12/05/2025
IBS (इरिटेबल बाउल सिंड्रोम) क्या होता है?
IBS का पूरा नाम इरिटेबल बाउल सिंड्रोम है। यह एक पाचन तंत्र से जुड़ी बीमारी है, जो मुख्य रूप से हमारी बड़ी आंत (Large Intestine) को प्रभावित करती है। इसमें पेट से जुड़े कई लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे:
मुख्य लक्षण:
1. पेट में दर्द या ऐंठन
2. गैस बनना और पेट फूलना
3. कब्ज (Constipation) या दस्त (Diarrhea) का बार-बार होना, या दोनों का एक साथ होना
4. खाने के बाद पेट में भारीपन महसूस होना
5. मल त्यागने में परेशानी होना
IBS के कारण:
IBS के ठीक-ठीक कारण का पता नहीं है, लेकिन कुछ मुख्य कारण माने जाते हैं:
तनाव (Stress) या मानसिक दबाव
खान-पान की गलत आदतें
हार्मोनल बदलाव
पाचन तंत्र की नसों की संवेदनशीलता बढ़ जाना
उपचार:
IBS का कोई स्थाई इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है:
1. सही खान-पान: फाइबर युक्त आहार, जंक फूड से परहेज
2. तनाव कम करना: योग, ध्यान (Meditation), व्यायाम
3. दवाइयां: डॉक्टर की सलाह से गैस, दर्द, और कब्ज को कम करने वाली दवाइयां
4. पानी अधिक पीना: पाचन को ठीक रखने के लिए
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) के लक्षणों को घर पर ही कुछ सरल उपायों से नियंत्रित किया जा सकता है। नीचे कुछ प्रभावी घरेलू उपचार दिए गए हैं:
🧘♀️ जीवनशैली में बदलाव
तनाव प्रबंधन: योग, ध्यान और गहरी साँस लेने के अभ्यास से तनाव कम होता है, जो IBS के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करता है।
नियमित व्यायाम: प्रतिदिन हल्का व्यायाम जैसे चलना या साइकिल चलाना पाचन क्रिया को सुधारता है।
🍵 आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खे
हींग, अजवायन और सोंठ का मिश्रण: इन तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनाएं। भोजन के बाद एक चम्मच गरम पानी के साथ लें।
छाछ में हींग और जीरा: छाछ में चुटकी भर हींग और जीरा मिलाकर सेवन करें। यह गैस और अपच में राहत देता है।
हरड़, पीपल, सोंठ और काला नमक: इनका चूर्ण बनाकर आधा चम्मच मट्ठे के साथ लें। यह वातज संग्रहणी में लाभकारी है।
🍽️ आहार संबंधी सुझाव
प्रोबायोटिक्स का सेवन: दही और छाछ जैसे खाद्य पदार्थों में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन में सहायक होते हैं।
फाइबर युक्त आहार: फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो कब्ज में राहत देते हैं।
गैस उत्पन्न करने वाले खाद्य पदार्थों से परहेज: बीन्स, गोभी, फूलगोभी, लहसुन, चॉकलेट, कॉफी और शराब जैसी चीजें IBS के लक्षणों को बढ़ा सकती हैं।