04/01/2022
मधुमेह
आजकल मधुमेह की बीमारी आम बीमारी हैं। जब किसी व्यक्ति को मधुमेह की बीमारी होती हैं। इसका मतलब हैं वह व्यक्ति दिन भर में जितनी भी मीठी चीजें खाता हैं (चीनी, मिठाई, शक्कर, गुड़ आदि) वह ठीक प्रकार से नहीं पचती अर्थात् उस व्यक्ति का अग्नाशय उचित मात्रा में उन चीजों से इन्सुलिन नहीं बना पाता
इसलिए वह चीनी तत्व मूत्र के साथ सीधी निकलता हैं। इसे पेशाब में शुगर आना भी कहते हैं। जिन लोगों को अधिक चिंता, मोह, लालच, तनाव रहते हैं। उन लोगों को मधुमेह की बीमारी अधिक होती हैं। मधुमेह रोग में शुरू में तो भूख बहुत लगती हैं, लेकिन धीरे-धीरे भूख कम हो जाती हैं। शरीर सूखने लगता हैं, कब्ज की शिकायत रहने लगती हैं। अधिक पेशाब आना और पेशाब में चीनी आना शुरू हो जाती हैं और रोगी का वजन कम होती जाता हैं। शरीर में कही भी जख्म/घाव होने पर वह जल्दी नहीं भरता।
• जामुन मधुमेह के रोगी के लिए सर्वोत्तम दवाई हैं। सीधे जामुन खाना लाभदायक तो है ही, लेकिन जामुन की गुठली का चूर्ण ताजे पानी के साथ दिन में 2-3 बार लेने पर मधुमेह में बहुत लाभकारी होता हैं। इसके साथ जामुन के हरे पत्तों की चटनी बनाकर 1 ग्लास पानी में प्रतिदिन पीने से लाभ होता हैं।
• पान के साथ चार पत्ती बंग भस्म लेने से मधुमेह दूर होता हैं।
• प्रातःकाल 20 ग्राम गिलोय का रस बराबर मात्रा में शहद के साथ मिलाकर लेने से बीमारी में लाभ मिलता हैं।
• प्रतिदिन रात्रि विश्राम से पहले शहद के साथ त्रिफला चूर्ण लेने से लाभ होता हैं।
• इन्द्र जौ, बादाम और चने का चूर्ण बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर प्रतिदिन सुबह और शाम फीके दूध से लें।
• त्रिफला चूर्ण में मैथी के दानों का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाये और प्रतिदिन प्रातः काल 2 चम्मच चूर्ण गुनगुने जल के साथ सेवन करें।