Shri krishna medicos"126

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25/05/2018
13/04/2018
13/03/2018

जरा सोचिए - *विज्ञान हमे कहाँ ले आया ?*

*पहले :-* वो कुँए का मैला कुचला पानी पीकर भी 100 वर्ष जी लेते थे
*अब :-* RO का शुद्ध पानी पीकर 40 वर्ष में बुढे हो रहे है

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*पहले :-* वो घाणी का मैला सा तैल खाके बुढ़ापे में भी मेहनत कर लेते थे।
*अब :-* हम डबल-ट्रिपल फ़िल्टर तैल खा कर जवानी में भी हाँफ जाते है

*◆◆◆◆ ●●●● .......*

*पहले :-* वो डले वाला नमक खाके बीमार ना पड़ते थे।
*अब :-* हम आयोडीन युक्त खाके हाई-लो बीपी लिये पड़े है

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*पहले :-* वो नीम-बबूल कोयला नमक से दाँत चमकाते थे और 80 वर्ष तक भी चब्बा-चब्बा कर खाते थे
*अब :-* कॉलगेट सुरक्षा वाले रोज डेंटिस्ट के चक्कर लगाते है

*◆◆◆◆ ●●●● .......*

*पहले :-* वो नाड़ी पकड़ कर रोग बता देते थे
*अब :-* आज जाँचे कराने पर भी रोग नहीं जान पाते है

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*पहले :-* वो 7-8 बच्चे जन्मने वाली माँ 80 वर्ष की अवस्था में भी खेत का काम करती थी।
*अब :-* पहले महीने से डॉक्टर की देख-रेख में रहते है फिर भी बच्चे पेट फाड़ कर जन्मते है

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*पहले :-* काले गुड़ की मिठाइयां ठोक ठोक के खा जाते थे
*अब :-* खाने से पहले ही सुगर की बीमारी हो जाती है

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*पहले :-* बुजर्गो के भी घुटने नहीं दुखते थे
*अब :-* जवान भी घुटनो और कन्धों के दर्द से कहराता है

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*समझ नहीं आता ये विज्ञान का युग है या अज्ञान का ?*

🙄🙄🙄🤔🤔

03/02/2018

चावल के पानी के चमत्कारिक उपयोग

लगभग हर कोई भोजन में चावल खाना पसंद करता हैं, लेकिन क्‍या कभी आपने चावल के गर्मागर्म पानी का सेवन किया हैं जिसे लोग मांड के नाम से भी जानते हैं। क्या आप जानते हैं कि उबले चावलों का पानी हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
1
फायदेमंद चावल का पानी
अधिकांश महिलाये खाने को स्वादिष्ट बनाने के चक्कर में खाद्य पदार्थों के लाभकारी स्वास्थ्यवर्धक बहुमूल्य तत्वों को फेंक देती हैं जैसे चावल का मांड। चावल के मांड यानी पकाते वक्त बचा हुआ सफेद गाढा पानी बहुत काम का होता है। उसमें प्रोटीन, विटामिन व मिनरल होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होने के साथ-साथ आपकी त्‍वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। आपको विश्‍वास नहीं हो रहा न लेकिन यहां दिये उपायों को जानकर अगली बार आप चावल पकाते समय उसके पानी को फेंकने से पहले दो बार सोचेगें।
2
पेट के लिए फायदेमंद
जिन लोगों को अक्‍सर पेट की समस्‍या रहती है, ऐसे कमजोर पेट वाले लोगों के लिए चावल का मांड बहुत फायदेमंद होता है। चावल का मांड खाने से खाना पचाने में आसानी होती है। चावल में दूध मिलाकर 20 मिनट तक ढककर रख दीजिए, फिर उसके खाइए ज्यादा फायदा होगा। इसके अलावा चावल का पानी डायरिया और कब्‍ज से तुरंत राहत देता है।
3
तुरंत एनर्जी दें
चावल का पानी तुरंत एनर्जी देने में भी मदद करता है। चावलों का पानी पीने से शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है और एनर्जी मिलती है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट की उच्‍च मात्रा के कारण यह शरीर को तुरंत एनर्जी देता है। इसलिए जब भी आपको एनर्जी का स्‍तर कम हो रहा है तो चावल का पानी लें।
4
त्‍वचा को चमकदार बनाये
त्वचा की चमक बढ़ने के लिए चावल के पानी का उपयोग किया जा सकता है। आपको नुकसान पहुंचाने वाले कॉस्मेटिक्स का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है, केवल चावल के पानी के द्वारा आप उजली और चमकीली त्वचा पा सकते हैं। इसके लिए आप कॉटन को चावल के पानी में डुबाकर इसे चेहरे पर लगाकर चमकीली त्वचा प्राप्त कर सकते हैं।
5
मस्तिष्‍क के लिए फायदेमंद
चावल के पानी से दिमागी विकास और शरीर शक्तिशाली होता है। साथ यह अल्‍जामइर रोग को रोकने में मदद करता है। इसलिए अगर आप दिमाग तेज करना चाहते हैं तो चावल के पानी को बेकार समझकर फेंके नहीं।
6
हाई ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करें
चावल का पानी हाई ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। चावल सोडियम में कम होने के कारण हाई ब्‍लड प्रेशर और हाईपरटेंशन से पीड़ि‍त लोगों के लिए सबसे अच्‍छे आहार में से एक माना जाता है।
7
बालों के लिए फायदेमंद
बालों के लिए चावल का पानी बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप पतले और बेजान बालों की समस्‍या से परेशान है तो चावलों के पानी से बालों को धोये। चावल के पानी से बालों को धोने से बाल घने होने के साथ-साथ बालों में चमक भी बनी रहती है। चावल के पानी को अपने बालों में लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर शैम्‍पू और कंडीशनर से धो लें। आप महंगे ट्रीटमेंट के बिना पा सकते हैं, सुंदर और चमकीले बाल।
8
कैंसर से बचाव
चावल का पानी पीने से कैंसर जैसी भंयकर बीमारी से भी राहत पाई जा सकती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि चावल में ट्यूमर को दबाने वाले तत्व देखे गए हैं और शायद यही आंतों के कैंसर से बचाव का एक कारण है।

