For Good health

For Good health this page is very usefull for all.

*हम पानी क्यों ना पीये खाना खाने के बाद.!*क्या कारण है.?हमने दाल खाई,हमने सब्जी खाई, हमने रोटी खाई,हमने दही खाया,लस्सी प...
12/06/2022

*हम पानी क्यों ना पीये खाना खाने के बाद.!*
क्या कारण है.?
हमने दाल खाई,
हमने सब्जी खाई,
हमने रोटी खाई,
हमने दही खाया,
लस्सी पी, दूध, दही, छाझ, लस्सी, फल आदि.!
ये सब कुछ भोजन के रूप मे हमने ग्रहण किया
ये सब कुछ हमको उर्जा देता है
और पेट उस उर्जा को आगे ट्रांसफर करता है.!
पेट मे एक छोटा सा स्थान होता है
जिसको हम हिंदी मे कहते है "अमाशय"
उसी स्थान का संस्कृत नाम है "जठर"
उसी स्थान को अंग्रेजी मे कहते है
"epigastrium"
ये एक थेली की तरह होता है
और यह जठर
हमारे शरीर मे सबसे
महत्वपूर्ण है
क्योंकि सारा खाना सबसे पहले इसी मे आता है।
ये बहुत छोटा सा स्थान हैं
इसमें अधिक से अधिक 350gms खाना आ सकता है.!
हम कुछ भी खाते
सब ये अमाशय मे आ जाता है.!

आमाशय मे अग्नि प्रदीप्त होती है

उसी को कहते हे "जठराग्न".!
ये जठराग्नि है
वो अमाशय मे प्रदीप्त होने वाली आग है ।
ऐसे ही पेट मे होता है
जेसे ही आपने खाना खाया
की जठराग्नि प्रदीप्त हो गयी..t
यह ऑटोमेटिक है,
जेसे ही अपने रोटी का पहला टुकड़ा मुँह मे डाला
की इधर जठराग्नि प्रदीप्त हो गई.!
ये अग्नि तब तक जलती हे जब तक खाना' पचता है |

अब अपने खाते ही
गटागट पानी पी लिया
और खूब ठंडा पानी पी लिया.r

और कई लोग तो बोतल पे बोतल पी जाते है.!

अब जो आग (जठराग्नि) जल रही थी
वो बुझ गयी.!
आग अगर बुझ गयीतो खाने की पचने की जो क्रिया है
वो रुक गयी.!
You suffer from IBS,
Never CURABLE

अब हमेशा याद रखें
खाना जाने पर
हमारे पेट में दो ही क्रिया होती है,
एक क्रिया है
जिसको हम कहते हे
"Digestion"
और दूसरी है "fermentation" फर्मेंटेशन का मतलब है
सडना...!
और
डायजेशन का मतलब हे
पचना.!

आयुर्वेद के हिसाब से आग जलेगी
तो खाना पचेगा,
खाना पचेगा
तो उससे रस बनेगा.!
जो रस बनेगा
तो उसी रस से
मांस, मज्जा, रक्त, वीर्य, हड्डिया, मल, मूत्र और अस्थि बनेगा
और सबसे अंत मे मेद बनेगा.!

ये तभी होगा
जब खाना पचेगा.!

यह सब हमें चाहिए.
ये तो हुई खाना पचने की बात.
अब जब खाना सड़ेगा तब क्या होगा..?

खाने के सड़ने पर
सबसे पहला जहर जो बनता है
वो हे यूरिक एसिड (uric acid)

कई बार आप डॉक्टर के पास जाकर कहते है
की मुझे घुटने मे दर्द हो रहा है,
मुझे कंधे-कमर मे दर्द हो रहा है

तो डॉक्टर कहेगा आपका यूरिक एसिड बढ़ रहा है
आप ये दवा खाओ,
वो दवा खाओ यूरिक एसिड कम करो|
और एक दूसरा उदाहरण खाना

जब खाना सड़ता है,
तो यूरिक एसिड जेसा ही एक दूसरा विष बनता है
जिसको हम कहते हे
LDL (Low Density lipoprotive)
माने खराब कोलेस्ट्रोल (cholesterol)

जब आप
ब्लड प्रेशर(BP) चेक कराने
डॉक्टर के पास जाते हैं
तो वो आपको कहता है (HIGH BP)

हाई-बीपी है
आप पूछोगे...
कारण बताओ.?

तो वो कहेगा
कोलेस्ट्रोल बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है |

आप ज्यादा पूछोगे
की कोलेस्ट्रोल कौनसा बहुत है ?

तो वो आपको कहेगा
LDL बहुत है |

इससे भी ज्यादा
खतरनाक एक विष हे
वो है.... VLDL
(Very Low Density Lipoprotive)

ये भी कोलेस्ट्रॉल जेसा ही विष है।
अगर VLDL बहुत बढ़ गया
तो आपको डॉक्टर भी नहीं बचा सकता|

खाना सड़ने पर
और जो जहर बनते है
उसमे एक ओर विष है
जिसको अंग्रेजी मे हम कहते है triglycerides.!

जब भी डॉक्टर
आपको कहे
की आपका "triglycerides" बढ़ा हुआ हे
तो समज लीजिए
की आपके शरीर मे
विष निर्माण हो रहा है |

तो कोई यूरिक एसिड के नाम से कहे,
कोई कोलेस्ट्रोल के नाम से कहे,
कोई LDL -VLDL के नाम से कहे
समझ लीजिए
की ये विष हे
और ऐसे विष 103 है |

ये सभी विष
तब बनते है
जब खाना सड़ता है |

मतलब समझ लीजिए
किसी का कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ है
तो एक ही मिनिट मे ध्यान आना चाहिए
की खाना पच नहीं रहा है ,

कोई कहता हे
मेरा triglycerides बहुत बढ़ा हुआ है
तो एक ही मिनिट मे डायग्नोसिस कर लीजिए आप...!
की आपका खाना पच नहीं रहा है |

कोई कहता है
मेरा यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है
तो एक ही मिनिट लगना चाहिए समझने मे
की खाना पच नहीं रहा है |

क्योंकि खाना पचने पर
इनमे से कोई भी जहर नहीं बनता.!

