19/11/2025
अविद्या: यह भ्रामक शक्ति है जो वास्तविक चीजों को गलत तरीके से देखने का कारण बनती है।
- अनित्य को नित्य मानना।
- अशुद्ध को शुद्ध मानना।
- दुःख को सुख मानना।
- अनात्म को आत्मा मानना।
अविद्या का प्रभाव: इसके कारण ही पुरुष (आत्मा) और प्रकृति (जगत) का संयोग होता है, जिससे संसार और सभी क्लेशों का चक्र शुरू हो जाता है।
समाधान: अविद्या को वास्तविक ज्ञान (विवेक ज्ञान) से ही समाप्त किया जा सकता है, जो पुरुष और प्रकृति को उनके सही स्वरूप में देखने में मदद करता है।