09/07/2023
चिकित्सा के ताज पर प्रशासनिक सरताज...!
-- डॉ. शैलेन्द्र भण्डारी
मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों पर प्रशासनिक अधिकारियों (आईएएस )को मठाधीश बनाने की फिराक में है.स्नातकोत्तर चिकित्सा विशेषज्ञ बनने में परीक्षाओं एवं पाठ्यक्रम मिलाकर लगभग 10 बरस एवं स्नातकोत्तरोत्तर (डीएम, एम सीएच )विशिष्ट चिकित्सा विशेषज्ञ बनने में 12 बरस पढ़ाई के और दो-तीन साल भर्ती प्रक्रिया के, ऐसे कुल मिलाकर 14-15 बरस लगते हैं. इन चिकित्सा विशेषज्ञों को वे प्रशासनिक अधिकारी दिशा निर्देश देंगे, जिन्हें चिकित्सा का अ ब स नहीं आता.उन्हें बीमारियों,उपचार, उपकरण,चिकित्सा सामग्री की कोई जानकारी नहीं होती.
सरकार के दिलो-दिमाग में यदि राष्ट्रीय स्वास्थ्य सूचकांक को समुन्नत करने का जज्बा, जुनून और जुंबिश है तो प्राचार्य,अधिष्ठाता,संचालक, निदेशक,सचिव,अधीक्षक जैसे समस्त प्रशासनिक पदों पर वरिष्ठ चिकित्सकों की नियुक्ति ही तर्कसंगत और न्याय संगत है.
चिकित्सा विज्ञान के उच्च पदों पर आसीन होने के लिए उन चिकित्सकीय एवं प्रशासकीय व्यक्तियों की दरकार होती है,जिन्हें दोनों विधाओं का संतुलित एवं समन्वयित अनुभव हो.
विशुद्ध प्रशासकीय अधिकारी मरीज की सेहत के साथ खिलवाड़ और तंदुरुस्त और महाशक्ति भारत के सपनों को चकनाचूर कर सकते हैं....!
-- Dr. Shailendra Bhandari