खाना पचने पर
जो बनता है
वो है....
मांस, मज्जा, रक्त, वीर्य, हड्डिया, मल, मूत्र, अस्थि.!

और

खाना नहीं पचने पर बनता है....
यूरिक एसिड,
कोलेस्ट्रोल,
LDL-VLDL.!

और यही
आपके शरीर को
रोगों का घर बनाते है.!

पेट मे बनने वाला यही जहर
जब ज्यादा बढ़कर खून मे आते है !
तो खून दिल की नाड़ियो मे से निकल नहीं पाता
और रोज थोड़ा थोड़ा कचरा
जो खून मे आया है
इकट्ठा होता रहता है
और एक दिन नाड़ी को ब्लॉक कर देता है
जिसे आप
heart attack कहते हैं.!

तो हमें जिंदगी मे ध्यान इस बात पर देना है
की जो हम खा रहे हे
वो शरीर मे ठीक से पचना चाहिए
और खाना ठीक से पचना चाहिए
इसके लिए पेट मे
ठीक से आग (जठराग्नि) प्रदीप्त होनी ही चाहिए|

क्योंकि
बिना आग के खाना पचता नहीं हे
और खाना पकता भी नहीं है

महत्व की बात
खाने को खाना नहीं
खाने को पचाना है |

आपने क्या खाया कितना खाया
वो महत्व नहीं हे.!

खाना अच्छे से पचे
इसके लिए वाग्भट्ट जी ने सूत्र दिया.!

"भोजनान्ते विषं वारी"

(मतलब
खाना खाने के तुरंत बाद
पानी पीना
जहर पीने के बराबर है)

इसलिए खाने के
तुरंत बाद पानी
कभी मत पिये..!

अब आपके मन मे सवाल आएगा
कितनी देर तक नहीं पीना.?

तो 1 घंटे 48 मिनट तक नहीं पीना !

अब आप कहेंगे
इसका
क्या calculation हैं.?

बात ऐसी है....!

जब हम खाना खाते हैं
तो जठराग्नि द्वारा
सब एक दूसरे मे
मिक्स होता है
और फिर खाना पेस्ट मे बदलता हैं.!

पेस्ट मे बदलने की क्रिया होने तक
1 घंटा 48 मिनट का समय लगता है !

उसके बाद जठराग्नि कम हो जाती है.!

(बुझती तो नहीं लेकिन बहुत धीमी हो जाती है)

पेस्ट बनने के बाद
शरीर मे रस बनने की
परिक्रिया शुरू होती है !

तब हमारे शरीर को
पानी की जरूरत होती हैं।

तब आप जितना इच्छा हो
उतना पानी पिये.!

जो बहुत मेहनती लोग है
(खेत मे हल चलाने वाले,
रिक्शा खीचने वाले,
पत्थर तोड़ने वाले)

उनको 1 घंटे के बाद ही
रस बनने लगता है
उनको घंटे बाद
पानी पीना चाहिए !

अब आप कहेंगे
खाना खाने के पहले
कितने मिनट तक पानी पी सकते हैं.?

तो खाना खाने के
45 मिनट पहले तक
आप पानी पी सकते हैं !

अब आप पूछेंगे
ये मिनट का calculation....?

बात ऐसी ही
जब हम पानी पीते हैं
तो वो शरीर के प्रत्येक अंग तक जाता है !

और अगर बच जाये
तो 45 मिनट बाद मूत्र पिंड तक पहुंचता है.!

तो पानी - पीने से मूत्र पिंड तक आने का समय 45 मिनट का है !

तो आप खाना खाने से
45 मिनट पहले ही
पाने पिये.!

03/06/2022

*कब्ज को दूर कर पेट हल्का करना है? तो ये उपाय आजमाएं*

1. कब्ज होने के कारण में गलत खानपान, ठीक समय पर शौच न जाना, व्यायाम न करना और शारीरिक काम न होना शामिल हैं।
2. इस समस्या से निजात पाने के लिए आप चोकर समेत आटे की रोटी खाएं और मीठा दूध पियें।
3. शकर-गुड़ प्राय: पेट साफ रखते हैं, इसलीए खाने के बाद इसका सेवन करें।
4. सब्जियों में पत्ती समेत मूली, काली तोरई, घीया, बैंगन, गाजर, परवल, पपीता, टमाटर आदि खाएं।
5. दालों का सेवन छिल्के समेत ही करें।
6. अगर दवा की जरूरत हो तो थोड़ा-सा खाने का सोडा पानी में घोलकर पी जाएं तो पेट हल्का रहेगा और शौच भी।
7. इमली में गुड़ डालकर मीठी चटनी बनाएं और इसका सेवन करें। इससे पेट साफ रहेगा।
8. भोजन के साथ सलाद में नमक डले टमाटर जरूर लें। नमक भी पेट साफ रखता है। कभी-कभी थोड़ा-सा पंचसकार चूर्ण भी ले लें।
9. भोजन के बाद सौंफ-मिस्री चबाने से भी पेट ठीक रहता है।

03/06/2022

*दर्द में दर्दनिवारक एलोपैथी दवा से बचे*

*दर्द को चुटकियों में दूर करेंगे यह असरकारक घरेलू उपचार*

*सिर दर्द में कपाल (ललाट) के दोनों ओर की कनपटियों में तेज दर्द होता है जिसे सिर दर्द कहते हैं। सिर दर्द 11 तरह के होते हैं, सिर दर्द अपने आप में कोई रोग नहीं है और यदि सिर दर्द बिना किसी कारण के उत्पन्न होता है तो यह 2 या 3 दिन में अपने आप ठीक हो जाता है।*

