24/04/2023
Aligarh News: कद्दावरों की टिकट कटने से खेमेबंदी भाजपा में नहीं थमी रार, अब विरोध और इस्तीफों की बौछार
क्वार्सी मंडल के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा सहित सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफे का ऐलान जारी कर दिया था। मगर देर रात सांसद सतीश गौतम के समझाने पर उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने का ऐलान कर दिया और सांसद के समक्ष लिखित में भी दे दिया। इधर, वाल्मीकि समाज ने टिकटों में ध्यान न देने का आरोप लगाते हुए पार्टी कार्यालय पर धरना दिया।
निकाय चुनाव में नामांकन का एक दिन शेष है। उससे पहले सत्ताधारी भाजपा ने टिकटों की घोषणा की है। चूंकि भाजपा में सर्वाधिक दावेदार और सर्वाधिक पैरोकारी व खेमेबंदी थी। इसी का परिणाम हुआ था जिला कार्यालय पर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में विवाद हुआ। उस विवाद को थामने के लिए प्रदेश कार्यालय तक पर बैठक हुई। मगर टिकट वितरण के बाद भी रार थम नहीं है।
अब असंतोष इस कदर उभर कर आ गया कि कुछ लोगों ने महानगर कार्यालय पर धरना दिया तो कुछ लोगों ने इस्तीफा दे दिया है। कुल मिलाकर चुनाव से पहले जिले में खेमेबंदी खुलकर सामने आ रही है और जिले के ताकतवर खेमे अपने समर्थकों के सामने टिकट कटने का ठीकरा दूसरे खेमे पर फोड़कर उसके प्रति गुस्से का इजहार करा रहे हैं।
जिले की निकायों में ये है तस्वीर
जिले में खैर पर पार्टी ने पूर्व चेयरमैन को टिकट दिया है। उनके सामने मांग रहे पिछले चुनाव में हारे अन्नू आजाद का टिकट काटा है। इसके बाद से खैर में विरोध शुरू हो गया है। अतरौली में निवर्तमान चेयरमैन पर फिर से दाव खेला है। वहीं छर्रा विधानसभा की छर्रा सीट पर पार्टी कार्यकर्ता परिवार से, विजयगढ़ में कार्यकर्ता परिवार से, कौडिय़ागंज में पूर्व सेयरमैन परिवार से टिकट दिया गया है। जलाली में नए चेहरे को पार्टी ने जिले के एक खेमे की सिफारिश पर टिकट दिया है। इसी तरह इगलास में संघ परिवार से जुड़ी महिला व बेसवां में निवर्तमान चेयरमैन के पिता को टिकट दिया है।
बरौली क्षेत्र पर पर बात करें तो जिले के एक खेमे की सिफारिश पर हरदुआगंज में पूर्व में निर्दल चेयरमैन रह चुके जयवीर सिंह के करीबी राजेश यादव को, चंडौस पर कभी बसपा से जुड़े रहे धर्म सिंह भारती को, जवां में जयवीर सिंह के करीबी की मां को टिकट दिया है। बरौली की गभाना सीट पर जयवीर सिंह अपने करीबी को टिकट दिलवा पाने में सफल नहीं हो सके हैं। यहां उनके राजनीतिक विरोधी पूर्व मंत्री दलवीर सिंह की पुत्रवधु को टिकट मिला है। इस घोषणा पर दलवीर सिंह के आवास पर बधाई देने वालों का सिलसिला जारी रहा। बरौली में जयवीर सिंह के करीबी को टिकट मिला है। खैर क्षेत्र की जट्टारी सीट पर पूर्व में चेयरमैन रह चुके जयवीर सिंह के करीबी को और पिसावा में पार्टी के कार्यकर्ता को टिकट मिला है। इधर, कोल क्षेत्र की मडराक सीट पर पार्टी से जुड़े विधायक अनिल पाराशर के करीबी को टिकट मिला है।
एक चेयरमैन पद पर मुस्लिम प्रत्याशी भी मैदान में
जिले की निकायों में से मुस्लिम आबादी वाली पिलखना पंचायत पर भाजपा ने पहली बार मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार यह प्रत्याशी क्षेत्र के विधायक रविंद्रपाल सिंह द्वारा मैदान में लाया गया और पार्टी ने इस प्रस्ताव को स्वीकारते हुए टिकट दिया है। पिलखना की प्रत्याशी जमीला खातून का परिवार लंबे समय से रविंद्रपाल सिंह के साथ है।
हानगर में ज्यादा असंतोष, दिग्गजों की टिकट कटी
भाजपा ने पार्षद टिकट वितरण में वैसे हर वर्ग और धर्म का ध्यान रखा है। मगर बावजूद इसके दिग्गजों का टिकट कटने पर ज्यादा असंतोष दिखाई दे रहर है। जिसमें पार्टी के कई बार के पार्षद वीरेंद्र सिंह, मुकेश शर्मा, डा.दिनेश शर्मा, विजय तोमर, सुबोध सिट्टु का टिकट कट गया है। इसी तरह पिछली बार के पार्षद मीनेश भारद्वाज, वैभव गौतम का टिकट कटा है। इसके अलावा एक विशेष खेमे से जुड़े युवा मोर्चा में पदाधिकारी मीनेष भारद्वाज, प्रतीक चौहान, शिवम शर्मा आदि का टिकट कटने पर चर्चाएं और असंतोष उभर रहा है। इसके अलावा टिकट वितरण में अपना तेरी व अन्य तरह के आरोप लगाने और पार्टी कार्यकर्ताओं को तवज्जो न देने के आरोप लगाते हुए इसी तरह महावीर गंज मंडल के अध्यक्ष संजय शर्मा आदि ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने बाद में इस्तीफा वापस लेने की घोषणा कर दी।
इसी तरह क्वार्सी मंडल के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा सहित सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफे का ऐलान जारी कर दिया था। मगर देर रात सांसद सतीश गौतम के समझाने पर उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने का ऐलान कर दिया और सांसद के समक्ष लिखित में भी दे दिया। इधर, वाल्मीकि समाज ने टिकटों में ध्यान न देने का आरोप लगाते हुए पार्टी कार्यालय पर धरना दिया। जिसमें राजीव भारती, संदेश राज आदि शामिल रहे। इधर, भारतीय क्रांतिकारी वाल्मीकि मोर्चा के राजतिलक वाल्मीकि ने समाज की अनदेखी का आरोप टिकट वितरण में लगाया है। इधर, भाजपा महिला मोर्चा ने महिला मोर्चा की बहनों को टिकट में अनदेखी का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल कर दी है। वहीं पिछले चुनाव परिणाम को ध्यान में रखते हुए निर्दल जीते योगेश सिंघल को इस बार रघुवीरपुरी से टिकट दिया गया है।