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दमा (Asthma) रोगी के लिए आहार महत्वपूर्ण कारणों से महत्वपूर्ण होता है:इंफ्लेमेशन कम करने में मदद: कुछ आहार ऐसे होते हैं ...
06/05/2023

दमा (Asthma) रोगी के लिए आहार महत्वपूर्ण कारणों से महत्वपूर्ण होता है:

इंफ्लेमेशन कम करने में मदद: कुछ आहार ऐसे होते हैं जो शरीर के इंफ्लेमेशन ( inflammation) को कम करने में मदद कर सकते हैं। दमा में, यह अंग्रेज़ी में इंफ्लेमेशन फ्लेयरअप्स (flare-ups) को कम करने में मदद कर सकता है और दमा के लक्षणों को कंट्रोल करने में सहायता प्रदान कर सकता है।

पोषण: स्वस्थ आहार द्वारा अपने शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और दमा के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसलिए, एक स्वस्थ और संतुलित आहार रखना अत्यंत आवश्यक होता है।

वजन प्रबंधन: अतिरिक्त वजन अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है और श्वासनली को दबाव में ला सकता है। आहार द्वारा वजन को संतुलित रखने के लिए मदद मिलती है और दमा के नियंत्रण में सहायता प्रदान करती है।

24/04/2023

अस्थमा और सी.ओ.पी.डी (COPD) दोनों सांस से जुडी हुई बीमारियां है और इनके कई लक्षण एक जैसे होते है।

इस वीडियो में हमने सीओपीडी और अस्थमा के बीच के अंतर को समझाया है।

अस्थमा इम्यून सिस्टम की अतिसक्रियता के कारण होने वाली एक समस्या है जिसकी वजह से घरघराहट, सांस फूलना, सीने में जकड़न और खाँसी जैसे लक्षण देखने को मिलते है।

सीओपीडी एक ऐसी बीमारी है जो वायुमार्ग की सूजन के कारण होती है। यह सूजन एयर वेसल्स को नुकसान पहुंचाती है। बार-बार होने वाली सूजन फेफड़ों के आंतरिक परत को सख्त कर देती है जिससे व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है।

लक्षण:

सी.ओ.पी.डी (COPD) में सांस लेते वक्त घरघराहट, खांसी, बलगम आना आम लक्षण है।
अस्थमा में सांस के साथ घरघराहट, सूखी खांसी, लेकिन कोई बलगम नहीं देखने को मिलता है।

ASTHMA और COPD में क्या है अंतर?
दोनों डिजीज के बीच आपको कई अंतर देखने को मिल सकते हैं। जिससे दोनों को पहचाना जा सकता है।

-अस्थमा अधिकतर लोगों को बचपन से ही होता है जबकि सीओपीडी की समस्या लोगों में 30 वर्ष की उम्र के बाद देखने को मिलती है।
-अस्थमा में अटैक एलर्जी के कारण होते है जबकि सीओपीडी में कुछ काम करतेसमय लक्षण जैसे सांस की तकलीफ, घरघराहट, सीने में जकड़न, खासी, और घबराहट होती है।
-सीओपीडी अधिकतम बाहरी कारणों (प्रदुषण या धुंए) की वजह से जबकि अस्थमा अंदरूनी कारण (कमज़ोर या अति सक्रिय इम्यून सिस्टम) की वजह से होता है।

ध्यान देने वाली बातें:
-शरीर में पानी की कमी न होने दें।
-धुएं के संपर्क में आने से बचें।
-घर में साफ-सफाई के दौरान धूल से बचें।
-स्मोकिंग, सेकेंड हैंड स्माकिगं, तंबाकू और शराब का सेवन न करें।
-एक्सरसाइज नियमित रूप से करें।