15/01/2018

♦सफेद बालों को काला करने के घरेलू नुस्खे♦♦♦

🔷वर्तमान समय में भाग दौड़ भरी जिंदगी में, बालों की ठीक से देखभाल न हो पाने और प्रदूषण के कारणहमारे बाल असमय ही सफेद हो जाते है।हालांकि बाल तनाव, प्रदूषण कोई बीमारी या‍ फिर अनुवांशिकता के कारण से भी सफेद हो सकते हैं।बालों को कलर करना इस समस्या का कोई उपचार नहीं हैं। लेकिन आप कुछ घरेलू उपचार आजमा अपने बालों को सफेद होने से अवश्य ही रोक सकते हैं। आइए हम कुछ ऐसे ही आसान घरेलू उपचार बता रहे है जिन्हे आजमा कर आप अपने सफेद बालों को पुन: काला बना पाएंगे।
♦♦🔷🔷✅✅💯❇❇
✅💯कुछ दिनों तक, नहाने से 1/2 घंटा पहले रोजाना सिर में प्याज का पेस्ट लगाएं। इससे बाल काले होने लगेंगे।

✅💯सप्ताह में कम से कम 3 दिन दस मिनट का कच्चे पपीता का पेस्ट सिर में लगाएं। इससे बाल नहीं झड़ेंगे और डेंड्रफ भी नहीं होगी और बाल काले भी होने लगेंगे ।

✅💯भृंगराज और अश्वगंधा की जड़ें बालों के लिए वरदान मानी जाती हैं। इनका पेस्ट नारियल के तेल के साथ बालों की जड़ों में लगाएं और 1 घंटे बाद गुनगुने पानी से अच्छीं तरह से बाल धो लें। इससे भी बाल काले होते है।
🌹🌹🌈🌈🌺🌺🌷🌷♦
✅💯नीबू के रस में आंवला पाउडर मिलाकर उसे सिर पर लगाने से भी सफेद बाल काले हो जाते हैं।

✅💯प्रतिदिन शुद्ध घी से सिर की मालिश करके भी सफेद बालों को काला किया जा सकता है ।

✅💯अदरक को कद्दूकस कर शहद के रस में मिला लें। इसे बालों पर कम से कम सप्ताह में दो बार नियमित रूप से लगाएं। बालों का सफ़ेद होना कम हो जाएगा।

12/01/2018

चुकंदर के स्वास्थ्य लाभ
🔸🔸🔹🔸🔹🔸🔸

चुकंदर एक ऐसी सब्जी है जिसे बहुत से लोग नापसंद करते हैं. इसके रस को पीने से न केवल शरीर में रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं. यदि आप इस सब्जी से नफरत करते हैं तो जरा एक बार इसके फायदों के बारे में जरूर पढ़ लें.

शायद कम लोग ही जानते हैं कि चुकंदर में लौह तत्व की मात्रा अधिक नहीं होती है, किंतु इससे प्राप्त होने वाला लौह तत्व उच्च गुणवत्ता का होता है, जो रक्त निर्माण के लिए विशेष महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि चुकंदर का सेवन शरीर से अनेक हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में बेहद लाभदायी है।

ऐसा समझा जाता है कि चुकंदर का गहरा लाल रंग इसमें लौह तत्व की प्रचुरता के कारण है, बल्कि सच यह है कि चुकंदर का गहरा लाल रंग इसमें पाए जाने वाले एक रंगकण (बीटा सायनिन) के कारण होता है। एंटी ऑक्सीडेंट गुणों के कारण ये रंगकण स्वास्थ्य के लिए अच्छे माने जाते हैं।

एनर्जी बढ़ाये :

यदि आपको आलस महसूस हो रही हो या फिर थकान लगे तो चुकंदर का जूस पी लीजिये. इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है जो शरीर यह पानी फोड़े, जलन और मुहांसों के लिए काफी उपयोगी होता है. खसरा और बुखार में भी त्वचा को साफ करने में इसका उपयोग किया जा सकता है.

