17/03/2025
मंथन आई हैल्थ केयर फाऊंडेशन के सौजन्य से श्री सेवा समिति महावीर दल सोनीपत में लगाया गया मैंटल हेल्थ केयर शिविर इलनेस टू वेलनेस
डॉ.अनिरुद्ध सेहरा ने दिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के टिप्स
आज विकृत्त खानपान और सहन शक्ति के अभाव ने तन और मन दोनों विकृत्त कर दिए हैं: स्वामी दिव्यानंद जी
हिंसा से भरी फिल्में और नकारात्मक सोच ने मन को बीमार कर डाला है? भरोसे से भरा जीवन मन की अच्छी खुराक है: वैद्य अनिरुद्ध सेहरा
जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करनी हो, स्वास्थ्य के प्रति तो जागरूक रहना अति आवश्यक है। स्वस्थ रहोगे तो धर्म कर्म, तीर्थ भी कर सकोगे। स्वस्थ रहोगे तो अर्थ धन को भी प्राप्त कर सकोगे। दुनियादारी-कामनापूर्ति के साथ-साथ मोक्ष प्राप्ति की साधना का प्रयास कर पाओगे। दुख तो तब लगता है, जब व्यक्ति अपनी लापरवाही से अस्वस्थ होता है। यदि दिनचर्या नियमित हो, तनाव मुक्त जीवन हो, भोजन संतुलित हो तो मानसिक और शारीरिक स्तर पर स्वयं को स्वस्थ रखा जा सकता है। श्री सेवा समिति महावीर दल मंदिर सोनीपत में मंथन आई हैल्थ केयर फाऊंडेशन के सौजन्य से आयोजित मेंटल हेल्थ केयर प्रोग्र्राम इलनेस टू वेलनेस में पूज्य गुरूदेव डॉ. स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने कहा कि आज तो मानसिक विकृत्ति तथा विकृत्त खान पान शरीर को अधिक अस्वस्थ कर रहा है। इस अवसर पर उत्तर भारत के प्रसिद्ध मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ.अनिरुद्ध सेहरा ने कहा कि मन और काया का संतुलन ही सुंदर स्वास्थ्य का लक्षण है। गलत खान पान होते ही तन बोल पड़ता है। जलन या बदहजमी के रूप में, पेट फूलने के रूप में, किंतु हमारा मन यह सब अनुभव करता हुआ भी अनसुना कर देता है। उस रोग को दबाने के रूप में और डालते रहते हैं। संयम का आश्रय नहीं लेते, उन विषैले तत्त्वों को बाहर नहीं निकालते। शंख प्रखशालन या कुंजर क्रिया आदि के द्वारा यह उपचार संभव है, किंंतु नहीं। जैसे शरीर को अच्छा बुरा खिलाते रहते हैं, वैसे मन को भी हम अच्छी या बुरी खुराक देते रहते हैं। जिस कारण यह बीमार हो जाता है, कभी-कभी प्रसन्न भी। ऐसे टीवी मूवी जिसमें बहुत ङ्क्षहसा या आक्रामक सीन है तो मन हमेशा नेगेटिव चंचल बना रहेगा। डर बना रहने से कई बच्चों का पेशाब निकल जाता है। सकारात्मक सोच बनाओ, परमात्मा पर भरोसा रखो। असफलता का भय समाप्त होगा। कार्यक्रम के अंत में वैद्य अनिरुद्ध सेहरा, वैद्य संजय सेहरा का अभिनंदन किया गया।