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Benefits of Superfoods: सर्दियों में हमारी सेहत को बनाए रखना बहुत जरूरी होता है. इस समय पर खसखस (poppy seeds), मिश्री (r...
22/09/2025


Benefits of Superfoods: सर्दियों में हमारी सेहत को बनाए रखना बहुत जरूरी होता है. इस समय पर खसखस (poppy seeds), मिश्री (rock sugar) और सफेद तिल (white sesame seeds) का सेवन हमारे शरीर के लिए वरदान साबित हो सकता है. अगर आप रोजाना इनका सेवन करते हैं, तो आपको कमजोरी, थकान और पेट की समस्याओं से राहत मिल सकती है.
डॉ. उपासन बोहरा का कहना है कि, ये सीड्स आपके शरीर के लिए बेहतरीन हैं. खासकर महिलाओं के लिए ये काफी फायदेमंद माने जाते हैं. इसलिए महिलाओं को इसका सेवन जरूर करना चाहिए.
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खसखस (Poppy Seeds)
खसखस में कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं. इसके अलावा इसमें मौजूद antioxidants शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करते हैं. सर्दियों में खसखस का सेवन शरीर को गर्म रखता है और energy boost करने में मदद करता है. नींद की समस्याओं से परेशान लोग भी इसका नियमित सेवन कर सकते हैं.
मिश्री (Rock Sugar)
मिश्री सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं है, बल्कि यह तुरंत ऊर्जा देने वाला एक नैचुरल भी है. यह इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में काम करता है और पेट की गर्मी को संतुलित रखता है. व्रत या त्योहार के दौरान मिश्री का सेवन कमजोरी और थकान को दूर करने में सहायक होता है.
सफेद तिल (White Sesame Seeds)
सफेद तिल में प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. यह बालों और स्किन के लिए बेहतरीन है. साथ ही, इसमें मौजूद फाइवर पाचन को सही रखने में मदद करता है. सर्दियों में तिल खाने से शरीर में गर्म रखते हैं और एनर्जी देते हैं.
खसखस, मिश्री और सफेद तिल का संयोजन
जब ये तीनों मिलकर खाए जाते हैं, तो यह combination शरीर के लिए पूरे सर्दियों में एक natural energy booster साबित होता है. यह हड्डियों को मजबूत रखता है, एनर्जी बढ़ाता है और इम्यूनिटी को मजबूत करता है. आप इसे दूध या पानी में मिलाकर खा सकते हैं. यह बच्चों और बड़ों, दोनों के लिए फायदेमंद है.
सेवन करने के आसान तरीके

सुबह खाली पेट मिश्री और तिल मिलाकर खा सकते हैं.
खसखस का हलवा बनाकर बच्चों को दें.
सर्दियों में दूध में तिल और खसखस मिलाकर पी सकते हैं.

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Benefits of Superfoods: सर्दियों में खसखस, मिश्री और सफेद तिल के सेवन से कमजोरी, थकान और पेट की समस्याओं से राहत पाएं.

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22/09/2025

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22/09/2025


Earphone Side Effects: आजकल के डिजिटल युग में Earphones हर किसी की लाइफस्टाइल का हिस्सा बन गया है. ऑफिस हो या कॉलेज, ट्रैवलिंग हो या वर्कआउट, लोग दिनभर इन्हें इस्तेमाल करते रहते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह आपकी सुनने की शक्ति कम करता है. धीरे-धीरे हमारी सुनने की क्षमता कमजोर होने लगती है और इसके कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं.
डॉ. शैलेश पांडे का कहना है कि, ईयरफोन सीधे कान में ध्वनि पहुंचाती है, जिससे आपके कान की संवेदनशील नसों पर दबाव बढ़ता है. लंबे समय तक High Volume में सुनने से काफी दिक्कत हो सकती है. शुरू में यह सिर्फ हल्की आवाज में परेशानी महसूस कराता है, लेकिन धीरे-धीरे सुनने की क्षमता घटने लगती है.
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तेज अवाज वाले ईयरफोन का इस्तेमाल
आपने अक्सर देखा होगा कि, लोग नए-नए तरह के ईयरफोन खरीद लेते हैं. जिसमें काफी तेज आवाज आती है, ऐसे लोग सोचते हैं कि, बाहर की आवाज सुनाई न दे, बस गानों की आवाज सुनाई देनी चाहिए. लेकिन ऐसे लोगों के लिए आगे चलकर काफी समस्या हो सकती है.
दिनभर ईयरफोन इस्तेमाल करने के नुकसान