*सिर दर्द का कारण*

*सिर की नसों से अधिक खून बहने के कारण सिर दर्द हो सकता है।*

*रक्तचाप (ब्लडप्रैशर) बढ़ जाने या कम होने पर भी सिर दर्द होता है।*

*बुखार में मस्तिकावरणगत धमनियों में फैल जाने के कारण सिर दर्द होता है।*

*अधिक गुस्सा करने से दिमाग पर जोर पड़ता है जिससे सिर दर्द होता है।*

*अधिक चिन्ता करने से दिमाग की मांसपेशियों में तनाव बढ़ जाने के कारण सिर दर्द होता है।*

*नींद कम आने और नींद न आने से सिर दर्द होता है।*

*खून में जहरीले द्रव्य बनना, मूत्र रोग, कब्ज और अपच आदि पैदा होने के कारण सिर दर्द होता है।*

*सिर में फोड़ा, सूजन और पानी भरने से सिर दर्द होता है।*

*आंखों की कमजोरी एवं आंख, कान, नाक, गले और दांतों के रोग होने पर भी सिर दर्द होता है।*

*बुखार, सर्दी-जुकाम, गर्मी की अधिकता, खून की कमी, दिमाग की कमजोरी, खून में खराबी, शरीर के किसी अंग का रोगग्रस्त होना, मधुमेह आदि रोगों के कारण भी सिर दर्द होता है।*

*अधिक काम करने, एक ही काम को लगातार करने तथा एक ही वातावरण में लम्बे समय तक रहने के कारण भी सिर दर्द होता है।*

*अधिक देर तक किताब पढ़ने, बिस्तर पर लेट कर टेलीविजन देखने और धूप में अधिक देर तक घूमने से सिर दर्द होता है।*

*सिरदर्द के घरेलू उपचार*

*नाक में सरसों के तेल की बूँदे टपकाने से सिरदर्द में लाभ होता है।*

*जब सिरदर्द सता रहा हो तब ध्यानमुद्रा में शांत होकर बैठ जायें अथवा दोनों हाथों की कोहनियों के 1-1 सेन्टीमीटर ऊपर केवल सात मिनट के लिए कसकर रूमाल बाँध दें। इससे सिरदर्द में आराम मिलेगा।*

*गर्मी के कारण सिरदर्द होता हो तो धनिया पीसकर सिर पर लगायें*

*प्रतिदिन भोजन करने के बाद सिर में कंघी करने से सिर की पीड़ा दूर हो जाती है।*

*सिरदर्द के तीन मुख्य कारण होते हैं- जुकाम, कब्जियत और पित्तप्रकोप। इन्हें दूर किये बिना सिरदर्द नहीं मिटता।*

*सिर तथा नाक में कफ भर जाने पर काली मिर्च के बारीक पाउडर को नास की तरह लेने से कफ निकलकर छींक आकर सिर हल्का हो जायेगा।*

*सर दर्द का विभिन्न औषधियों से उपचार*

*पोदीना*
सिर पर हरे पोदीने का रस निकालकर लगाने से सिर दर्द दूर होता है।

पोदीने के पत्ते को पानी में पीसकर माथे पर लेप करने से सिर का दर्द खत्म हो जाता है।

*कालीमिर्च*
लगभग 4 कालीमिर्च, 3 ग्राम अदरक और 7-8 तुलसी के पत्तों को हल्का सा कूटकर पानी में उबालकर चाय बनाकर पीने से सर्दी के कारण होने वाला सिर दर्द खत्म हो जाता है।

कालीमिर्च और धनिये को पानी के साथ पीसकर माथे पर लगाने से सिर दर्द तुरन्त ही खत्म हो जाता है।

कालीमिर्च, लौंग और तुलसी के पत्तों को पानी के साथ पीसकर माथे पर लगाने से सिर दर्द खत्म हो जाता है।

कालीमिर्च और चूल्हे की जली हुई मिट्टी को बारीक पीसकर सूंघने से आधासीसी का दर्द दूर हो जाता है।

*घी*
सुबह नाक के नथुनों में गाय के घी 3-4 बूंद डालने से सिर दर्द खत्म हो जाता है।

घी और दूध को अधिक मात्रा में लेने से पित्तजन्य (गर्मी) के कारण होने वाला सिर दर्द ठीक हो जाता है।

सिर पर घी को मलने और सूंघने से सिर का दर्द मिट जाता है।

पैरों के तलवों पर रात को सोते समय घी की मालिश करने से अकारण होने वाला सिर का दर्द ठीक हो जाता है।

नियमित रूप से भोजन के रूप में शुद्ध देशी घी खाने से सिर के सभी रोग दूर हो जाते हैं।

*भृंगराज (भांगरा)*
भांगरे के तेल को ठंड़ा करके सिर पर लगाने और तेल की मालिश करके ठंड़े पानी की पटि्टयों को सिर पर रखने से गर्मी के दिनों में धूप में घूमने के कारण होने वाला सिर दर्द खत्म हो जाता है।

भांगरे के रस और बकरी का दूध बराबर मात्रा में मिलाकर धूप में रखकर गर्म करें और सूंघने से सिर का दर्द और आधासीसी का दर्द ठीक हो जाता है।

भांगरे का रस और गाय का दूध बराबर मात्रा में लेकर पीने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।

दशमूल की जड़ों से निकाले तेल और भांगरे के तेल को मिलाकर लगाने से तेज सिर दर्द दूर हो जाता है।

*चंदन*
लगभग 10-10 ग्राम सफेद चंदन का चूर्ण, छोटी इलायची, देशी कपूर व शर्करा और 5 ग्राम नीम की छाल और 50 ग्राम नौसादर को मिलाकर बारीक चूर्ण बनाकर सूंघने अथवा थोड़े से पानी के साथ सिर पर लगाने से सिर का दर्द ठीक हो जाता है। इसके अलावा बिच्छू के विष और बर्र का विष और चोट में भी यह लाभकारी होता है।

