
20/03/2025
फिजियोथेरेपी का महत्व....
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के सफल पृथ्वी वापसी के बाद उन्हें 45 दिनों तक फिजियोथेरेपी दी जाएगी। अंतरिक्ष में लंबा समय बिताने के कारण शरीर पर कई प्रभाव पड़ते हैं, जैसे मांसपेशियों की कमजोरी, हड्डियों का घनत्व कम होना और संतुलन में दिक्कतें।
फिजियोथेरेपी क्यों जरूरी है?
✅ मांसपेशियों को मजबूत बनाना – माइक्रोग्रैविटी के कारण कमजोर हो चुकी मांसपेशियों को फिर से सक्रिय करने में मदद मिलती है।
✅ हड्डियों की मजबूती – गुरुत्वाकर्षण के अभाव में हड्डियों की ताकत कम हो जाती है, जिसे फिजियोथेरेपी से ठीक किया जाता है।
✅ संतुलन और कोऑर्डिनेशन – पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल शरीर को दोबारा ढालने में मदद मिलती है।
✅ दिल और रक्त संचार में सुधार – रक्त प्रवाह को सामान्य करने और हृदय को फिर से मजबूत बनाने में सहायता करता है।
फिजियोथेरेपी न केवल अंतरिक्ष यात्रियों बल्कि सामान्य लोगों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। चोटों से उबरने, जोड़ों के दर्द में राहत पाने और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इसका नियमित रूप से अभ्यास जरूरी है।