07/07/2025
एंडोस्कोपी क्या है?
सोचिए आपके पेट या शरीर के किसी हिस्से में बार-बार दर्द हो रहा है, लेकिन बाहर से देखने पर कुछ पता नहीं चलता। ऐसे में डॉक्टर एक खास तरीका अपनाते हैं, जिसे एंडोस्कोपी कहते हैं। इसमें एक पतली सी नली, जिसके आगे छोटा सा कैमरा और लाइट लगी होती है, आपके शरीर के अंदर भेजी जाती है। इससे डॉक्टर आपके शरीर के अंदर की लाइव तस्वीरें देख सकते हैं।
एंडोस्कोपी क्यों कराई जाती है?
जब पेट में दर्द, जलन, उल्टी, खून आना या किसी भी अंग में कोई गड़बड़ी हो और साधारण जांचों से कुछ पता न चले।
कैंसर, अल्सर, सूजन, या किसी भी अंदरूनी बीमारी का सही-सही पता लगाने के लिए।
कभी-कभी इलाज के लिए भी, जैसे– छोटी गांठ या पॉलिप निकालना।
एंडोस्कोपी कैसे होती है?
तैयारी:
डॉक्टर आपको बताएंगे कि कब से खाना-पीना बंद करना है।
कुछ मामलों में पेट या आंत साफ करने के लिए दवा दी जाती है।
प्रक्रिया:
आपको अस्पताल या क्लिनिक में लिटाया जाता है।
हल्की बेहोशी या सुन्न करने की दवा दी जाती है, ताकि आपको तकलीफ न हो।
फिर एंडोस्कोप (वो पतली नली) गले, मुंह या गुदा के रास्ते अंदर भेजी जाती है।
डॉक्टर स्क्रीन पर आपके अंगों को देख सकते हैं। जरूरत हो तो सैंपल भी ले सकते हैं।
समय:
पूरी प्रक्रिया आमतौर पर 15-30 मिनट में हो जाती है।
एंडोस्कोपी के बाद क्या होता है?
थोड़ी देर के लिए आपको आराम करने दिया जाता है।
अगर बेहोशी दी गई थी, तो पूरी तरह होश में आने के बाद ही घर भेजा जाता है।
कभी-कभी गले में हल्की खराश या पेट में फुलाव महसूस हो सकता है, जो जल्दी ठीक हो जाता है।
एंडोस्कोपी के फायदे
बिना चीरा लगाए, शरीर के अंदर की बीमारी का पता चलता है।
जल्दी हो जाती है और दर्द भी कम होता है।
कई बार इलाज भी तुरंत हो जाता है।
एक मजेदार बात
एंडोस्कोपी के दौरान डॉक्टर आपके शरीर के अंदर का सीधा वीडियो देखते हैं – जैसे कोई लाइव टीवी शो! और कई बार मरीज भी स्क्रीन पर अपने पेट या आंतों को देख सकता है।
नोट:
अगर डॉक्टर आपको एंडोस्कोपी की सलाह दें, तो घबराएं नहीं। यह एक सुरक्षित और असरदार तरीका है, जिससे बीमारी का सही इलाज हो सकता है।