पौष्टिकता से भरपूर :

यह प्राकृतिक शर्करा का स्रोत होता है. इसमें कैल्शियम, मिनरल, मैग्नीशियम, आयरन, सोडियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन, आयोडीन, और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन पाये जाते हैं. इसलिए घर पर इसकी सब्जी बना कर अपने बच्चों को जरूर से खिलाएं.हृदय के लिए : चुकंदर का रस हाइपरटेंशन और हृदय संबंधी समस्याओं को दूर रखता है. खासकर के चुंकदर के रस का सेवन करने से व्यक्ति में रक्त संचार काफी बढ़ जाता है. रक्त की धमनियों में जमी हुई चर्बी को भी इसमें मौजूद बेटेन नामक तत्व जमने से रोकता है.

स्वास्थ्यवर्धक पेय :

जो लोग जिम में जी तोड़ कर वर्कआउट करते हैं उनके लिये चुकंदर का जूस बहुत फायदेमंद है. इसको पीने से शरीर में एनर्जी बढ़ती है और थकान दूर होती है. साथ ही अगर हाई बीपी हो गया हो तो इसे पीने से केवल 1 घंटे में शरीर नार्मल हो जाता है।
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खजूर के प्रयोग एवम उसके फायदेशरीर में दुर्बलता हो तो खजूर का सेवन कर सकते हैं.अगर थूक में बलगम आते हो तो खजूर को ढूढ़ में...
04/01/2018

खजूर के प्रयोग एवम उसके फायदे

शरीर में दुर्बलता हो तो खजूर का सेवन कर सकते हैं.
अगर थूक में बलगम आते हो तो खजूर को ढूढ़ में भिगा कर पिया जा सकता है.
अस्थमा के रोगी के लिए भी फायदे मंद हैं.
गर्भवती महिलाये और दूध पिलाने वाली महिलायें खजूर का सेवन करे तो बहुत फायदा होता है.खजूर को दूध में भिगोने के बाद उसको अगर ऐसे खाना है तो ऐसे खाइए या फिर इसका हलवा बना कर खाए .
अगर बच्चा बिस्तर पे पेशाब करता हो तो उसे भी खजूर का सेवन कराये ,फायदा होता है.
खजूर वीर्य बर्धक भी होता हैं तो .
प्रमेय के रोगी के लिए भी फायदेमंद है.खजूर के पत्तों को पीस के उसमे मिश्री मिलकर पीने से फायदा होता है.
प्रोस्टेट के रोगी के लिए भी बहुत उपयोगि हैं.जिसे बार बार पेशाब जाने की इच्क्षा होती हो .
जिसे कब्ज की शिकायत हो वो भी खजूर का सेवन कर सकते है.
जिसको इनीमिया की शिकायत हो वो भी खजूर का सेवन कर सकते है.
खजूर सौंदर्य के दृष्टि से बहुत अच्छी मानी जाती है.इससे कील,मोहासे ,झाईया कम होती है.
आखों में दर्द हो या लालिमा हो गया हो तो उसे आखों के नीचे इसका पेस्ट लगाने से फायदा होता हैं

नोट ; खजूर के तो बहुत फायदे है.इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता .लेकिन किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन भी अच्छा नहीं माना जाता हैं.तो थोडा खाएं और स्वस्थ रहे मस्त रहे,अगर किसी को खजूर से एलर्जी हो तो न ही सेवन करें.और मधुमेह वाले भी डॉक्टर के परामर्श पे ही खाये .

29/12/2017

गर्म पानी में हल्दी, नींबू मिला
कर पीने के फायदे :-.
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*1.अगर आप हमेशा जवां दिखाई देना चाहते हैं, तो यह मिश्रण ज़रूर पिए. नींबू हल्दी वाला पानी पीने से इनमे मौज़ूद तत्व फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं.इसलिए इसका सेवन करने से आपकी स्किन पर बढ़ती उम्र का प्रभाव नही पड़ता हैं.

*2.हल्दी वाला पानी पीने से खून नही जमता हैं और खून की धमनियो में किसी भी तरह की कोई रूकावट नही होती हैं.

*3. इन तीनो को मिक्स करके पीने से कैंसर से बचा जा सकता हैं. क्योंकि इससे आपको करक्यूमिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट की प्राप्ति होती हैं, जो कैंसर पैदा करने वाले सेल्स से लड़ने में सहायता करता हैं.

*4. इस मिश्रण को पीने से शरीर में ब्लड सर्क्युलेशन सही तरह से होता हैं. साथ ही इससे खून साफ़ करने में भी मदद मिलती हैं.

*5.करक्यूमिन होने के कारण यह जोड़ो के दर्द को दूर करने में सहायता करता हैं. यह दर्द निवारक दवाईओं से भी बेहतर तरह से काम करता हैं.इसलिए अगर आपको आर्थराइटिस या जोड़ो में दर्द की शिकायत रहती हैं, तो इस हल्दी नींबू वाले पानी का सेवन ज़रूर करे.

*6.आपकी बॉडी में कंही भी सूजन या कितनी भी ज़्यादा सूजन क्यों ना हो यह नींबू हल्दी वाला पानी पीने से सूजन को कम किया जा सकता हैं. क्योंकि इसमे करक्यूमिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता हैं जो सूजन को कम करने के लिए दवाई की तरह काम करता हैं.