लाल चंदन को जल में घिसकर माथे पर लगाने से सिर का दर्द खत्म हो जाता है।

शुद्ध सन्दल (चंदन) के इत्र को माथे पर लगाने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।

घरेलू नुस्खों से दूर करें दर्द (Pain)-बिना किसी साईड इफेक्ट के

*जिस तरह का जीवन हम जी रहे हैं, उसमें सिरदर्द होना एक आम बात है। लेकिन यह दर्द हमारी दिनचर्या में शामिल हो जाए तो हमारे लिए बहुत कष्टदायी हो जाता है। दर्द से छुटकारा पाने के लिए हम पेन किलर घरेलू उपाय अपनाकर इसे दूर कर सकते हैं।*

*इन घरेलू उपायों के कोई साईड इफेक्ट भी नहीं होते।*

*अदरक*
अदरक एक दर्द निवारक दवा के रूप में भी काम करती है। यदि सिरदर्द हो रहा हो तो सूखी अदरक को पानी के साथ पीसकर उसका पेस्ट बना लें और इसे अपने माथे पर लगाएं। इसे लगाने पर हल्की जलन जरूर होगी लेकीन यह सिरदर्द दूर करने में मददगार होती है

*सोडा*
पेट में दर्द होने पर कप पानी में एक चुटकी खाने वाला सोडा डालकर पीने से पेट दर्द में राहत मिलती है। सि्त्रयो के मासिक धर्म के समय पेट के नीचे होने वाले दर्द को दूर करने मे खाने वाला सोडा पानी में मिलाकर पीने से दर्द दूर होता है। एसिडिटी होने पर एक चुटकी सोडा, आधा चम्मच भुना और पिसा हुआ जीरा, 8 बूंदे नींबू का रस और स्वादानुसार नमक पानी में मिलाकर पीने से एसिडिटी में राहत मिलती है।

*अजवायन*
सिरदर्द होने पर एक चम्मच अजवायन को भूनकर व कपूर को मिलाकर साफ सूती कपडे में बांधकर नाक के पास लगाकर गहरी सांस लेने से सिरदर्द में राहत मिलती है। ये प्रक्रिया तब तक दोहराएं जब तक आपका सिरदर्द ठीक नहीं हो जाता। पेट दर्द को दूर करने में भी अजवायन सहायक होती है। पेट दर्द होने पर आधा चम्मच भुनी अजवायन को नमक या गुड़ को गुनगुना पानी के साथ फांखने से पेट दर्द में राहत मिलती है।

*रात्रि भोजन के बाद व प्रातः काल 4:30 बजे एक चम्मच अजवायन पुराना गुड़ व देशी गाय का घी नियमित 21 दिन सेवन से माइग्रेन का नाश होता है*

*बर्फ*
सिरदर्द में बर्फ की सिंकाई करना बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा स्पॉन्डिलाइटिस में भी बर्फ की सिंकाई लाभदायक होती है। गर्दन में दर्द होने पर भी बर्फ की सिंकाई लाभदायक होती है।

*हल्दी*
हल्दी कीटाणुनाशक होती है। इसमें एंटीसेप्टिक, एंटीबायोटिक और दर्द निवारक तत्व पाए गए हैं। ये तत्व चोट के दर्द और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। घाव पर हल्दी का लेप लगाने से वह ठीक हो जाता है। चोट लगने पर दूध में हल्दी डालकर पीने से दर्द में राहत मिलती है। एक चम्मच हल्दी में आधा चम्मच काला गर्म पानी के साथ फांखने से पेट दर्द व गैस में राहत मिलती है।

*तुलसी के पत्ते*
तुलसी में बहुत सारे औषधीय तत्व पाए जाते हैं। तुलसी की पत्तियों को पीसकर चंदन पाउडर में मिलाकर पेस्ट बना लें। दर्द होने पर प्रभावित जगह पर उस लेप को लगाने से दर्द में राहत मिलेगी। एक चम्मच तुलसी के पत्तों का रस शहद में मिलाकर हल्का गुनगुना करके खाने से गले की खराश और दर्द दूर हो जाता है। खांसी में भी तुलसी का रस काफी फायदेमंद होता है।

*मेथी*
एक चम्मच मेथी दाना में चुटकी भर पिसी हुई हींग मिलाकर पानी के साथ फांखने से पेटदर्द में आराम मिलता है। मेथी डायबिटीज में भी लाभदायक होती है। मेथी के लड्डू खाने से जोडों के दर्द में लाभ मिलता है।

*हींग*
हींग दर्द निवारक और पित्तवर्द्धक होती है। छाती और पेटदर्द में हींग का सेवन लाभकारी होता है। छोटे बच्चों के पेट में दर्द होने पर हींग को पानी में घोलकर पकाने और उसे बच्चो की नाभि के चारो ओर उसका लेप करने से दर्द में राहत मिलती है।

*सेब*
सुबह खाली पेट प्रतिदिन एक सेब खाने से सिरदर्द की समस्या से छुटकारा मिलता है।

*चिकित्सकों का मानना है कि सेब का नियमित सेवन करने से रोग नहीं घेरते।*

*करेला*
करेले का रस पीने से पित्त में लाभ होता है। जोडों के दर्द में करेले का रस लगाने से काफी राहत मिलती है
🙏🌹 राम राम जी 🌹🙏

03/06/2022

*रोड हिप्नोसिस क्या है ?*

किसी भी वाहन की ड्राइविंग करते समय की एक शारिरिक स्थिति है . सामान्यतः लगातार ढाई-तीन घंटे की ड्राइविंग के बाद रोड हिप्नोसिस प्रारम्भ होता है .

ऐंसी सम्मोहन की स्थिति में आँखें खुली होती हैं लेकिन दिमाग अक्रियाशील हो जाता है . अतः जो दिख रहा है उसका सही विश्लेषण नहीं हो पाता और नतीजतन सीधी टक्कर वाली दुर्घटना हो जाती है .

