18/01/2023
रागी/मंडुआ के फायदे
रागी को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि यह जरूरी पौष्टिक तत्व से भरपूर है। अगर आप रागी को डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो इसके फायदे के बारे में जरूर जान लें।
कैल्शियम से भरपूर
रागी /मंडुआ के फायदे कैल्शियम से भरपूर होते हैं
बाकी अनाज के मुकाबले रागी में 5 से 30 गुना ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है। राष्ट्रीय पोषण संस्थान के अनुसार 100 ग्राम रागी में 344 एमजी कैल्शियम पाया जाता है जो पूरे दिन की कैल्शियम की जरूरत को पूरा करने के लिए अच्छा है। इससे कहा जा सकता है कि रागी के फायदे कैल्शियम से भरपूर होते हैं।
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि रागी/मंडुआ में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे हड्डियां, दांत मजबूत रहते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों से जुड़ी बीमारी) से बचाव मिलता है। कैल्शियम से भरपूर होने के कारण बढ़ते बच्चे और गर्भवति महिलाओं के लिए रागी के फायदे बढ़ जाते हैं। कैल्शियम के अलावा रागी के फायदे विटामिन डी से भी भरपूर हैं। विटामिन डी होने से कैल्शियम अब्जॉर्ब करना आसान हो जाता है। अगर आप सूरज की किरणों से विटामिन डी नहीं ले पा रहे हैं तो रागी डाइट में शामिल करने का सोच सकते हैं।
डायबिटीज
रागी/मंडुआ के फायदे डायबिटीज में फायदेमंद हो सकते हैं ,
बाकी अनाज के मुकाबले रागी में पॉलीफेनोल्स और डाइटरी फाइबर पाया जाता है। रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के आसार कम हो जाते हैं। रागी के फायदे स्टार्च का आसानी से अब्जॉर्ब होना, डायबिटीज को लेकर सतर्क करना आदि से जुड़े हुए हैं।
एनीमिया
रागी/मंडुआ के फायदे आयरन से भरपूर होने के कारण भी जाने जाते हैं। आयरन का सेवन करने से हीमोग्लोबिन में सुधार होता है जिससे एनीमिया होने के आसार कम हो जाते हैं। जिन लोगों को एनीमिया है उन लोगों को अपनी डाइट में आयरन से भरपूर डाइट फॉलो करनी चाहिए। आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आप रागी कुकीज़ या रागी का हलवा भी खा सकते हैं। और यह ऑप्शन आयरन की दवाई खाने से तो बहुत अच्छा है।
एंटी एजिंग
बढ़ती उम्र के लक्षण त्वचा पर झुर्रियां, फाइन लाइन, काले धब्बे के रूप में दिखने लग जाते हैं। सेहतमंद खाने की आदत की मदद से बढ़ती उम्र के आसार देरी से आ सकते हैं। सेहतमंद डाइट में आप रागी के फायदे शामिल कर सकते हैं। रागी में अमिनो एसिड होते हैं जैसे कि मेथिओनिन और लाइसिन जो टिश्शू को झुर्रियों से बचाकर रखने में मदद करते हैं। रागी खाने के फायदे डाइट में शामिल करने से बढ़ती उम्र के आसार देरी से आने में मदद मिल सकती है।
जिन लोगों को गेहूं से एलर्जी होती है वो लोग अकसर ग्लूटेन फ्री डाइट फॉलो करते हैं। रागी 100% ग्लूटेन फ्री है जिस कारण यह बाकी अनाज से अलग है।
आरामदायक
आजकल की भाग- दौड़ भरी जिंदगी में चिंता, बेचैनी, नींद ना आना लोगों में आम हो गया है। लेकिन यह चिंताजनक विषय है। इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। इसके साथ ही अपनी डाइट का भी खास ध्यान रखें। ऐसी स्थिति में आप डाइट में रागी के फायदे शामिल कर सकते हैं। रागी में भरपूर मात्रा में अमिनो एसिड और ट्रिप्टोफैन पाए जाते हैं जो प्राकृतिक रूप से आराम देने वाले तत्व होते
रागी के फायदे वजन कम करने में मदद कर सकते हैं। जैसा कि आपको पहले भी बताया है कि रागी में डाइटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है। डाइट में रागी शामिल करने से भूख कम लगती है और आप बार- बार कुछ खाते नहीं हैं। अगर आप वजन कम करने की सोच रहे हैं तो ब्रेकफास्ट में रागी शामिल कर सकते हैं जिससे कैलोरी का सेवन कम होता है।
एनर्जी
अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और अनसैचुरेटेड फैट होने से शरीर और दिमाग आलसी बन जाता है। शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ाना के रागी के फायदे काम आ सकते हैं। जो लोग शारीरिक काम ज्यादा करते हैं उन लोगों को अपनी डाइट में रागी जरूर शामिल करनी चाहिए।
अगर आप नए माता- पिता बने हैं और अपने बच्चे के लिए सेहतमंद खाना ढूंढ रहे हैं तो इसका जवाब है – रागी। जी हां, रागी बच्चों के लिए पोषण से भरपूर अनाज माना जाता है और साथ ही बच्चों के द्वारा इसको आसानी से पचाया जा सकता है।
रागी/मंडुआ में आयरन, कैल्शियम और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिस कारण से यह बच्चों के खाने के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन बन जाता है। बच्चों को रागी की खिचड़ी खिला सकते हैं। इसके अलावा मार्किट में बच्चों के लिए रागी पाउडर, रागी बिस्किट और कई प्रोडक्ट उपलब्ध हैं।
बीमारी से बचाव
रागी /मंडुआ के फायदे पौष्टिक तत्व से भरपूर हैं जिस कारण से यह कई गंभीर बीमारियों से बचाव करने में मदद करता है। रागी में मौजूद पौष्टिक तत्व और मिनरल्स, टिश्शू सही करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने और चिंता, स्ट्रोक कम करने में मदद करते हैं। रागी को डाइट में शामिल करने से मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है। रागी से पोषण की कमी नहीं होती है।