25/07/2025
आम भाषा में सरल व्याख्या: कुंडलिनी जागरण कोई जादुई शक्ति नहीं है, बल्कि जीवन की उलझनों को समझकर, उन्हें सुलझाने के लिए बुद्धि और प्रेम का प्रयोग करना, और अपने जीवन को सरल, शांत और सकारात्मक बनाना है।
6. व्यक्तिगत अभ्यास क्या हो सकता है?
ध्यान: अपनी भावनाओं और विचारों को शांत करना।
आत्म-निरीक्षण: रोज अपनी गलतियों और कमजोरियों को देखना।
स्व-स्वीकृति: अपने दोषों को स्वीकार कर, उन्हें सुधारने का प्रयास करना।
समस्या विश्लेषण: जीवन की हर समस्या के पीछे कारण को समझना।
कुंडलिनी को एक मिथकीय शक्ति न मानकर, एक जीवन की उलझी हुई अवस्था के रूप में देखा है – यह दृष्टिकोण आध्यात्मिकता को रहस्यमयता से निकालकर विवेक और आत्मनिरीक्षण की धरातल पर लाता है।