*7.अगर आप अपने शरीर की चर्बी को कम करना चाहते हैं तो गर्म पानी में नींबू, हल्दी पाउडर और शहद मिला कर पीजिए. यह पेय आपके शरीर से ज़हरीले तत्वो को बाहर निकालने में बहुत मदद करता हैं, जिस वजह से आप अपने मोटापे को बड़ी ही आसानी के साथ कम कर सकते हैं.

*8.इस ड्रिंक को पीने से दिमाग़ को बहुत लाभ मिलता हैं. इसे आप डेमेंटिया और अल्जाइमर जैसी भूलने की बीमारी को कम कर सकते हैं. यह स्वस्थ्य मष्तिक के लिए एक अच्छा पेय माना गया हैं.

*9.हल्दी वाला पानी लिवर की सुरक्षा करता हैं. खराब हो चुके लिवर सेल्स को दुबारा से ठीक करने में मदद करता हैं. यह पित्तासय के काम को ठीक करने में सहायता करता हैं.

*10.रिसर्च यह बताते हैं की हल्दी के सेवन से पित्त ज़्यादा बनता हैं, जिस वजह से खाने को जल्दी हजम करने में सहायता मिलती हैं. तो वही नींबू को पाचन तंत्र के लिए काफ़ी फायदेमंद माना गया हैं.

*11.हल्दी के नियमित सेवन से ग्लूकोज का लेवल कम हो जाता हैं

सभार
स्वस्थ ग्रामीण भारतीय मंच

तेजपात / तेजपत्ते / तमालपत्र / Bay-leaves : Cinnamomum tamala : औषधीय गुण - पुलाव बिरयानी की प्लेट में तेजपात नज़र आता ह...
28/12/2017

तेजपात / तेजपत्ते / तमालपत्र / Bay-leaves : Cinnamomum tamala :

औषधीय गुण -

पुलाव बिरयानी की प्लेट में तेजपात नज़र आता है, जिसे हम बड़े करीने से किनारे कर देते हैं। आपको पता है कि ये बहुत चमत्कारी औषधि है - जी हाँ आइये तेजपत्ते का सेवन कीजिए :

इसका पेड़ पचीस फुट तक ऊँचा होता है और इस पर पीले रंग के फूल लगते हैं। इसमें रासायनिक खोज करने पर तीन तरह के तेल पाए गए हैं। उतपत्त तेल ,यूजीनाल और आइसो यूजीनाल। इसे हिन्दी में तेजपात और संस्कृत में तमालपत्र कहते हैं।

इसे वैज्ञानिक भाषा में Cinnamomum tamala कहते हैं।

आइये तेजपात के औषधीय गुणों की चर्चा करे :

*तेजपात के ५-६ पत्तों को एक गिलास पानी में इतने उबालें की पानी आधा रह जाए. इस पानी से प्रतिदिन सिर की मालिश करने के बाद नहाएं | इससे सिर में जुएं नहीं होती हैं.
*चाय-पत्ती की जगह तेजपात के चूर्ण की चाय पीने से सर्दी-जुकाम,छींकें आना ,नाक बहना,जलन ,सिरदर्द आदि में शीघ्र लाभ मिलता है |
*तेजपात के पत्तों का बारीक चूर्ण सुबह-शाम दांतों पर मलने से दांतों पर चमक आ जाती है |
*तेजपात के पत्रों को नियमित रूप से चूंसते रहने से हकलाहट में लाभ होता है |
*एक चम्मच तेजपात चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से खांसी में आराम मिलता है |

*तेजपात के पत्तों का क्वाथ (काढ़ा) बनाकर पीने से पेट का फूलना व अतिसार आदि में लाभ होता है |
*इसके २-४ ग्राम चूर्ण का सेवन करने से उबकाई मिटती है |
*दमा में ....तेजपात ,पीपल,अदरक मिश्री सभी को बराबर मात्र में लेकर चटनी पीस
लीजिए।१-१ चम्मच चटनी रोज खाएं ४० दिनों तक। फायदा सुनिश्चित है।
*दांतों के लिए ...सप्ताह में तीन दिन तेजपात के बारीक चूर्ण से मंजन कीजिए। दांत मजबूत होंगे दांतों में कीड़ा नहीं लगेगा ,ठंडा गरम पानी नहीं लगेगा , दांत मोतियों की तरह चमकेंगे।

*कपड़ों के बीच में तेजपात के पत्ते रख दीजिए ,ऊनी,सूती,रेशमी कपडे कीड़ों से बचे रहेंगे।
अनाजों के बीच में ४-५ पत्ते डाल दीजिए तो अनाज में भी कीड़े नहीं लगेंगे। उनमें एक दिव्य सुगंध जरूर बस जायेगी।
*अनेक लोगों के मोजों से दुर्गन्ध आती है ,वे लोग तेजपात का चूर्ण पैर के तलुवों में मल कर मोज़े पहना करें। पर इसका मतलब ये नहीं कि आप महीनों तक मोज़े धुलें
ही न। वैसे भी अंदरूनी कपडे और मोज़े तो रोज धुलने चाहिए। मुंह से दुर्गन्ध आती है तो तेजपात का टुकड़ा चबाया करें। बगल के पसीने से दुर्गन्ध आती है तो तेजपात का चूर्ण पावडर की तरह बगलों में लगाया करें।