लगातार ईयरफोन पहनने से कान में Infection का खतरा बढ़ता है.
कान की मोम जैसी प्राकृतिक सफाई बाधित होती है.
लंबे समय तक तेज आवाज में संगीत सुनने से Hearing Loss हो सकता है.

कैसे करें अपनी श्रवण क्षमता की सुरक्षा

हमेशा 60% से ज्यादा आवाज में संगीत या वीडियो न सुनें.
हर 2 घंटे में ईयरफोन निकालकर कान को आराम दें.
ईयरफोन और कान दोनों को साफ रखें, ताकि Infection से बचा जा सके.
ये बाहरी शोर को कम करते हैं, जिससे कम Volume में सुनना संभव होता है.

लोगों की आवाज स्पष्ट नहीं सुनना

फिर से बोलो, मैंने सुना नहीं
तेज आवाज में टीवी देखना और फिर कम करने पर सुनाई न देना

ईयरफोन हमारी जिंदगी को आसान और मनोरंजक बनाते हैं, लेकिन उनके दुरुपयोग से hearing health को गंभीर नुकसान पहुँच सकता है. सावधानी और सही आदतों के साथ हम अपनी सुनने की क्षमता ठीक रख सकते हैं. लेकिन आजकल ज्यादातर लोग हर चीज की आवाज तेज सुनते हैं.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Earphone Side Effects: दिनभर ईयरफोन लगाने से सुनने की शक्ति पर बुरा असर पड़ सकता है. जानें इसके नुकसान और सुरक्षित रहने के उपाय.

Pregnancy Sickness: गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में vomiting सामान्य हैं. लेकिन कुछ महिलाओं के लिए यह स्थिति इतनी गंभीर...
22/09/2025


Pregnancy Sickness: गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में vomiting सामान्य हैं. लेकिन कुछ महिलाओं के लिए यह स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि उन्हें hyperemesis gravidarum नामक रोग हो जाता है. ये सिर्फ शारीरिक असुविधा ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालता है.
हाल ही में द लैंसेट में प्रकाशित एक अध्ययन ने यह दिखाया है कि HG न केवल महिलाओं की शारीरिक स्थिति को प्रभावित करता है, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर जोखिम पैदा करता है.
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HG सामान्य स्थिति नहीं है
HG होने पर महिलाओं को लगातार उल्टी होती है. यह स्थिति dehydration, वजन कम होने का कारण बन जाती है. HG कुछ महिलाओं में गर्भावस्था के पहले trimester में नजर आती है. अधिकांश मामलों में लक्षण दूसरे trimester तक कम हो जाते हैं, लेकिन इसका प्रभाव काफी ज्यादा होता है.
मानसिक स्वास्थ्य पर HG का असर
इस नए अध्ययन में दुनिया भर के 477,000 महिलाओं का विश्लेषण किया गया. इसके बाद 18 देशों और 135 हेल्थ केयर वाली जगहों से डेटा इकट्ठा किया गया. अध्ययन में देखा गया कि HG महिलाओं में 24 अलग-अलग मेंटल हेल्थ के लभण नजर आ रहे हैं. परिणाम बताते हैं कि HG वाली महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों का रिस्क 50% से अधिक बढ़ा हुआ था, जिसमें डिप्रेशन का खतरा लगभग तीन गुना ज्यादा था.
शारीरिक गंभीरता और मानसिक स्वास्थ्य
अध्ययन में यह भी देखा गया कि WHO के अनुसार HG की physical severityऔर mental health outcomes का सीधा संबंध नहीं है. वहीं डॉ. थॉमस पोलाक का कहना है कि, ये कुछ ही महिलाओं में देखने को मिलता है. इसलिए इससे बचने के लिए डॉक्टर से संपर्क में रहें.
HG से बचाव कैसे करें

