19/07/2022
आरोग्य पीठ के प्रयास से असाध्य रोगियों के लिए न्यूरोथैरेपी बन रही है आशा की किरण : डॉ.कृष्ण गोपाल
घुटना कमर व गठिया जैसे असाध्य रोगों में रोगियों के लिए न्यूरोथैरेपी आशा की किरण बन रही है। यह बात कल दिनांक 18 जुलाई को आरोग्य पीठ के एकल आरोग्य केंद्रों के संचालकों की अखिल भारतीय बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोपाल जी ने कही। उन्होंने कहा फ़्री भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में चिकित्सा के श्रेष्ठ गुण छुपे हैं इन्हें उजागर करने का वक़्त आ गया है । देश के 16 राज्यों के 52 प्रतिनिधियों के चिकित्सा अनुभव को सुनने के बाद उन्होने कहा आज पारंपरिक चिकित्साओं का युग आ चुका है ।
बैठक को संबोधित करते हुए आरोग्य पीठ के संस्थापक एवं गुरु आचार्य रामगोपाल दीक्षित जी ने कहा कि आज देश में 2000 से अधिक युवकों ने न्यूरो थेरेपी सीख कर अपना रोज़गार शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा न्यूरोथेरपी बिना दवा बिना दर्द के तथा बिना किसी कुप्रभाव के रोगों का उपचार करती है । इस पद्धति को सीखना सरल तथा इसकी शुरुआत भी सरल है ।आज गाँव गाँव में घुटना, कमर, गर्दन दर्द, गैस एसिडीटी, माइग्रेन रक्तचाप और शुगर के रोगी हर घर में है । जिनके उपचार पर मोटा ख़र्चा करना पड़ता है, जिसे गरीव आदमी नहीं कर सकता। कई बार बहुत उपचार करने के बाद भी इनका सफल समाधान नहीं मिलता । साथ ही बड़ी संख्या में युवक बेरोज़गार है । महँगी पढ़ाई करने के बाद भी संतोषजनक रोज़गार नहीं मिलता । रोज़गार के अभाव में वह अपनी उच्च शिक्षा के बावजूद भी है उसके अनुरूप कार्य नहीं कर पाते। आरोग्य पीठ देश के युवकों को न्यूरोथेरेपी सिखाकर स्व रोज़गार में आत्मनिर्भर बना रही है । साथ ही इन शिक्षित युवाओं के माध्यम से कम ख़र्च में उन असाध्य रोगियों का बिना दवा के उपचार स्थानीय स्तर करने वाले आरोग्य केंद्र गाँव गाँव खड़े कर रही है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार के न्यूरो थेरेपी स्वरोजगार चलाने वाले एकल आरोग्य केंद्रों के प्रमुखों की यह तीन दिवसीय बैठक एवं कार्यशाला आरोग्य पीठ, भक्ति बाटिका कॉलोनी, धौरहरा गाँव, वृन्दावन में आयोजित की है ।
सौरभ सिंह
मीडिया प्रभारी
आरोग्य पीठ