*अगर अचानक आँखों कि रोशनी कुछ कम होने लगी है तो तेजपात के बारीक चूर्ण को सुरमे की तरह आँखों में लगाएं। इससे आँखों की सफाई हो जायेगी और नसों में ताजगी आ जायेगी जिससे आपकी दृष्टि तेज हो जायेगी। इस प्रयोग को लगातार करने से चश्मा भी उतर सकता है।
*पेट में गैस की वजह से तकलीफ महसूस हो रही हो तो ३-४ चुटकी या ४ मिली ग्राम
तेजपात का चूर्ण पानी से निगल लीजिए।
एसीडिटी की तकलीफ में इसका लगातार सेवन बहुत फायदा करता है और पेट को आराम मिलता है।
* तेजपात का अपने भोजन में लगातार प्रयोग कीजिए ,आपका ह्रदय मजबूत बना रहेगा ,कभी हृदय रोग नहीं होंगे।
*पागलपन के लिए ...एक एक ग्राम तेजपात का चूर्ण सुबह शाम रोगी को पानी या शहद से खिलाएं। या तेजपात के चूर्ण का हलुआ बनाकर खिलाएं। सूजी के हलवे में एक चम्मच तेजपात का चूर्ण डाल दीजिए। बन गया हलवा।

* तेजपात के टुकड़ों को जीभ के नीचे रखा रहने दें ,चूसते रहे। एक माह में हकलाना खत्म हो जाएगा।
* दिन में चार बार चाय में तेजपत्ता उबाल कर पीजिए ,जुकाम-जनित सभी कष्टों में आराम मिलेगा। या चाय में चायपत्ती की जगह तेजपत्ता डालिए। खूब उबालिए ,फिर दूध और चीनी डालिए।
*पेट की किसी भी बीमारी में तेजपत्ते का काढा बनाकर पीजिए। दस्त, आँतों के घाव, भूख न लगना सभी में आराम मिलेगा।

14/12/2017

सोते समय 1 इलायची खाकर देखिये, फिर ऐसा मिलेगा परिणाम!
नवयुग संदेश 4 days ago
इलायची का इस्तेमाल आज से नहीं बल्कि हज़ारों सालों से होता चला आ रहा है। हम तो आज इसका इस्तेमाल मसाले के रूप में करते है। लेकिन क्या आप जानते है की इसका इस्तेमाल पहले एक औषधि के रूप में किया जाता था। आयुर्वेद में इलायची का अपना ही एक अलग महत्व है। अगर इलायची का सेवन एक औषधि के रूप में किया जाए तो हम बहुत सारी बीमारियों से अपने शरीर की रक्षा कर सकते है। इलायची आपको आसानी से मिलने वाली औषधि है। यह लगभग हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाती हैं।
लहसुन का सेवन सेहत के लिए होता है बहुत लाभदायक
इलायची का सेवन चाय बनाने के लिए किया जाता है। इसका सेवन सब्जी बनाते समय मसाले के रूप में भी किया जाता है। माना जाता है की इलायची का सेवन करने से हमारे शरीर के सभी रोग खत्म हो जाते है। इसीलिए आज बाजार में भी जो डिब्बा बंद दूध आते है उसमे भी इलायची का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि उन्हें पता है की यह लोगों के लिए अच्छी रहती है और इसके कारण लोग उनका दूध भी अधिक लेते है।
अपनाएं ये टिप्स, कोई नहीं लगा पाएगा आपकी उम्र का अंदाजा
क्या आप जानना चाहते है की अगर आप एक इलायची का सेवन लगातार 7 दिनों तक करते है तो उससे आपके शरीर को क्या क्या फायदे होते है।
तो आज हम आपकी यह इच्छा भी पूरी कर देते है। इलायची के सेवन से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार है।
दिमाग मजबूत करे
मुंह का संक्रमण दूर करे
दिल की रक्षा करे
ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद
मोटापा कम करे
किल मुँहासे दूर करे
खून की कमी को पूरा करे
पाचन तंत्र मजबूत करे, तो ये है 7 दिनों तक लगातार नियमित मात्रा में इलायची खाने से होने वाले फायदे।

👉🏿शिशु बच्चे के लिये सर्दी व जुकाम अजवाइन का काढ़ा👈🏿👩🏻👩🏻👉🏿अजवाइन का काढ़ा------बच्चों के सर्दी-खांसी में अजवाइन का काढ़ा बह...
04/12/2017

👉🏿शिशु बच्चे के लिये सर्दी व जुकाम अजवाइन का काढ़ा👈🏿👩🏻

👩🏻👉🏿अजवाइन का काढ़ा------बच्चों के सर्दी-खांसी में अजवाइन का काढ़ा बहुत उपयोगी होता है--------👇🏾👇🏾👇🏾

