18/09/2025
🔻 मांगलिक दोष के प्रकार
1️⃣ आंशिक मांगलिक दोष
जब मंगल 1, 2, 4, 8, 12 भाव में हो, पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो
असर हल्का पड़ता है विवाह में केवल देरी या छोटे-छोटे झगड़े।
2️⃣ पूर्ण मांगलिक दोष
जब मंगल 7वें भाव में अशुभ स्थिति में हो और शुभ ग्रहों का सहारा न हो।
असर गहरा होता है गंभीर वैवाहिक तनाव, अलगाव की संभावना।
3️⃣ उच्च/स्वराशि का मंगल और मांगलिकता
यदि मंगल मकर (उच्च), मेष या वृश्चिक (स्वराशि) में हो
मांगलिक दोष होते हुए भी अच्छा परिणाम दे सकता है।
ऐसा व्यक्ति ऊर्जावान, साहसी, और संघर्ष से जीतने वाला होता है।
4️⃣ भिन्न लग्नों पर असर
कन्या लग्न वालों के लिए मंगल 3 और 8वें भाव का स्वामी है ज्यादा कष्टकारी।
मेष लग्न वालों के लिए मंगल लग्नेश है उतना हानिकारक नहीं।
🔻 मांगलिक दोष से जुड़ी गलतफहमियाँ
❌ हर मंगल दोष जीवनसाथी को कष्ट देता है – यह जरूरी नहीं।
❌ मंगल दोष जीवनभर नकारात्मक रहता है – सही उपाय और ग्रहों की दृष्टि से इसका असर कम हो जाता है।
❌ मांगलिक व्यक्ति की शादी हमेशा कठिन होती है – यदि जोड़ी सही चुनी जाए तो विवाह बहुत अच्छा भी हो सकता है।
🔻 उपाय
1. कुंभ विवाह (कुंभ विवाह):
शादी से पहले पीपल/वट वृक्ष या मूर्ति से विवाह दोष शांत।
2. मंगल यंत्र स्थापना:
मंगलवार को घर में मंगल यंत्र स्थापित करें और उसका पूजन करें।
3. हनुमान पूजा:
मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर में जाकर सिंदूर अर्पित करें।
मंगल दोष स्वतः शांत होता है।
4. भूमि/मिट्टी से जुड़ा उपाय:
मंगल भूमि और मिट्टी का कारक है घर के आँगन में तुलसी या लाल फूल वाला पौधा लगाएँ।
5. शक्ति पूजन:
मंगल शक्ति और रक्त का भी प्रतीक है दुर्गा सप्तशती का पाठ मंगल दोष कम करता है।
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