इस सम्मोहन की स्थिति में दुर्घटना के 15 मिनिट तक ड्राइवर को न तो सामने के वाहनों का आभास होता है और न ही अपनी स्पीड का . और जब 120-140 स्पीड से टक्कर होती है तो भयानक दुष्परिणाम सामने आते हैं .

उपरोक्त सम्मोहन की स्थिति से बचने के लिए हर ढाई-तीन घंटे ड्राइविंग के पश्चात रुकना चाहिए . चाय कॉफी पियें, 5 -10 मिनिट आराम करें और मन को शांत करें .

ड्राइविंग के दौरान स्थान विशेष और आते कुछ वाहनों को याद करते चलें . अगर आप महसूस करें कि पिछले 15 मिनिट का आपको कुछ याद नहीं है तो इसका मतलब है कि आप खुदको और सहप्रवासियों को मौत के मुँह में ले जा रहे हो ! !!

रोड सम्मोहन ये अचानक रात के समय होता है जब अन्य यात्री सो या ऊँघ रहे होते हैं . अतः बेहद गंभीर दुर्घटना हो सकती है .

ड्राइवर को झपकी आ जाए या नींद आ जाए तो दुर्घटना को कोई नहीं रोक सकता लेकिन आँखें खुली हों तो दिमाग का क्रियाशील होना अतिआवश्यक है . ध्यान रखें , सुरक्षित रहें , सुरक्षित ड्राइविंग करें .

03/06/2022

- 🕉️ *~ वैदिक
🌤️ *दिनांक - 03 जून 2022*
🌤️ *दिन - शुक्रवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2079
🌤️ *शक संवत -1944*
🌤️ *अयन - उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु - ग्रीष्म ऋतु*
🌤️ *मास - ज्येष्ठ*
🌤️ *पक्ष - शुक्ल*
🌤️ *तिथि - चतुर्थी 04 जून रात्रि 02:41 तक तत्पश्चात पंचमी*
🌤️ *नक्षत्र - पुनर्वसु शाम 07:05 तक तत्पश्चात पुष्य*
🌤️ *योग - वृद्धि 04 जून रात्रि 03:34 तक तत्पश्चात ध्रुव*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 10:57 से दोपहर 12:37 तक*
🌞 *सूर्योदय - 05:57*
🌦️ *सूर्यास्त - 19:16*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण - विनायक चतुर्थी, उमा चतुर्थी (बंगाल ओड़िशा), गुरु अर्जुनदेवजी शहीदी दिवस*
🔥 *विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️

🌷 *किसीको मिर्गी की तकलीफ हो तो* 🌷
➡ *किसीको मिर्गी की तकलीफ है तो २ चम्मच प्याज का रस पिलाकर ऊपर से आधा चम्मच भुना हुआ जीरा खिला दो | मिर्गी की बीमारी में ५ – १० दिन में लाभ होगा |*
🙏🏻 *लोककल्याणसेतु –
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️

🌷 *क्रोध आये तो* 🌷
😡 *क्रोध दूर करने का एक सरल प्रयोग भी है , जो पूज्य बापूजी सत्संग में बताते हैं :*
🤛🏻 *‘क्रोध आये तो मुट्ठियाँ बंद कर लो | दोनों हाथों की मुट्टियाँ ऐसे बंद करें कि नखों के दबाव से हथेलियाँ दबें | इससे क्रोध दूर होने में मदद मिलेगी |’*
🙏🏻
🌷 *वास्तु शास्त्र* 🌷
🍽 *बर्तन*
*कई लोग घर में टूटे-फूटे बर्तन भी रखे रहते हैं जो कि अशुभ प्रभाव देते हैं। शास्त्रों के अनुसार घर में टूटे-फूटे बर्तन नहीं रखना चाहिए। यदि ऐसे बर्तन घर में रखे जाते हैं तो इससे महालक्ष्मी असप्रसन्न होती हैं और दरिद्रता का प्रवेश हमारे घर में हो सकता है। टूटे-फूटे और बेकार बर्तन घर में जगह भी घेरते हैं, इससे वास्तु दोष भी उत्पन्न होता है। वास्तु दोष उत्पन्न होने पर नकारात्मक फल मिलने लगते हैं।*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️

🌷 *भूत प्रेत मैली विद्या* 🌷
🌞 *रोज सुबह नहाकर सूर्य भगवान को जल देकर ही कुछ खाएं पियें।*
👉🏻 *४ बार गायत्री मंत्र बोल कर सूर्य को जल देनेवाले पर भूत प्रेत मैली विद्या असर नहीं करती।*
🙏🏻

02/06/2022

*छाछ में गुलाब जल मिलाकर लगाने के 4 बेहतरीन फायदे*

1. छाछ त्वचा को मॉइश्चराइज करने के साथ ही क्लींजर का भी काम करता है। इसमें लैक्टिक एसिड पाया जाता है, जो आपकी स्किन से गंदगी को निकाल कर बाहर कर देता है।
2. छाछ आपकी स्किन के रंग को लाइट करने में मददगार होती है। इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड और अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड चेहरे की रंगत को निखारने के साथ-साथ स्किन पर से गहरे निशान मॉर्क्स को हटाने में मदद करते हैं।
3. स्किन के टेक्सचर को बेहतर करने के लिए आप छाछ में हल्दी पाउडर और बेसन मिलाकर पेस्ट बनाएं। अब इसे अपने चेहरे पर 15-20 मिनट के लिए लगाकर रखें। इसके बाद आप हल्के गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
4. यदि आपकी त्वचा पर टैनिंग हो गई हो. तो आप ठंड़ी छाछ में टमाटर का रस मिलाएं और अब इस मिश्रण को अपने चेहरे व अन्य प्रभावित स्थान पर लगाएं। इसके बाद आप करीबन एक घंटे बाद चेहरे को धोएं। इससे आपकी स्किन को ठंडक मिलेगी।