🌺👉🏿सामग्री:-------👇🏾

🌹1⃣👉🏿 अजवाइन या ओमान – १ चम्मच
🌹2⃣👉🏿 तुलसी के पत्ते – ८
🌹3⃣👉🏿 सोंठ पाउडर या चुक्कू – १/२ चम्मच (वैकल्पिक)
🌹4⃣👉🏿 लौंग – १
🌹5⃣👉🏿 काली मिर्च – ५
🌹6⃣👉🏿 हल्दी – १/२ चम्मच
🌹7⃣👉🏿 गुड़ – १/३ कप
🌹8⃣👉🏿 पानी – १/२ कप
🌹9⃣👉🏿 विधि:------- मोटी तली वाले एक बर्तन में सभी सामग्रियां लें और १० मिनट के लिए उबालें या इसकी मात्रा को ३/४ तक कम करें। छान लें, ठंडा करें और इसे अपने बच्चे को पिलायेंइसकी खुराक है खाने के बाद दिन में दो बार १ चम्मच।

*👩🏻👉🏿 यदि आप एलोपैथिक कफ सिरप दे रही हैं तो अजवाइन का काढ़ा ना दें।

स्किन प्रोब्लम ( सोरायसिस )सोरायसिस भी एक चर्म रोग है , जिसे छाल रोग भी कहते है । सर्दी के शुष्क मौसम में त्वचा नमी खोकर...
03/12/2017

स्किन प्रोब्लम ( सोरायसिस )
सोरायसिस भी एक चर्म रोग है , जिसे छाल रोग भी कहते है । सर्दी के शुष्क मौसम में त्वचा नमी खोकर ड्राई होने लगती है और अगर स्किन सोरायसिस का शिकार है तो चमड़ी की बाहरी परत इचिंग , खुजली व दर्द भी हेता है ।
क्या है यह रोग
स्किन की ऊपरी परत पर होने वाला चर्म रोग सोरायसिस आनुवांशिक है , लेकिन कई अन्य कारण भी इसे जन्म दे सकते है । इस रोग में त्वचा पर मोटी परत जम जाती है बस इसी परत के अधिक बनने को सोरायसिस कहते है । यह बीमारी लाल रंग की सतह के रूप में उभर कर सामने आती है और ज़्यादातर स्केल्प , हाथ - पांव , कोहनियों , घुटनों व पीठ तर अधिक होती है ।
त्वचा को कर देता है कमज़ोर
हमारे शरीर में रेजाना बहुत सारे बदलाव आते है जैसे हमारे नाखून और बाल बढ़ते है वैसे ही हमारी त्वचा भी बदलती है और नई त्वचा बनती है जिसे 3 से 4 दिन का समय लगता है । लेकिन सोरायसिस के दौरान त्वचा इतनी कमज़ोर और हल्की पड़ जाती है कि यह पुरी बनने से पहले ही ख़राब हो जाती है और प्रभावित जगह पर लाल चकते और रक्त की बुंदे दिखाई पड़ने लगती है ।
कैसे होता है यह रोग
• पौष्ट्क आहार न लेने की वजह से यह रोग होता है ।
• जो लोग घी - तेल बिलकुल न के बराबर खाते है
• त्वचा की देखभाल न करना
• बहुत अधिक तेज धूप में बाहर रहना आदि ।
• मोइश्चराइजर क्रीम या सोप लगाए ।
• होट शावर को कहें ना ( ज़्यादा गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए ।
• भरपूर पानी पिएं , तनाव रहित रहें , विटामीन - डी ज़्यादा लें । धूप की बजाय अपनी डाइट में विटामीन - डी युक्त आहार को शामिल करें ।
• सेरायसिस के लक्षण सामने आने पर तुरंत डाक्टरी सलाह लें ।
आयुर्वेदिक घरेलू उपाय अपने निजी डॉक्टर की सलाह से लें ।
1.....नारियल तेल - 500 ग्राम
2.....तिल तेल - 500 ग्राम
3.....गेंदा के फूल - 250 ग्राम
4.....निम के पत्ते - 125 ग्राम
5.....घृतकुमारी - 125 ग्राम ,
6 1 कम्मच हल्दी और 2 चुटकी कपूर
तेल को कढ़ाई में डाल कर गर्म करे और बाकी औषधियां डाल कर धिमी आंच पर पकाये , अच्छे से पकने के बाद तेल बाकी रहने पर नीचे उतार ले और गुनगुना रहने पर 1 कम्मच हल्दी और 2 चुटकी कपूर डाल कर 10 मिनट ढकंन लगा कर ढक दे । तेल ठन्डा होने पर छान ले और इस्तेमाल करें ।
Note: गोमूत्र में गेंदा के फूल और हल्दी मिलाकर लेप करने से विशेष लाभ होता है ।

7 पत्ते अशोक बृक्ष के लेकर चटनी बनायें और एक ग्लास पानी में काढा बनाकर पियें। स्त्रियों के सभी मासिक विकार दूर होते है।
27/11/2017

7 पत्ते अशोक बृक्ष के लेकर चटनी बनायें और
एक ग्लास पानी में काढा बनाकर पियें। स्त्रियों के सभी मासिक विकार दूर होते है।

23/11/2017

“लडकों के स्तनों का बढ़ जाना”


