
26/09/2023
चुनिंदा जड़ी बूटियों द्वारा निर्मित इस टुथलिक लिक्विड दंत पेस्ट से मसूड़े मजबूत होते हैं जिसके फलस्वरूप मसूड़ों की सूजन, रक्तस्राव तथा मुख की दुर्गधं दूर होती है। लारग्रथियां अपना कार्य अच्छी तरह से करने लगती है।
टुथलिक लिक्विड दंत पेस्ट का इस्तेमाल करके आप दांतों से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं जैसे- दांत में कीड़े लगना, दांतों का असमय टूट जाना, दांत में दर्द, मसूड़ों की सूजन, मसूड़े से आने वाले खून, मुख की दुर्गधं, सेंसेटिव दांत, पायरिया आदि। इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया के कारण होने वाली कैविटी को दूर करने में मदद करता है।
यह आपके सांसों को लंबे समय तक फ्रेश रखता है और गंदी बदबू से भी छुटकारा दिला सकता है। यह दातों में मौजूद प्लॉक को भी आसानी से साफ करता है। यह मसूड़े से आने वाले खून को भी रोकता है।
बता दें कि जहां लौंग मसूड़ों को मजबूत बनाकर दांत दर्द से राहत दिलाने में मददगार होती है. वहीं एंटी ऑक्सीडेंट युक्त तमूर के बीज दांतों की हेल्थ मेंटेन रखने में कारगर होते है ।
टुथलिक लिक्विड दंत पेस्ट का इस्तेमाल किया जाए, तो आपको दांतों से संबंधित कोई भी समस्या नहीं होगी।
टुथलिक लिक्विड दंत पेस्ट कैसे उपयोग करें ।
इस्तेमाल करने के लिए इसकी 2 बूद¨ क¨ गील¢ ब्रश पर डालें और ब्रश की मदद से दांत साफ करें उसके बाद नॉर्मल पानी से कुल्ला कर लें। 2 या 3 बार इस्तेमाल के बाद ही आपको इस लिक्विड पेस्ट का असर दिखने लगेगा ।
यह टूथ पेस्ट सेंसेटिव दांतो के लिए भी सही है। यह मसूड़ों के लिए भी सुरक्षित है और उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाता है।
टुथलिक लिक्विड दंत पेस्ट के मुख्य घटक हैं माजुफल, लोंग, फिटकरी तोमर बीज। इनमें सूजनरोधी गुण होते हैं जिससे सूजन, कई कीटाणु व बैड बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं
टुथलिक लिक्विड दंत पेस्ट बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः दांर्तो के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। चिकित्सा साहित्य में टुथलिक लिक्विड दंत पेस्ट के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।
इसे बनाने के लिए ऑर्गेनिक और नेचुरल इनग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल किया गया है।
केमिकल बेस्ड टूथपेस्ट को बोले- बाय-बाय
मौखिक स्वास्थ्य का मतलब है अच्छे दाँत। जीवन की गुणवत्ता इसी पर निर्भर करती है। अभिव्यक्ति का माध्यम मौखिक स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। यह हमारे सामान्य स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है, एवं हमारी स्वास्थ्य- सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। जीवन की गुणवत्ता इसी पर निर्भर करती है। मुस्कुराना, चुम्बन, स्पर्श, स्वाद, चबाना एवं निगलना इसी पर निर्भर करता है। यदि हम अपने मौखिक स्वास्थ्य (ओरल- हेल्थ) को बनाये नहीं रखते हैं, या अनदेखा करते हैं तो हम महत्वपूर्ण समय को खो देते हैं, एवं यह कई महत्वपूर्ण कार्य क्षैत्रों में, जीवन की अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों से वंचित कर सकता है। मौखिक स्वास्थ्य और सामान्य स्वास्थ्य के बीच सम्बन्ध बनाए रखने के लिए मौखिक (मुँह से सम्बन्धित) देखभाल अत्यंत आवश्यक है। दाँत मसूड़ों एवं जीभ को स्वस्थ बनाये रखने के लिए मौखिक देखभाल बहुत महत्वपूर्ण है।