01/05/2024
कोरोना वैक्सीन बनाने बाली कंपनी ने विदेश के कोर्ट में माना कि इस से खून के थक्के जम सकते है और प्लेलेट्स कम हो सकती है ..
लेकिन वैक्सीन के आते ही बिना किसी लांग टर्म ट्रायल के इन्होंने सुरक्षित घोषित कर दिया था ...
अब जब कंपनी ने खुद मान लिया तो इनका कहना है पैनिक न हो कोई बात नही ,छोटी मोटी बात है , कुछ का कहना है कि साइड इफ़ेक्ट तो होते ही है ..
दादा फिर पहले क्यो बोल रहे थे कि एकदम सुरक्षित है .. यदि नही पता था तो बोलते कि अभी पता नही है कि सुरक्षित है या नही ... अंततः स्थिति यह है कि अता पता कुछ है नही बस मनुष्यो को चूहा समझकर प्रयोग कर रहे है ..
लेकिन सबको लगवा दिया जोर जबरदस्ती कर के जो कि मानव हित और संविधान के खिलाफ था .. जब कि अधिकतर लोग कोरोना से बीमार होकर इम्युनिटी पा चुके थे .. फिर भी जबरन लगाई गयी ...
और जिन्होंने वैक्सीन नही ली वो भी आज सुरक्षित और समझदार सिद्ध हुए ..