Gynecomastia लड़कों या पुरुषों में स्तन ऊतक, हार्मोन एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का एक असंतुलन की वजह से सूजन है। Gynecomastia एक या दोनों स्तनों को प्रभावित कर सकते हैं, कभी कभी असमान। नवजात शिशुओं, बूढ़े लोगों, लड़कों में , हार्मोन के स्तर में सामान्य परिवर्तन का एक परिणाम के रूप में gynecomastia का विकास हो सकता है, हालांकि अन्य कारण भी मौजूद हैं।
लड़कों के हार्मोन्स गड़बड़ाने के बहुत केस सामने आ रहे है। इससे बहुत लोग शर्मिंदा भी है, अपनी छाती की चर्बी बढ़ने की वजह से बहुत पुरूष परेशान रहते है । लड़कियों जैसी छाती हो जाती है । मेरे बहुत से पाठकों ने फोन , WhatsApp पर संपर्क करके इस विषय पर नुस्खा लिखने को कहा ,आपके सामने नुस्खा पेश कर रहा हुँ जो कि मैंने बहुत बार कई दर्जुनों रोगियो पर आजमाया है , अगर आप या आपका परिचित इस रोग से परेशान है तो घबराएं नही , नीचे बताई दवा बनाकर प्रभु का नाम लेकर शुरू करें , आप बिल्कुल ठीक हो जाएगें ।

“पुरूष स्तनवृद्धि हर योग”
अशवगंधा मूल 100 ग्राम ,
मूसली स्फेद 100 ग्राम,
सतावर 50 ग्राम ,
कौंच के शुद्ध बीज 50 ग्राम ,
शिलाजीत 15ग्राम ,
बंग भस्म 15ग्राम,
शिला सिन्दूर 10ग्राम,
वरक सोना 30 नग
सब दवा को अच्छी तरह रगड़कर 60पुड़िया बना लें । सुबह-शाम 1-1पुड़िया दूध से लें । कुछ ही महीनों में रोग छू-मंतर न हो जाए तो कहना । यही तो आयुर्वेद की ताकत है । चमत्कार को नमस्कार करोगे। चलता हुँ...... रब्ब खैर करे......बताना मेरा काम ,बनाना ,प्रयोग करना आपका काम । जितनी ईमानदारी से नुस्खें लिखकर बताता हुँ ,उतनी ही ईमानदारी से खरीदकर ,बनाकर प्रयोग किया करें , लाभ और यश दोनों मिलेंगे ।

*उबलतें दूध में जब डाली जाती हैं तुलसी की पतियाँ तो होता है चमत्कार *🌿घरेलू नुस्खे बिना किसी साइड इफेक्ट के कई बीमारियों...
22/11/2017

*उबलतें दूध में जब डाली जाती हैं तुलसी की पतियाँ तो होता है चमत्कार *
🌿
घरेलू नुस्खे बिना किसी साइड इफेक्ट के कई बीमारियों को दूर करते हैं। पीढि़यों से चले आ रहे ये नुस्खे हमेशा से फायदेमंद साबित हुए है और शायद आगे भी होते रहेंगे। ऐसे ही कुछ टिप्स तुलसी को लेकर भी है। तुलसी एक ऐसा हर्ब है जो कई समस्याओं को आसानी से दूर कर सकती है। सर्दी जुकाम हो या सिरदर्द तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से लाभ मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुलसी को अगर दूध के साथ मिला लिया जाये तो ये कई बीमारियों के लिए रामबाण साबित होती है।
आज हम आपको बता रहे हैं कैसे तुलसी की तीन से चार पत्तियां उबलते हुए दूध में डालकर खाली पेट पीने से आप सेहतमंद रह सकते हैं।
*किडनी की पथरी में*
यदि किडनी में पथरी की समस्या हो गई हो और पहले दौर में आपको इसका पता चलता है तो तुलसी वाला दूध का सेवन सुबह खाली पेट करना शुरू कर दें। इस उपाय से कुछ ही दिनों में किडनी की पथरी गलकर निकल जाएगी। आपको इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
*दिल की बीमारी में*
यदि घर में किसी को दिल से सबंधित कोई बीमारी है या हार्ट अटैक पड़ा हो तो आप तुलसी वाला दूध रोगी को सुबह के समय खाली पेट पिलाएं। इससे दिल से संबंधित कई रोग ठीक होते हैं।
*सांस की तकलीफ में*
सांस की सबसे खतरनाक समस्या है दमा। इस रोग में इंसान को सांस लेने में बड़ी परेशानी आती है। खासतौर पर तब जब मौसम में बदलाव आता है। इस
समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि आप दूध और तुलसी का सेवन करें। नियमित इस उपाय को करने से सांस से संबंधित अन्य रोग भी ठीक हो जाएगें।
*कैंसर की समस्या*
एंटीबायोटिक गुणों की वजह से तुलसी कैंसर से लड़ने में सक्षम होती है। दूध में भी कई तरह के गुण होते हैं जब दोनों आपस में मिलते हैं तो इसका प्रभाव बेहद प्रभावशाली और रोग नाशक हो जाता है। यदि आप नियमित तुलसी वाला दूध पीते हैं तो कैंसर जैसी बीमारी शरीर को छू भी नहीं सकती है।
*फ्लू*
वायरल फ्लू होने से शरीर कमजोर हो जाता है। यदि आप दूध में तुलसी मिलाकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करते हो ता आपको फ्लू से जल्दी से आराम मिल जाएगा।
*टेंशन में*
अधिक काम करने से या ज्यादा जिम्मेदारियों से अक्सर हम लोग टेंशन में आ जाते हैं एैसे में हमारा नर्वस सिस्टम काम नहीं कर पाता है और हम सही गलत का नहीं सोचते हैं। यदि इस तरह की समस्या से आप परेशान हैं तो दूध व तुलसी वाला नुस्खा जरूर अपनाएं। आपको फर्क दिखने लगेगा।
*सिर का दर्द और माइग्रेन में*
सिर में दर्द होना आम बात है। लेकिन जब यह माइग्रेन का रूप ले लेती है तब सिर का दर्द भयंकर हो जाता है। ऐसे में सुबह के समय तुलसी के पत्तों को दूध में डालकर पीना चाहिए। यह माइग्रेन और सिर के सामान्य दर्द को भी ठीक कर देती है। अक्सर हमारे घर में बहुत सी प्राकृतिक औषधियां होती है जिनके बारे में पता रहने से हम मंहगी दवाओं से होने वाले साइड इफेक्ट से बच सकते हैं।

