04/09/2025
🌧️🚜 **किसानों की पुकार – इस साल की बारिश ने छीन लिया पसीने का फल** 🚜🌧️
इस साल की भरी बारिश ने हमारे किसान भाइयों की मेहनत पर पानी फेर दिया है।
सोयाबीन जैसी मुख्य फसलें खेतों में ही सड़ गईं, और अनगिनत किसानों का पसीना, मेहनत और उम्मीदें मिट्टी में मिल गईं।
ये सिर्फ फसल का नुकसान नहीं है, बल्कि पूरे परिवार की आजीविका और आने वाले साल की उम्मीदों का टूटना है।
👉 किसान सिर्फ अन्नदाता ही नहीं, बल्कि इस देश की रीढ़ हैं।
👉 जब खेत उजड़ते हैं तो सिर्फ किसान नहीं, पूरा देश प्रभावित होता है।
🙏 इस मुश्किल घड़ी में हम सबको मिलकर अपने किसान भाइयों के साथ खड़ा होना होगा।
* उनकी आवाज़ सरकार तक पहुँचानी होगी।
* सही मुआवज़े और मदद की मांग करनी होगी।
* और सबसे अहम, एक-दूसरे का मनोबल बढ़ाना होगा।
💚 किसान की मुस्कान ही देश की असली ताकत है।
आइए, दुआ करें कि आने वाले मौसम में हमारे खेत फिर से लहलहा उठें।
\ #किसान\_की\_आवाज़
-