Dr.M Haroon KHAN

Dr.M Haroon KHAN HOMOEOPATHIC PHYSICIAN AND PSYCHOLOGIST & HIJAMA'(CUPING) THERAPIST
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03/09/2025
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26/07/2025

7 दिन का मधुमेह (डायबिटिक) आहार चार्ट

समय सोमवार मंगलवार बुधवार गुरुवार शुक्रवार शनिवार रविवार

सुबह खाली पेट गुनगुना पानी /+ मेथी दाना दालचीनी
नींबू पानी

नाश्ता दलिया + २ मामरा बादाम + ग्रीन टी ब्राउन ब्रेड + अंडा(पीला नही खाना) बेसन चीला + चाय उपमा + चटनी + बादाम इडली + सांभर ओट्स + दूध + बादाम पोहा + अंडा + ग्रीन टी।

मिड मॉर्निंग सेब / अमरूद पपीता अमरूद खीरा / टमाटर नाशपाती पपीता सेब।

दोपहर का खाना रोटी + सब्जी + दाल + छाछ भिंडी + दाल + रोटी लौकी दाल + रोटी + दही पत्ता गोभी + दाल + रोटी टिंडा + दाल + छाछ करेला + मूंग दाल + रोटी बैंगन + तुअर दाल + दही।

शाम का नाश्ता मखाने + हर्बल टी भुने चने + नींबू पानी फ्रूट सलाद ग्रीन टी + मखाने भुने चने + चाय नींबू पानी + भुने चने मखाने + हर्बल टी।

रात का खाना लौकी की सब्ज़ी + रोटी + दाल वेज सूप + रोटी दूध + रोटी + पालक खिचड़ी + दही + सलाद वेज सूप + रोटी पनीर भुर्जी + रोटी + सलाद रोटी + सब्जी ।

सोने से पहले दूध (बिना मलाई ,चीनी) दूध

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✅ नोट्स:

आप किसी सब्जी को मौसम के अनुसार बदल सकते हैं, लेकिन तलना और तेज मसाले से बचें।

रोटी मल्टीग्रेन आटे की होनी चाहिए।5 किलो मल्टीग्रेन आटा बनाने के लिए, आप 3 किलो गेहूं, 500 ग्राम सोयाबीन, ज्वार/मक्का, 500 ग्राम जौ और 500 ग्राम चना का उपयोग कर सकते

दाल को भी हल्का रखें – अधिक घी, बघार या मसाले न डालें।

चीनी, मैदा, बेकरी प्रोडक्ट्स, कोल्ड ड्रिंक्स से पूरी तरह परहेज़ करें।

23/07/2025

लक्षण
डेंगू के लक्षण सामान्यत: तीन से चौदह दिनों के अंदर विकसित होते हैं। इसके बाद डेंगू का वायरस इंक्युबेशन की अवधि में (डेंगू का मच्छर काटने के बाद से डेंगू का लक्षण विकसित होने तक की अवधि को इंक्युबेशन अवधि कहते हैं) उजागर होता है। साधारणतः यह अवधि चार से सात दिन की हो सकती है।

डेंगू के लक्षण निम्नलिखित हैं:-

अचानक तीव्र ज़्वर
सिरदर्द (सामान्यत आंखों में दर्द होता है)
मांसपेशियों और जोड़ों में भयानक दर्द
चकत्ते निकलना
ठंड लगना (कांपना)
त्वचा पर लाल चकत्ते बनना
मुँह पर निस्तब्धता आना
भूख न लगना
गले में खराश
असामान्य रूप से कान, मसूड़ों और पेशाब आदि से ख़ून बहना
कारण
डेंगू संक्रमित मच्छर से फैलता है, जिसे एडीज एजिप्टी मादा मच्छर कहते हैं। सामान्यत: यह मच्छर दिन में और कभी-कभी रात में काटता है। डेंगू का वायरस आरएनए फ्लैविवीरिद परिवार से है। इस रोग के वायरस चार प्रकार के होते हैं, जिन्हें सिरोटाइप कहा जाता है। ये निम्नलिखित है:- डेन-1, डेन-2, डेन-3 और डेन-४।