21/11/2017

------ केला Banana -----
केले के बारे में कुछ जानकारी पोस्ट कर रहा हुँ
आशा है आपके काम आएगी

बच्चो का मिट्टी खाना ----->
५ ग्राम शहद से एक केला रोज खिलाओ,कुछ दिन तक ।
इससे बच्चे के पेट की मिट्टी बाहर आ जाती है , आदत भी छूट जाती है ....

दिल का दर्द ----->
( दीवानो के दिल के दर्द को छोडकर रोगी दिल के दर्द के लिए )
२० ग्राम शुद्ध शहद में दो केले मिलाकर खाने से दिल का दर्द बंद हो जाता है , दिल का रोग भी ठीक हो जाएगा

लकोरिया
( औरतों के गुप्तअंग से निकलने वाला चिपचिपा रिसाव ) ---->
दो पके केले खाकर ऊपर से दूध में शहद मिलाकर पीने से लाभ होगा ।देशी घी १० ग्राम से एक केला सुबह शाम खाने से १० दिन में आराम होता है

बल्ड प्रैशर ----->
केला खाना बहुत लाभकारी है...

दस्त ----->
कब्जकारक है केला , दही के साथ दो केले खाने से दस्त संग्रहनी में लाभ देता है ...

गैस्ट्रिक अल्सर ----->
दूध और केला इक्ठ्ठे लेने से इस रोग में लाभ होगा , केला खाएं बीच - बीच दूध पीएं..

अम्लपित्त ----->
पेट से गले तक जलन होने पर दो केलों को मसलकर चीनी ओर ईलाची मिलाकर खाएं ..

दुबलापन ----->
दो पके केले खाकर ऊपर से एक गिलास दूध तीन - चार महीने लेने से शरीर मोटा होगा ...

जरूरी सूचना:-
कफ ,दमा,खाँसी,अफारा में केला मत खाएं...दमा रोगियों को केला नही खाना चाहिए, दमें के दोरे को उजागर करता है।अगर केले ज्यादा खा लिए हो तो ऊपर से हरी इलायची चबा लें । केला पच जाएगा। चलता हुँ....भगवान आपका भला करें ।

सदैव आपका अपना शुभचिन्तक

21/11/2017

हृदय का इलाज सिर्फ 15 रुपैये में।
अर्जुन छाल – हृदय रोगियों के लिए वरदान।
हृदय की सभी समस्याओ के लिए एक वरदान।
क्या आपकी धमनियों में खून के धक्के जमे हुए हैं या इनमे प्लाक जमा हुआ हैं। या किन्ही कारणवश डॉक्टर ने आपको ANGIOPLASTY के लिए कह दिया हैं। या कैसी भी गंभीर समस्या हैं। तो एक बार ये ज़रूर आज़माये।
अर्जुन की छाल 100 ग्राम ले कर 250 ml दूध +250 ml पानी में पकाए जब आधा रह जाए तो छान कर पीये हर रोज़ सुबह शाम 10-10 मिली ले। इस से खून में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल कम हो जायेगा, खून के धक्के साफ़ हो जायेंगे, और ANGIOPLASTY की नौबत नहीं आएगी। अर्जुन के सेवन से अलसर में भी आशातीत लाभ होता हैं।
अर्जुन की चाय भी बना कर पी जा सकती हैं। साधारण चाय की जगह अर्जुन की कुटी हुई छाल डालिये। और चाय की तरह बना कर पीजिये।
अर्जुन को PARALYSIS के मरीजों को भी देते हैं जिस से उनको बहुत लाभ होता हैं।

varicose veins में भी ये बहुत उपयोगी हैं, अलसर के रोगियों के लिए भी ये बहुत लाभदायक हैं

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