23/09/2025
गौमुखासन-:
जिसे 'काउ फेस पोज़' (Cow Face Pose) भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण हठ योग आसन है। इस आसन का नाम 'गौ' (गाय) और 'मुख' (चेहरा) से लिया गया है, क्योंकि इस मुद्रा में शरीर की स्थिति गाय के चेहरे जैसी दिखती है। यह आसन मुख्य रूप से शरीर के ऊपरी और निचले हिस्सों में खिंचाव पैदा करता है, जिससे कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
गौमुखासन करने का तरीका-:
इस आसन को सही ढंग से करने के लिए इन चरणों का पालन करें:
प्रारंभिक अवस्था: फर्श पर दंडासन (पैरों को सीधा करके बैठना) की मुद्रा में बैठें।
पैरों की स्थिति: अपने दाहिने पैर को घुटने से मोड़कर बाईं जांघ के नीचे रखें, ताकि दाहिनी एड़ी बाईं कूल्हे के पास आ जाए। फिर, बाएं पैर को घुटने से मोड़कर दाहिनी जांघ के ऊपर रखें। इस तरह, आपके दोनों घुटने एक दूसरे के ऊपर आ जाएंगे।
हाथों की स्थिति: अब, अपने दाहिने हाथ को ऊपर उठाएं और कोहनी से मोड़कर पीठ के पीछे ले जाएं। वहीं, अपने बाएं हाथ को नीचे से घुमाते हुए पीठ के पीछे ले जाएं और दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाने की कोशिश करें।
शरीर को सीधा रखें: ध्यान रखें कि आपकी गर्दन, रीढ़ और पीठ सीधी रहे। कंधों को पीछे की ओर खींचकर सीना चौड़ा करें।
श्वास लें और छोड़ें: इस मुद्रा में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रुकें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
मुद्रा से बाहर आना: धीरे-धीरे हाथों को छोड़ें और पैरों को सीधा करें। अब यही प्रक्रिया दूसरी तरफ से दोहराएं, यानी बाएं पैर को नीचे और दाहिने पैर को ऊपर रखें और हाथों को भी बदलें।
गौमुखासन के फायदे-:
गौमुखासन के नियमित अभ्यास से शरीर और मन को कई लाभ मिलते हैं:
मांसपेशियों में खिंचाव: यह आसन कंधों, बाहों, जांघों और कूल्हों की मांसपेशियों में गहरा खिंचाव पैदा करता है, जिससे उनकी लचीलता बढ़ती है।
पीठ दर्द में राहत: यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और ऊपरी पीठ (upper back) के दर्द को कम करने में सहायक है।
कंधों और गर्दन का तनाव कम करे: यह कंधों और गर्दन में जमा तनाव को कम करता है, जो अक्सर कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों में पाया जाता है।
साइटिका में लाभ: यह साइटिका के दर्द को कम करने में भी मदद कर सकता है क्योंकि यह जांघों और कूल्हों की मांसपेशियों पर काम करता है।
तनाव कम करे: यह एक शांत करने वाला आसन है जो मन को शांत करता है और तनाव को दूर करने में मदद करता है।
पाचन क्रिया सुधारे: यह पेट के अंगों को मालिश देता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है।
सावधानियां-:
अगर आपको घुटनों, कंधों या कूल्हों में कोई गंभीर चोट है तो इस आसन को करने से बचें।
अगर आप शुरुआती हैं, तो शुरुआत में हाथों को पकड़ने के लिए किसी पट्टी या बेल्ट का उपयोग कर सकते हैं।
यह सुनिश्चित करें कि आप अपनी क्षमता से अधिक खिंचाव न करें और दर्द होने पर रुक जाएं।