Patanjali Chikitsalay, Deoghar

Patanjali Chikitsalay, Deoghar The first Patanjali chikitsalay of deoghar district with a vaid who is trained from Patanjali Yogpee

16/08/2025
SABHI SWASTHYASADHKON KO YOG DIWAS KI SUBHKAMNA
20/06/2025

SABHI SWASTHYASADHKON KO YOG DIWAS KI SUBHKAMNA

09/05/2025

अनेक गुणों से युक्त है घड़े का पानी

09/05/2025

छोटा- सा टिंडा ,बड़ा गुणकारी

🌞🌾 पतंजलि देवघर की ओर से आप सभी को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं! 🌾🌞🌅 इस पावन पर्व पर सूरज की किरणें आपके जीवन में...
14/01/2025

🌞🌾 पतंजलि देवघर की ओर से आप सभी को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं! 🌾🌞

🌅 इस पावन पर्व पर सूरज की किरणें आपके जीवन में नई ऊर्जा और खुशियां लेकर आएं।
🪁 पतंगों की उड़ान और तिल-गुड़ की मिठास आपके रिश्तों में प्यार और अपनापन बढ़ाए।

🏬 इस शुभ अवसर पर हमारे स्टोर पर पधारें और सेहत से भरपूर पतंजलि उत्पादों की विस्तृत रेंज का लाभ उठाएं।

तिल गुड़ खाएं, सेहतमंद जीवन अपनाएं!
🙏 जय भारत, जय आयुर्वेद! 🙏

06/11/2024

मर्म चिकित्सा और इसके उपयोग

मर्म चिकित्सा एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति है जो आयुर्वेद से संबंधित है। इसमें शरीर के विभिन्न बिंदुओं (मर्म बिंदु) पर दबाव देकर रोगों का उपचार किया जाता है। मार्म चिकित्सा में शरीर के 107 मर्म बिंदुओं की पहचान की जाती है। प्रत्येक मर्म बिंदु का संबंध शरीर के अंगों, मांसपेशियों, नाड़ियों, और ऊर्जा केंद्रों से होता है।

मर्म चिकित्सा के उपयोग
शारीरिक दर्द में राहत - मर्म बिंदुओं पर दबाव देकर शारीरिक दर्द जैसे कमर दर्द, सिर दर्द, जोड़ों का दर्द आदि में राहत मिलती है।

मानसिक स्वास्थ्य में सुधार - मर्म चिकित्सा मानसिक तनाव, चिंता, और डिप्रेशन जैसी समस्याओं में भी सहायक होती है। इन बिंदुओं पर दबाव से मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

पाचन तंत्र में सुधार - पाचन संबंधी समस्याओं जैसे अपच, गैस, और कब्ज में मर्म चिकित्सा काफी प्रभावी होती है। इससे पेट की क्रियाओं में सुधार होता है।

रक्त संचार में सुधार - यह चिकित्सा रक्त संचार को बेहतर बनाती है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का प्रवाह सही तरीके से होता है।

ऊर्जा संतुलन - शरीर में ऊर्जा का प्रवाह संतुलित होता है, जिससे शरीर और मस्तिष्क की थकावट दूर होती है और ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।

मर्म चिकित्सा को विशेषज्ञ की देखरेख में किया जाना चाहिए ताकि इसका सही लाभ मिल सके और किसी प्रकार का जोखिम न हो।

05/11/2024

🌿 देवघर के 40+ दोस्तों के लिए: आयुर्वेद से मधुमेह को कहें अलविदा! 🌿

दोस्तों, अगर आपकी उम्र 40 के पार हो गई है और डॉक्टर साहब ने आपको मधुमेह (डायबिटीज़) का नाम लेकर हलकान कर दिया है, तो घबराइए नहीं! हमारा प्यारा आयुर्वेद इसमें आपकी मदद कर सकता है। अब देवघर में मंदिर जाने के अलावा भी कुछ है ध्यान में रखने के लिए! 😉

मधुमेह और आयुर्वेद का कनेक्शन
आयुर्वेद के अनुसार मधुमेह को “मधुमेह” कहा जाता है – मतलब, शरीर में शक्कर का झोल! वैसे तो हमारे देवघर के खाने-पीने में मिठास होनी ही चाहिए, लेकिन अगर ये मिठास शरीर में ही घुलने लगे, तो फिर मुश्किल हो जाती है। इसलिए हमें अपने आहार और जीवनशैली में थोड़ा बदलाव करना होगा ताकि हम इस मीठी समस्या को काबू में रख सकें।

