31/12/2024
New poem for who are suffering from addiction on mee year
चलो नए साल का स्वागत करते है
फिर से एक नया संकल्प लेते हैं
कुछ यादें याद करते है
वो दर्द याद करते हैं,
जो हमने सहन किया है
वो दर्द याद करते हैं,
जो अपनो को दिया है
अपनो के खो जाने का दर्द,
सपनों के मर जाने का दर्द
तन और मन को तड़पाने का दर्द,
आत्मा को रुलाने का दर्द
चलो नया साल आया है, पुराना भूल जाते हैं
याद करो जब उस मां को रुलाया था
याद करो जब उस पिता को तड़पाया था
बहन राखी पर राह तक रही थी
भाई का भी चेहरा मुरझाया था
अर्धांगिनी के अरमानों को जब ठुकराया था
मासूम बच्चों को जब दुत्कारा था।
क्या यही था जिंदगी का मकसद,
क्या यही था जिंदगी का अर्थ
नशे की गिरफ्त में आकर जिंदगी बर्बाद करना।
चलो नया साल आया है, पुराना भूल जाते हैं
एक शेर
नजरे बदली तो नजारे बदल गए
नजारे बदले तो सितारे बदल गए
कश्ती बदलने से क्या फायदा होगा
सोच बदली तो किनारे बदल गए ।
चलो नए सोच विचार बनाते है
नए कदम बढ़ाते है
चलो नए अरमान जगाते है
नए सपने बुनते है
जो चले गए थे दूर हमसे
चलो उनको पास बुलाते है
चलो किसी को माफ करते है
किसी से माफी मांग लेते है
चलो नया साल आया है, पुराना भूल जाते हैं
चलो नई हिम्मत बनाते है
नई ताकत जुटाते है
चलो कुछ नई बात करते हैं,
कुछ नई कसमें खाते हैं
नशे से जो टूट गई थी ज़िंदगी की
वो कड़ी फिर से जोड़ते है
चलो कुछ दुआ करते है
कुछ दुआएं लेते है
चलो भर कर बाजुओं में दम ,
सीना तान कर सर उठाते है
चलो नया साल आया है, पुराना भूल जाते हैं
चलो स्वागत करते है नई ज़िंदगी का
गर्मजोशी से हाथ मिलते है
मोहब्बत से भरी इस दुनिया से
नफरत के बीज मिटाते है
उतार , चढ़ाव कैसे भी हो
जैसे हो ,जहां भी हो
चलो दिल खोल कर गले लगाते है
जो बीत गया उसको भुलाकर
नई ज़िंदगी की जोत जलाते हैं
चलो नया साल आया है, पुराना भूल जाते हैं
चलो फिर जीते है ऐसी जिंदगी
दुनिया कहे मजा आ गया , वाह क्या बात है
और कहे ( कुलदीप ) तुम कमाल हो , लाजवाब हो , बेमिशाल हो