
30/08/2023
स्टेविया को अब समाज मे मिल रहा सम्मान
-------------------------------------------
जयपुर सीतापुरा स्तिथ सनराइज इम्पेक्स की मातृ संस्था सनराइज एग्रिलेण्ड डेवलोपमेन्ट पिछले 25 वर्षों से औषधीय फसलों की जैविक कृषि पर कार्य कर रही है
साथ ही संस्था ने 2022 में सनराइज इम्पेक्स को सिर्फ स्टेविया की कृषि कृषक व उत्पादों को बढ़ावा देने व देश भर में डायबिटीज मुक्त भारत के संकल्प से बनाया इम्पेक्स कि डायरेक्टर संगीता गौड़ ने बताया कि सनराइज एग्रिलेण्ड डिवेलपमेंट के फाउंडर डॉ अतुल गुप्ता द्वारा यह मिशन 1996 में शुरू हुआ और देश विदेश में स्टेविया की खेती व उत्पादों को पहुचाया संगीता गौड़ कहती है कि हम आज आज़ाद देश मे रहते हैं परंतु अब डायबिटीज जैसी गम्भीर बीमारी से हर घर मे इस बीमारी गुलाम मिल जाएंगे, इस बीमारी से लड़ने का एक ही हथियार है स्टेविया,
स्टेविया एक चमत्कारी पौधा है जिसकी पत्तियों में मिठास व जीवन के प्राण बसते है
ब्राजील के जंगलों में 1904 में स्टेविया की उतपत्ति हुई 1980 में भारत ने इस पर रिसर्च की WHO ने भी प्रमाणित किया है कि स्टेविया रेबूड़ियाना उच्च स्तरीय कृषि व गुणवत्ता के साथ उत्पादित किया जाए तो यह डायबिटीज का एक इलाज है चीनी से 20 से 30 प्रतिशत मिठास देने वाला यह पौधा भारत को डायबिटीज से निजात दिला सकता है सनराइज इम्पेक्स का ब्रांड No Cheeni इसी बात को दर्शाता है कि यह चीनी नहीं है मगर मिठास के साथ आपकी बीमारी का इलाज है हाल ही में FM तड़का ने संगीता गौड़ को स्टेविया पर बेहतरीन व उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मान भी प्रदान किया