आयुर्वेद का सरल तरीका

सही खान-पान: अगर आप ये सोच रहे हैं कि “क्या अब रसगुल्ला छोड़ना पड़ेगा?”, तो इसका जवाब है – हां, थोड़ा छोड़ना पड़ेगा! लेकिन चिंता मत कीजिए, हम इसे पूरी तरह से बंद नहीं कर रहे। कोशिश करें कि अपने खाने में हल्का और पाचक आहार लें, जैसे कि जौ, मूंग दाल, हरी सब्जियां और कड़वे स्वाद वाले भोजन, जैसे करेला और नीम। हमारे देवघर का प्रसिद्ध करेला-भुजिया भी इसमें कारगर है!

योग और व्यायाम: देवघर की सुबह की ठंडी हवा में टहलना और हल्के योगासन करना मधुमेह पर काबू पाने में फायदेमंद हो सकता है। योगासन जैसे वज्रासन, भुजंगासन, और हलासन करें। याद रखें, जितना ज्यादा आप बैठे रहेंगे, उतना ही शुगर आपसे चिपकी रहेगी।

देसी जड़ी-बूटियाँ: आयुर्वेद कहता है कि प्रकृति में हर बीमारी का इलाज है। गिलोय, नीम, हल्दी, और आंवला जैसी जड़ी-बूटियाँ शुगर के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकती हैं। गिलोय का रस रोज़ सुबह लेने से मधुमेह पर असर पड़ता है, और आंवला का रस तो हमारे बालों के लिए भी बढ़िया है! इसे आजमाइए और देखिए कैसे शुगर का मीटर भी थोड़ा कम होता है और चेहरे की चमक भी बरकरार रहती है।

पंचकर्म और शोधन: अगर लगता है कि शुगर बढ़ गई है, तो पंचकर्म जैसे वमन (उल्टी का शोधन) और विरेचन (पेट साफ करना) आयुर्वेद के बेहतरीन उपाय हैं। देवघर में पंचकर्म क्लिनिक्स में यह विधियाँ की जाती हैं, जो शरीर को डीटॉक्स करने में मददगार हैं। एक बार इसे करके देखें, लगेगा जैसे शरीर को एक नई शुरुआत मिल गई है!

रोजाना दिनचर्या: कोशिश करें कि हर दिन सही समय पर भोजन करें और पर्याप्त नींद लें। रात में ज्यादा देर तक जागकर मोबाइल चलाने वाले ध्यान दें – नींद की कमी से भी शुगर बढ़ सकती है। तो देवघर के दोस्तों, सुबह की ताज़गी और रात की अच्छी नींद में भलाई है।

देवघर के दोस्तों से अपील
मधुमेह का इलाज करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है, बस थोड़ा अनुशासन और आयुर्वेद के कुछ सरल नियम। मिठास जिंदगी में होनी चाहिए, खून में नहीं! 😉 तो दोस्तों, थोड़ा नियंत्रण रखें और जब भी मन करे, देवघर के किसी गली में स्वादिष्ट "अट्ठे" का आनंद जरूर लें – बस शुगर को ध्यान में रखते हुए। 😄

27/04/2024

आयुर्वेद के अनुसार गर्भावस्था के 5 माह में क्या हो आहार विहार आइये जानते हैं. #आयुर्वेद #गर्भावस्था Ministry of Ayush, Government of India Tanuja Manoj Nesari

27/04/2024

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27/04/2024

गर्मी के रोग

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10 years of association with Patanjali

By the blessing of my Parents, family & Param pujya Swami Ramdevji Maharaj we started Patanjali Chikitsalay at Tiwari chowk, Deoghar in 2008. Shri Onkar Prasad (Jila Prabhari, Patanjali Yog Samiti, Deoghar) helped and supported me in starting Patanjali Chikitsalay at Deoghar.

In 2010 Parampujya Swami Ramdev Ji visited our center during Bharat Swabhiman Yatra. It was an achievement for all of us.

In 2014 Onkar Prasad installed statue of Maharishi Patanjali in our campus which has become a tourist point for Deoghar.

Till date we have treated approx 50000+ patients at our center with the support of Dr Virendra, Dr Alok and Dr Himanshu.