
16/05/2023
क्या आप भी ऐसी किसी अवस्था से ग्रसित है
मांसपेशियों की कमजोरी और शोष (एट्रॉपी), मांसपेशियों में क्षणिक फड़कन (फेसीकुलेशन) जिसे त्वचा के नीचे नंगी आंखों से देखा जा सकता है। लगभग 5-45% मरीज कूट कंदीय प्रभाव (सूडोबल्बल इफेक्ट) अनुभव करते हैं, जिसे भावनात्मक असंतुलन के रूप में भी जाना जाता है। जिसमें अनियंत्रित रूप से हंसना, रोना, या मुस्कराना शामिल है।
अत: मोटर न्यूरॉन रोग निदान किये गये रोगियों में ऊपरी और निचले गतिजनक न्यूरॉन क्षति, होने के संकेत और लक्षण होने चाहिये, जिसके और कोई कारण नहीं हो सकते हैं। न्यूरॉन क्षति होने के संकेत और लक्षण होने चाहिये, जिसके और कोई कारण नहीं हो सकते हैं।
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