday 12:00 - 20:00
Friday 12:00 - 20:00
Saturday 12:00 - 20:00
Sunday 13:00 - 17:00

Telephone

+918524800000

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Vimalpahujarolls posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

  • Want your practice to be the top-listed Clinic?

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram