20/10/2025
जिस प्रकार से समस्त भक्तजन दीवाली की तिमिर अंधकार भरी रात को छोटे छोटे जगमग दीपक जलाकर वातावरण को आलोकित करते हुए दसों दिशाओं में फैले अंधकार का नाश कर देते हैं उसी तरह से हे परम कृपालु दयालु दयामय माँ राधा रानी जी और भगवान श्री बांके बिहारी जी अपनी कृपामय कांता भक्ति से हम सबके हृदय को आलोकित करते हुए हम सभी के हृदय में सदा के लिए निवास करते हुए हम सबके जीवन को सार्थक बनाये l धनतेरस, नरकाचौदस ,दिवाली, अन्नकूट और भाईदूज दिव्य त्योहारों से सुशोभित पंचपर्व की आप सबको परिवार सहित हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं l समुद्र से प्रकट हुई भगवान श्री महविष्णु की पत्नी देवी श्री महालक्ष्मी जी श्री शिव पुत्र गणेश भगवान जी और श्री ब्रह्मा जी की पुत्री देवी श्री सरस्वती जी की कृपा आप सब पर सदैव बनी रहे l डॉक्टर. वत्सल एवं परिवार फतेहगढ़