07/01/2017
दन्त रोगो के घरेलू इलाज
अधिकतर दांतों के रोग की परेशानी अहार की गड़बड़ी से होती है अधिक ठन्डा पानी पीना अधिक खटाई मिर्च लेना तथा गर्म चाय आदि के बाद तुरन्त ठन्डा पानी लेने से दाँत कमजोर होकर टूट जाते हैं।
कूट, दारूहल्दी, धाय के फूल, पाठा, कुटकी, हल्दी, तेजबल, मोथा, लोघ सभी बराबर बराबर लेकर चूर्ण छान कर रख लें फिर जीभ, दाँत की जड़ों में मलने से दाँत का दर्द , रक्त गिरना, मसूड़ोंं की जलन ये सभी रोग दूर होते हैं।
त्रिफला (हर्र, बहेड़ा आँवला) त्रिकुटा (सौंठ पीपर पीपलामूर) तूतिया (शुद्ध नीलाथोथा) सौंद्या नमक माजूफल पतंग (अकोला की लकड़ी) इन सभी को पीसकर छानकर मंजन बना लें।
पाईरिया असली सरसों का तेल में महीन कपड़े से छना सेंधानमक मिलाकर धीरेधीरे दाँतो मसूड़ों एवं से मलते रहें एवं लार नीचे टपकाते रहें। कुछ ही दिनों में पाईरिया ठीक हो जाएगा।
दाँत चमवें बादाम छिलका, (पुंगीसुपाड़ी) दोनों पीस सेंधानमक मिलाकर मंजन बना लें। छिलका ले बादाम का पुगी सहित जलाय। नमक महीन मिलाइए दाँत देय चमकाय।।
अजवान 200 ग्राम, नीम की छाल सूखी 200 ग्राम, बबूल छाल 200 ग्राम को जलाकर कोयला करें (राख न होवे) फिर पीसकर 200 ग्राम, सेंधानमक १२ ग्राम, पिपरमेंट ५ ग्राम मिलाकर पीस लें। इस मंजन से दाँत दर्द ठीक होकर चकमते हैं। बदबू दूर होती है।
बरगद की दातौन करने से हिलते दाँत ठीक हो जाते हैं।