28/05/2022

स्वस्थ रहना है तो रोज बहाएं पसीना
कुछ लोगों को जरा सा भी पसीना बर्दाश्त नहीं होता, लेकिन तमाम विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ परिस्थितियों को छोड़कर सामान्य रूप से पसीना निकलना अच्छा होता है.
शरीर से पसीना क्यों निकलता है, ये सेहत के लिए अच्छा है या बुरा, जानिए इसके बारे में...
कितना सही है पसीना निकलना, यहां जानिए

शरीर से पसीना निकलना आपको असहज महसूस करा सकता है लेकिन ये आपकी सेहत के लिए एक बहुत ही अच्छी होता है. हर रोज पसीना बहाना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
स्वस्थ रहना है तो रोज बहाएं पसीना, कई बीमारियों से मिलेगी निजात

गर्मी के मौसम में हर इंसान चाहता है कि उसका शरीर ठंड़ा रहे और पसीना न निकले. इससे बचने के लिए वह पंखा, कूलर और एसी की व्यवस्था भी करता है. लेकिन क्या आपको पता हैं कि शरीर से पसीना निकलने से भले ही आप असहज महसूस करते हो लेकिन यह आपकी हेल्थ के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है. यदि आपके शरीर से पसीना निकलता है, तो यह आपको कई तरह के लाभ पहुंचा सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो आपको हर रोज थोड़ा पसीना अवश्य बहाना चाहिए, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे हर रोज पसीना बहाना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.

अच्छे हार्मोन्स को बढ़ाता हैं
शरीर से पसीना निकलने से अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोन्स पैदा होते है. इसलिए जब आप एक्सरसाइज या कोई मेहनत वाला काम करते हैं, तो आपको अच्छा महसूस होता है. इस हार्मोन को 'एंडॉर्फिन' के नाम से जाना जाता है- ये एक ऐसा हार्मोन होता है, जो हमारे खुश होने पर बाहर निकलता है. कुल मिलाकर बात ये है कि पसीना बहाकर आप खुश रह सकते हैं.

शारीरिक दर्द में आती है कमी
शारीरिक मेहनत से निकलने वाला एंडॉर्फिन हार्मोन आपको खुश बनाने के साथ-साथ है. ये आपके शरीर में होने वाले दर्द को भी कम करने में मदद करता है. इसलिए जब आपको शरीर में दर्द है या किसी तरह का दुख है, तो थोड़ी एक्सरसाइज कर पसीना बहाइये. इससे आपको अच्छा महसूस होगा और दर्द में राहत मिलेगी.

शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में उपयोगी
अगर आप चाहते हैं कि आपकी बॉडी अच्छी तरह काम करती रहे और आप हेल्दी रहें, तो आपको अपनी बॉडी को डिटॉक्सिफाई करना चाहिए. पसीना बहाकर आप अपने शरीर के अंदर से टॉक्सिन्स को बाहर निकाल सकते हैं. पसीना आपकी स्किन के रोम छिद्रों से बाहर निकलता है, इससे आपके रोमछिद्र भी क्लीन हो जाते हैं और त्वचा लंबे वक्त तक खूबसूरत और जवान बनी रहती है.

बुखार और जुखाम से दिलाए छुटकारा
आपने अक्सर देखा होगा कि जुकाम और बुखार होने पर लोग कंबल ओढ़कर सो जाते हैं, ताकि बॉडी से खूब पसीना निकाले और बुखार ठीक हो जाए. गांवों में इस तकनीक को खूब अपनाया जाता है. रिसर्च के अनुसार हमारे पसीने में डर्मसिडिन नाम का एक पेप्टिसाइड होता है, जो नकारात्मक ऊर्जा, फंगल और वायरस को अपनी तरफ आकर्षित करता है और खत्म कर देता है. यही कारण है कि पसीना निकलने से जुकाम और बुखार में राहत मिलती है.

किडनी स्टोन का खतरा कम करे
अगर आप एक्सरसाइज या दूसरी शारीरिक एक्टिविटी करके हर रोज थोड़ा पसीना बहाते हैं, तो ये किडनी स्टोन के खतरे को कम करता है क्योंकि पसीने के साथ शरीर से नमक बाहर निकल जाता है. यही नमक अगर शरीर में होता है, तो हड्डियों से निकलने वाले कैल्शियम के साथ मिलकर पथरी के रूप में किडनी के रास्ते में जमा हो जाता है. इसलिए रोजाना मेहनत कर थोड़ा पसीना बहाएं.

वैसे तो पसीना आने की कई वजह होती हैं, लेकिन वर्कआउट के बाद या गर्मियों में जो पसीना आपको निकलता है, वास्तव में वो आपके लिए काफी अच्छा होता है. पहले के लोग कड़ी मेहनत करके पसीना बहाया करते थे, इसलिए वे हमेशा फिट और हेल्दी रहते थे. लेकिन आजकल के समय में सारा काम लैपटॉप और मोबाइल पर निर्भर हो चुका है. लोग फिजिकल एक्टिविटीज ठीक से करते ही नहीं. इसके अलावा गर्मी में सारा दिन एसी में बैठे बैठे निकाल देते हैं. थोड़ा भी पसीना उन्हें बर्दाश्त नहीं होता. लेकिन आपको बता दें कि शरीर से पसीना निकलना बहुत जरूरी होता है. जानिए क्यों !

कुछ भी समझने से पहले ये जानिए कि पसीना होता क्या है और ये क्यों निकलता है. दरअसल पसीना शरीर से निकलने वाली पानी की छोटी छोटी बूंदें होती हैं जिनमें अमोनिया, यूरिया, नमक, और चीनी आदि मौजूद होती है. जब भी हमारे शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा हो जाता है तो स्वेट ग्लैंड्स शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय हो जाती हैं और शरीर से पानी सोखकर त्वचा की ऊपरी सतह तक पहुंचाती हैं. शरीर से निकलने वाला ये पानी ही हमें हीट स्ट्रोक जैसे खतरे से भी बचाता है. इस पानी को ही हम सामान्य भाषा में पसीना कहते हैं. जानिए इसके फायदे.

वर्कआउट के दौरान पसीने के फायदे
जब आप वर्कआउट करते है तो पसीना​ निकलना बहुत जरूरी होता है क्योंकि एक्सरसाइज के समय आपके शरीर का तापमान बढ़ जाता है और धड़कनें तेज हो जाती हैं. ऐसे में पसीना आपके शरीर के तापमान को बैलेंस करता है और बेहोश होने से बचाता है.

शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते
पसीना आपके शरीर के विषैले तत्वोंं को भी बाहर निकालता है. तमाम शोध बताते हैं कि आपके पसीने में नमक, चीनी के अलावा कोलेस्ट्रॉल और अल्कोहल जैसे पदार्थ भी होते हैं. ऐसे में शरीर की अच्छे से सफाई हो जाती है और सारे अंग बेहतर काम करते हैं.

स्किन को निखारता है पसीना
आपने नोटिस किया होगा कि जब पसीना निकलता है ​तो स्किन पर अलग सी शाइन आ जाती है. दरअसल पसीने से स्किन के पोर्स खुल जाते हैं. ऐसे में स्किन पर जमे विषाक्त पदार्थ भी पसीने के जरिए बाहर निकल जाते हैं. इससे त्वचा हेल्दी होती है और तमाम समस्याएं दूर होती हैं.

इम्यून सिस्टम करता मजबूत
यदि आप रोजाना वर्कआउट करके पसीना बहाते हैं तो ये आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत कर देता है. इससे आपका शरीर तमाम रोगों से लड़ने की शक्ति को विकसित कर लेता है और आप कम बीमार पड़ते हैं.

ये बातें भी रहें ध्यान
– अगर आपको बिना कुछ किए हुए ही पसीना आ रहा है तो ये हार्ट अटैक का भी संकेत हो सकता है. ऐसे में देर किए बगैर विशेषज्ञ से परामर्श करें.

– कुछ लोगों को पसीने से एलर्जी होने लगती है और शरीर पर दाने होने लगते हैं, या खुजली की समस्या होती है. ऐसे में आपको किसी ​त्वचा रोग विशेषज्ञ से इस बारे में सलाह लेने की जरूरत है.

– थायरॉयड और तंत्रिका तंत्र की समस्या से जूझ रहे लोगों को भी पसीना ज्यादा आता है.

– कुछ लोग पसीने में बदबू आने की बात कहते हैं, लेकिन वास्तव में पसीने में बदबू नहीं आती, बदबू उस स्थ

28/05/2022

तोंद belly fat से परेशान रहते हैं खीरे के जूस का सेवन करके तोंद को गुड-बाय खीरे का जूस पेट को साफ करता है खीरे के जूस की सामग्री दो खीरे नींबू का रस अदरक चीनी भुना जीरा पाउडर पुदीना पत्ती काला व सफेद नमक स्वादानुसार देखते ही देखते तोंद हो जायेगी फिट एंड फाइन मैथीदाना अजवाईन काली जीरी पावडर रात्रि को कुन-कुना पानी के साथ लेना है रोज लेने से शरीर के कोने-कोने में जमा पडी गंदगी बाहर निकल जाएगी शरीर तेजस्वी स्फूर्तिवाला व सुंदर बन जायेगाशरीर की सभी खून की नलिकाएॅ शुद्ध हो जाएगी रात को सोते समय फिटकरी से दाँत साफ कर सकते हैं भूख नही लगती सेंधा नमक हींग अजवायन और *त्रिफ़ला* का पीस कर चूर्ण बना लें पुराना गुड लेकर सारे चूर्ण के अन्दर मिला दें रोजाना पानी से लेना चालू कर द इससे खाना पचेगा भी और भूख भी बढेगी*

28/05/2022

कृपया वर्ष समूहों में साझा करें

मैं

*नींबू के छिलके* के बारे में पढ़ें और मुझे इन तथ्यों के बारे में सुनकर दुख होता है और यह साबित होता है कि दवा कंपनियां हमें *वैकल्पिक दवाओं और प्राकृतिक उपचारों के बारे में शिक्षित करने के बजाय हमारे *दर्द और पीड़ा* पर लाभ उठाएंगी। * उन लोगों के लिए खेद है * डेड एंड गॉन* जो *कीमो* या जो भी दवाएं वे लिखते हैं या पकड़ नहीं सकते थे और इन तथ्यों के बारे में नहीं जानते थे, *सोशल मीडिया* के लिए भगवान का शुक्र है

मैं

अद्भुत जमे हुए नींबू

धुले हुए नींबू को फ्रीजर में रख दें।
एक बार जमने के बाद, अपना ग्रेटर लें, और पूरे नींबू को काट लें (इसे छीलने की कोई आवश्यकता नहीं है) और इसे अपने खाद्य पदार्थों पर छिड़कें!
सब्जियों, सलाद, आइसक्रीम, सूप, अनाज, नूडल्स, स्पेगेटी सॉस पर,
चावल, सुशी, मछली के व्यंजन, ... सूची अंतहीन है।

सभी खाद्य पदार्थों को एक अप्रत्याशित अद्भुत स्वाद मिलेगा!

सबसे अधिक संभावना है, आप केवल नींबू के रस को विटामिन सी मानते हैं ??
अब और नहीं!

कचरे को रोकने और अपने व्यंजनों में नया स्वाद जोड़ने के अलावा पूरे नींबू का उपयोग करने का प्रमुख लाभ क्या है?

नींबू के छिलकों में नीबू के रस से 5 से 10 गुना अधिक विटामिन होते हैं और यही आप बर्बाद कर रहे हैं!

नींबू के छिलके विषाक्त उन्मूलन में स्वास्थ्य कायाकल्प करने वाले होते हैं
शरीर में तत्व।

नींबू के चमत्कारी फायदे हैं कैंसर कोशिकाओं को मारने की चमत्कारी क्षमता! यह 10,000 गुना मजबूत है
कीमोथेरेपी से !!