कोई भी समस्या होने पर यावा आयुर्वेदा के डॉक्टर्स से सलाह करें।

𝐅𝐨𝐫 𝐅𝐫𝐞𝐞 𝐂𝐨𝐧𝐬𝐮𝐥𝐭𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐚𝐭 𝐘𝐚𝐯𝐚 𝐀𝐲𝐮𝐫𝐯𝐞𝐝𝐚,
𝐂𝐚𝐥𝐥 +𝟗𝟏 𝟗𝟗𝟏𝟏𝟎𝟐𝟎𝟒𝟎𝟐
𝐀𝐝𝐝𝐫𝐞𝐬𝐬: 𝟔𝟑, 𝐖 𝐀𝐯𝐞 𝐑𝐝, 𝐚𝐛𝐨𝐯𝐞 𝐋𝐮𝐱𝐮𝐫𝐲 𝐀𝐤𝐡𝐚𝐝𝐚,
𝐖𝐞𝐬𝐭 𝐏𝐮𝐧𝐣𝐚𝐛𝐢 𝐁𝐚𝐠𝐡,
𝐍𝐞𝐰 𝐃𝐞𝐥𝐡𝐢, 𝟏𝟏𝟎𝟎𝟐𝟔

क्या आपने कभी सोचा है कि अस्थमा होने पर कैसा महसूस होता है? इसका वर्णन करना कठिन हो सकता है, लेकिन इसे समझाने का एक तरीक...
24/04/2023

क्या आपने कभी सोचा है कि अस्थमा होने पर कैसा महसूस होता है? इसका वर्णन करना कठिन हो सकता है, लेकिन इसे समझाने का एक तरीका है...

हर समय एक स्ट्रॉ से सांस लेने की कल्पना करें। अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए ऐसा ही महसूस हो सकता है, खासकर अटैक के दौरान।

आपकी छाती तंग महसूस करती है, सांस लेने में मुश्किल होती है, और आपको घरघराहट या सीटी की आवाज सुनाई दे सकती है। सांस लेने का प्रयास इतना थका देने वाला हो सकता है, इसमें आपकी बहुत ऊर्जा खर्च होती है।

यह डरावना और असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन उचित प्रबंधन और उपचार के साथ, अस्थमा से पीड़ित लोग अभी भी पूर्ण और सक्रिय जीवन जी सकते हैं।

अगर आपको ऐसा लगता है कि आपका अस्थमा आपको पूरा जीवन जीने से रोक रहा है तो हमारे अस्थमा एजुकेटर्स के साथ बात करें।

सीओपीडी और अस्थमा दोनों ही फेफड़े और सांस से जुड़ी हुई बीमारी है। इन दोनों बिमारियों के अधिकतर आम लक्षण भी एक जैसे ही दि...
21/04/2023

सीओपीडी और अस्थमा दोनों ही फेफड़े और सांस से जुड़ी हुई बीमारी है।
इन दोनों बिमारियों के अधिकतर आम लक्षण भी एक जैसे ही दिखते है लेकिन दोनों में स्पस्ट अंतर होता है।

जहा COPD लंग्स के अंदर मांसपेशियों के डैमेज से होता है वही अस्थमा शरीर के कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से उत्पन्न होता है।
क्योकि दोनों बिमारियों के कारण अलग है इसलिए इनका उपचार भी पूरी तरह समान नहीं होता।

यावा आयुर्वेदा से आप न केवल अपने अस्थमा को नियंत्रित कर सकते हैं बल्कि इसे ठीक भी कर सकते हैं। इसलिए हमसे पूछने का सही स...
18/04/2023

यावा आयुर्वेदा से आप न केवल अपने अस्थमा को नियंत्रित कर सकते हैं बल्कि इसे ठीक भी कर सकते हैं। इसलिए हमसे पूछने का सही सवाल यह है कि अस्थमा को प्राकृतिक रूप से कैसे ठीक किया जाए।

अस्थमा से जुडी जानकारी के लिए, हमारे डॉक्टरों से संपर्क नंबर पर संपर्क करें।

17/04/2023

अस्थमा में Inhaler के फायदे और नुकसान | Yava Ayurveda

हॉट योगा योग का ही एक रूप है, क्योंकि व्यायाम गर्म और नम परिस्थितियों में किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप काफी पसीना आत...
17/04/2023

हॉट योगा योग का ही एक रूप है, क्योंकि व्यायाम गर्म और नम परिस्थितियों में किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप काफी पसीना आता है।

इस योग के नार्मल योग से अधिक फायदे होते है। अस्थमा या दूसरी सास की बीमारियों में ये अधिक लाभदायक साबित होती है।

फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के एक नए शोध अध्ययन में पाया गया है कि जिन लोगों को सांस की बीमारी नहीं है, उनकी तुलना में अस्थमा...
14/04/2023

फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के एक नए शोध अध्ययन में पाया गया है कि जिन लोगों को सांस की बीमारी नहीं है, उनकी तुलना में अस्थमा के मरीजों में कैंसर विकसित होने की संभावना लगभग डेढ़ गुना अधिक होती है।

विटामिन सी फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार करने और अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है क्योंकि यह हि...
14/04/2023

विटामिन सी फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार करने और अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है क्योंकि यह हिस्टामाइन और प्रोस्टाग्लैंडिंस के चयापचय में शामिल होता है, जो ब्रोन्कोकन्सट्रिक्शन में शामिल होते हैं।
विटामिन सी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
यावा आयुर्वेदा के डॉक्टर्स से बात करने के लिए +91 99110 20402 पर संपर्क करें।
ऐसी और जानकारी के लिए हमें फॉलो करें।

लोगों द्वारा दमा के लिए चुना जाने वाला पहला इलाज एलोपैथी पाया जाता है, लेकिन यह ज्यादातर अप्रभावी होता है।एलोपैथी केवल स...
13/04/2023

लोगों द्वारा दमा के लिए चुना जाने वाला पहला इलाज एलोपैथी पाया जाता है, लेकिन यह ज्यादातर अप्रभावी होता है।

एलोपैथी केवल स्टेरॉयड और इनहेलर के माध्यम से अस्थमा के लक्षणों से अस्थायी राहत देती है।

जबकि आयुर्वेदिक उपचार अस्थमा के मूल कारण को ठीक करने और लक्षणों और बीमारी से स्थायी राहत प्रदान करने पर केंद्रित है।
यावा आयुर्वेदा के डॉक्टर्स से बात करने के लिए +91 99110 20402 पयावा आयुर्वेदा के डॉक्टर्स से बात करने के लिए +91 99110 20402 प संपर्क करें।
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ब्रोंकोडायलेटर्स एक प्रकार की दवा है जो फेफड़ों में मांसपेशियों को आराम देकर और वायुमार्ग (ब्रोंची) को चौड़ा करके सांस ल...
13/04/2023

ब्रोंकोडायलेटर्स एक प्रकार की दवा है जो फेफड़ों में मांसपेशियों को आराम देकर और वायुमार्ग (ब्रोंची) को चौड़ा करके सांस लेना आसान बनाती है।

लक्षणों से राहत प्रदान करने के लिए इनका उपयोग अक्सर दवाओं में किया जाता है लेकिन कॉफ़ी एक प्राकृतिक ब्रोंकोडाइलेटर के रूप में काम कर सकती है।
इसमें अस्थमा के लक्षणों में कुछ देर के लिए राहत देने का गुण होता है।
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अस्थमा के दौरे और उसके कारणों को समझना अस्थमा प्रबंधन की दिशा में पहला कदम है।यदि आपको या आपके आस-पास किसी को दमा है, तो...
12/04/2023

अस्थमा के दौरे और उसके कारणों को समझना अस्थमा प्रबंधन की दिशा में पहला कदम है।

यदि आपको या आपके आस-पास किसी को दमा है, तो आपको दमा की स्थिति के बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त करनी चाहिए और जब भी आवश्यक हो इसका उपयोग करना चाहिए।
यावा आयुर्वेदा के डॉक्टर्स से बात करने के लिए +91 99110 20402 पर संपर्क करें।
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