14/08/2025
🌿 मुलेठी – पेट की जलन और मितली का प्राकृतिक समाधान 🌿
अगर खाना खाने के बाद उल्टी जैसा मन होना, पेट में जलन, या कड़वा पानी बनना जैसी परेशानी हो रही है, तो आयुर्वेद में इसका सरल और असरदार उपाय है – मुलेठी।
✨ मुलेठी (यष्टिमधु) को अंग्रेज़ी में Liquorice कहते हैं।
यह एक श्रेष्ठ पित्तशामक औषधि है, जो पेट की उष्णता को शांत करती है और पाचन को संतुलित करती है।
🌸 मुख्य लाभ
पेट की जलन और अम्लता में राहत
मितली, उल्टी और motion sickness में लाभकारी
पेट की परत (mucosa) को ठंडक और सुरक्षा प्रदान करती है
पाचन शक्ति को सहज और संतुलित बनाती है
💡 सेवन विधि
1️⃣ मुलेठी के चूर्ण का 1 चम्मच सुबह और शाम, खाने के 1 घंटे बाद लें।
2️⃣ या फिर मुलेठी को पानी में उबालकर छान लें और सुबह खाली पेट पिएं।
⚡ विशेष टिप – गर्मी और पित्त की अधिकता वाले लोगों के लिए यह एक उत्तम औषधि है।
🌿 आयुर्वेद कहता है –
"यष्टिमधुं मधुरं स्निग्धं गुरु शीतं बलप्रदम्"
(यष्टिमधु स्वाद में मधुर, स्वभाव में शीतल और बलवर्धक है।)
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