हम इसके बारे में क्यों नहीं जानते?
क्योंकि ऐसी प्रयोगशालाएँ हैं जो सिंथेटिक संस्करण बनाने में रुचि रखती हैं जो उन्हें भारी मुनाफा दिलाएगी।

अब आप किसी जरूरतमंद दोस्त को यह बताकर मदद कर सकते हैं कि नींबू का रस बीमारी को रोकने में फायदेमंद है।
इसका स्वाद सुखद होता है और यह भयानक पैदा नहीं करता है
कीमोथेरेपी के प्रभाव।

कितने लोग मरेंगे, जबकि यह गुप्त रूप से गुप्त रखा जाता है, ताकि बहु-करोड़पति बड़े निगमों को खतरे में न डालें?

यह पौधा सभी प्रकार के कैंसर के खिलाफ एक सिद्ध उपाय है।

इसे जीवाणु संक्रमण और कवक के खिलाफ एक एंटी माइक्रोबियल स्पेक्ट्रम के रूप में भी माना जाता है, जो आंतरिक परजीवियों और कृमियों के खिलाफ प्रभावी है।
यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है
और एक एंटीडिप्रेसेंट, तनाव और तंत्रिका संबंधी विकारों का मुकाबला करता है।

इस जानकारी का स्रोत आकर्षक है: यह सबसे बड़ी दवा में से एक से आता है
दुनिया में निर्माताओं का कहना है कि 1970 के बाद से 20 से अधिक प्रयोगशाला परीक्षणों के बाद, अर्क से पता चला है कि यह कोलन, स्तन, प्रोस्टेट, फेफड़े और अग्न्याशय सहित 12 कैंसर में घातक कोशिकाओं को नष्ट कर देता है।

इस पेड़ के यौगिकों ने एड्रियामाइसिन उत्पाद की तुलना में 10,000 गुना बेहतर प्रभाव दिखाया, जो आमतौर पर दुनिया में कीमोथेरेपी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को धीमा कर देती है।
और इससे भी अधिक आश्चर्यजनक बात यह है कि नींबू के अर्क के साथ इस प्रकार की चिकित्सा केवल घातक कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करती है और यह स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित नहीं करती है। .

तो, उन नींबूओं को अच्छी तरह धो लें, उन्हें फ्रीज करके कद्दूकस कर लें। आपका पूरा शरीर आपको इसके लिए प्यार करेगा !!

मैं

अनुरोध: कृपया देश और विदेश में बहुत सारे दोस्तों और अपने सभी प्रियजनों को फॉरवर्ड करें🌿

मैं

26/05/2022

*सफलता के 20 मँत्र*
*1. हमेशा सकारात्मक सोच रखो..!*
*2. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दो..!*
*3. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता है बस उस हुनर को दुनिया के सामने लाओ..!*
*4. दिन मेँ कम से कम 3 लोगो की प्रशंसा करो..!*
*5. खुद की भुल स्वीकारने मेँ कभी भी संकोच मत करो..!*
*6. किसी के सपनो पर हँसो मत..!*
*7. आपके पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी कभी आगे जाने का मौका दो..!*
8. रोज हो सके तो सुरज को उगता हुए देखे..!
9. किसी के पास से कुछ जानना हो तो विवेक से दो बार...पुछो..!
10. खुब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लो..!
11. प्रार्थना करना कभी मत भुलो,प्रार्थना मेँ अपार शक्ति होती है..!
12. अपने काम से मतलब रखो..!
13. समय सबसे ज्यादा कीमती है, इसको फालतु कामो मेँ खर्च मत करो..
14. जो आपके पास है, उसी मेँ खुश रहना सिखो..!
15. बुराई कभी भी किसी कि भी मत करो, क्योकिँ बुराई नाव मेँ छेद समान है,बुराई छोटी हो बडी नाव तो डुबो ही देती है..!
16.खुद की कमाई से कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनाओ..!
17. ईश्वर पर पुरा भरोसा रखो..!
18. कोई काम छोटा नही होता हर काम बडा होता है जैसे कि सोचो जो काम आप कर रहे हो अगर वह काम आप नही करते हो तो दुनिया पर क्या असर होता..?
19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछ करते है
*20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही बल्कि कुछ करना पडता है*

🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~*  🕉️ 🌤️  *दिनांक - 25 मई 2022*🌤️ *दिन - बुधवार*🌤️ *विक्रम संवत - 2079 (गुजरात-2078)*🌤️ *शक संवत -19...
25/05/2022

🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️

🌤️ *दिनांक - 25 मई 2022*
🌤️ *दिन - बुधवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2079 (गुजरात-2078)*
🌤️ *शक संवत -1944*
🌤️ *अयन - उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु - ग्रीष्म ऋतु*
🌤️ *मास - ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार - वैशाख)*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - दशमी सुबह 10:32 तक तत्पश्चात एकादशी*
🌤️ *नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद रात्रि 11:20 तक तत्पश्चात रेवती*
🌤️ *योग - प्रीति रात्रि 10:45 तक तत्पश्चात आयुष्मान*
🌤️ *राहुकाल - दोपहर 12:36 से दोपहर 02:15 तक*
🌞 *सूर्योदय - 05:58*
🌦️ *सूर्यास्त - 19:12*
👉 *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण -
🔥 *विशेष -
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️

🌷 *एकादशी व्रत के लाभ*
➡️ *25 मई 2022 बुधवार को सुबह 10:33 से 26 मई, गुरुवार को सुबह 10:54 तक एकादशी है।*
💥 *विशेष - 26 मई गुरुवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें।*
🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें https://youtu.be/n28XhkKVKGk .......विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*
🌞 *~ वैदिक पंचाग ~* 🌞
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏

💥

Address

Jaipur
302016

Telephone

+917791910577

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when For Good health posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to For Good health:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram