19/06/2023
हड्डियों में दर्द का देसी इलाज हड़जोड़ पौधा
हड़जोड़ या अस्थि संहार एक वनस्पति है जो अफ्रीका और एशिया का मूल निवासी है। यह एक बारहमासी आरोही पर्ण पाती लता है ।यह लगभग 8 मी तक लम्बी होती है। इसके तनें देखने में चतुष्कोणीय तथा अस्थि की श्रृंखला जैसी प्रतीत होते है
अस्थिसंहार का वानस्पतिक नाम Cissus quadrangularis Linn. (सीस्सुस क्वॉड्रंगुलारिस्)है।।इसे अनेकों नामों से जाना जाता है।अंग्रेजी में इसे बोनसेटर नाम से जाना जाता है। संस्कृत में इसे अस्थि संहार कहा गया है है जबकि हिन्दी भाषी क्षेत्रों में इसे हड़-जोड अथवा अस्थि जोड़ कहते हैं।
आयुर्वेद में और स्थानीय लोगों में भी अस्थिजोड़ चूर्ण का प्रयोग टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए किया जाता रहा है।
हड़जोड़ या अस्थि संहार का प्रयोग पारंपरिक चिकित्सा में कई स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। इसे हड्डी टूटने, जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द, और पाचन संबंधी विकारों के इलाज के लिए उपयोगी माना जाता है।
इसके विशेष गुणों में इंटी-इंफ्लामेटरी (प्रोटेक्टिव तंत्रों को स्थायी करने में सहायता करने वाला), एनाल्जेसिक (दर्द को कम करने वाला) और एंटीऑक्सीडेंट (कोशिकाओं को हानिकारक मुक्त करने वाला) होते हैं।
Cissus quadrangularis हड्डी के फ्रैक्चर के उपचार में मदद कर सकता है, क्योंकि यह हड्डी में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ावा देता है और कोलेजन का उत्पादन बढ़ाता है, जो हड्डी के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, यह जोड़ों के स्वास्थ्य को ठीक करने में सक्षम है।व्यायाम के कारण होने वाले दर्द और सूजन को कम करने के लिए भी इसे लाभदायक पाया गया है।
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