डेंगू वायरस का प्रसार एक चक्र के अंतर्गत होता है। जब मादा मच्छर द्वारा संक्रमित व्यक्ति को काटा जाता है। इसके बाद जब यही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तब यह वायरस व्यक्ति में चला जाता है और इस तरह यह चक्र लगातार चलता रहता है।

रोग निदान
अत्यधिक तीव्र ज़्वर(चालीस डिग्री सेल्सियस से अधिक)होने पर संभावित रोग की पहचान निम्नलिखित दो के आधार पर की जाती है:-

गंभीर सिरदर्द
आँखों में दर्द अपितु आँखों को हिलाने और डुलाने में भी तकलीफ़ का होना
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
मतली या उल्टी होना
ग्रंथियों में सूजन

19/06/2025

पित्त की थैली में पथरी क्या है? (
पित्त की थैली में पथरी तब बनती है जब पित्त (Bile) में मौजूद कोलेस्ट्रॉल, बाइल सॉल्ट्स और अन्य पदार्थ सख्त होकर छोटे-छोटे पत्थर का रूप ले लेते हैं। ये पथरी पित्त की थैली में जमी रहती है और कभी-कभी बाइल डक्ट को ब्लॉक कर देती है, जिससे दर्द और अन्य समस्याएं होती हैं।

पित्त की थैली में पथरी बनने के कारण:
ज्यादा वसायुक्त भोजन या कोलेस्ट्रॉल का सेवन
मोटापा और निष्क्रिय जीवनशैली
तेजी से वजन कम करना या उपवास करना
डायबिटीज और हार्मोनल असंतुलन
आनुवंशिक कारण
लक्षण:
पेट के ऊपरी दाईं ओर दर्द
अपच और मितली
तैलीय या भारी भोजन के बाद असहजता
जॉन्डिस (त्वचा और आंखों का पीला पड़ना)
होम्योपैथी में पित्त की थैली में पथरी का इलाज क्यों चुनें?
होम्योपैथी में पित्त की थैली में पथरी का इलाज

होम्योपैथिक इलाज पित्त की थैली में पथरी का एक प्राकृतिक तरीका है। यह न केवल पथरी को घोलने और दर्द को कम करने में मदद करता है, बल्कि समस्या के मूल कारण का इलाज भी करता है।

पित्त की थैली में पथरी के होम्योपैथिक इलाज के लाभ:
सर्जरी की जरूरत नहीं: पथरी को धीरे-धीरे घोलने में मदद करता है।
सुरक्षित और प्राकृतिक: दवाएं हर्बल और प्राकृतिक तत्वों से बनी होती हैं।
पुनः पथरी बनने की संभावना को कम करता है।
पाचन और यकृत का सुधार: पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक।
कोई साइड इफेक्ट नहीं: यह इलाज शरीर पर हानिकारक प्रभाव नहीं डालता।
सम्पर्क कीजिए :9827226617,9131090552

05/04/2025

तमाम आशिकाने औलिया से पुर खुलूस दरख्वास्त है कि प्रोग्राम में शरीक होकर फैजाने औलियाए नक्शबंद के रूहानी फयूजों बरकात हासिल कर दाखिले हसनात हो ।

इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. ...
01/10/2024

इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. यह बॉडी में इंसुलिन को बैलेंस रखने में मदद करती है, जिससे ब्लड शुगर की समस्या पैदा नहीं होती.अपराजिता की चाय वजन घटाने में मददगार है. अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो रोज सुबह इस चाय का सेवन करें
नोट अगर कोई गम्भीर बीमारी है तो एक्सपर्ट की सलाह पर ही सेवन करे।

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Clinic In Front Of Anjuman Shopping Complex Andherdev Jabalpur
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