HG के शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें.
पानी पीना और खाना बेहतर रखना होगा.
अगर कांउसिलिंग की जरूरत पड़े तो वो भी लेना चाहिए.
vitamin B1 deficiency होने जैसी गंभीर स्थितियों पर ध्यान दें.
परिवार और पार्टनर का सहयोग मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करता है.

HG सिर्फ pregnancy का सामान्य हिस्सा नहीं है. यह एक गंभीर समस्या है, जिसे समय रहते पहचानना जरूरी है. महिलाओं के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि उनकी मेंटल हेल्थ उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितना की उनका शरीर.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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Heart Attack in Young Women: आज के समय में जब युवा महिलाएं अपने करियर, परिवार और समाज में संतुलन बनाने की कोशिश कर रही ह...
22/09/2025


Heart Attack in Young Women: आज के समय में जब युवा महिलाएं अपने करियर, परिवार और समाज में संतुलन बनाने की कोशिश कर रही हैं, तब उनके health risks भी तेजी से बदल रहे हैं. पहले हार्ट अटैक (heart attack) मुख्य रूप से ज्यादा उम्र वाले लोगों को आया करता था. लेकिन अब 30-45 साल की युवा महिलाओं में यह खतरा तेजी से बढ़ रहा है.
डॉ. बिमल छाजेड़ का कहना है कि, इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे दिनचर्या में बदलवा, तनाव, हर्मोनल बदलाव और खलत खानपान, यदि हम समय रहते इस पर ध्यान दें और अपने शरीर को समझें, तो इसे रोका जा सकता है.
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हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण

सीने में हल्की या लगातार बेचैनी महसूस होना.
कभी-कभी सांस फूलना.
थकान या वजन अचानक से बढने लगना.
पीठ, गर्दन या जबड़े में दर्द, जो आमतौर पर महिलाओं में अधिक देखा जाता है.
उल्टी या चक्कर आना.
इन लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है.

युवा महिलाओं में हार्ट अटैक के छिपे हुए कारण

काम का दबाव या फिर किसी चीज का तनाव हार्ट की बीमारी का प्रमुख कारण बन रहे हैं.
जंक फूड, योगा नहीं करना और सोने, उठने का एक समय न होना.
महिलाओं में estrogen स्तर में गिरावट या hormonal disorders.
यदि परिवार में किसी को हार्ट की बीमारी है, तो ये बढ़ जाता है.
कई बार ये सिगरेट और शराब पीने की वजह से भी होता है.

बचाव के उपाय
युवा महिलाएं यदि अपने रोज के रुटीन में थोड़े बदलाव करें तो हार्ट अटैक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है

फल, सब्जी, omega-3 fatty acids से भरपूर आहार लेना शुरू कर दें.
कम से कम 30 मिनट चलन या योग करना जरूरी है.
मेडिटेशन करना भी बेहतर होता है.
शराब और सिगरेट से दूरी बनाना जरूरी है.

युवा महिलाओं में हार्ट अटैक होन आजकल आम हो गया है. लेकिन सही जानकारी, सतर्कता और स्वस्थ जीवन अपनाने से इस खतरे को कम किया जा सकता है. अपनी heart health का ध्यान रखना न केवल आपकी उम्र को लंबा करता है, बल्कि जीवन को भी आसान बना देता है.
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Heart Attack in Young Women: युवा महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता जा रहा है. जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के आसान उपाय.

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