10/06/2023
स्वस्थ जीवन जीने के नियम
आज के समय में स्वस्थ रहना सबके लिए एक बहुत बड़ा चैलेंज जैसा है। अक्सर लोग अपने जीवन की बचत अस्पतालों में लगा देते हैं क्योंकि उन्हें ये नहीं पता के उनके रोग का करना क्या है और उसका समाधान क्या है। मेरे अनुसर कुदरत ने हमें वो सब कुछ दिया है जिससे हम स्वस्थ रह सकते हैं और अपने आस पास वालों को भी स्वस्थ रख सकते हैं। मेरे ये कोशिश है कि मैं इस मध्यम से आप सभी तक पहुंच सकु और आप सभी का बरबाद हो रहा पैसा और सेहत दोनो बच्चा सकु। इस्लीए आप सभी एक अनुरोध है के आप इस नॉलेज को जितना शेयर कर सकते हैं ज्यादा से ज्यादा करें, पोस्ट शेयर करें। अपने आस पास ये ज्ञान शेयर करें। आज के समय में बीमार से कम लोग प्रेसन है लेकिन जो इलाज दे रहे हैं मरीजों को उससे ज्यादा प्रेसानी है। मेरी एक कोशिश है कि मैं अपने देश का पैसा और सेहत दोनो बचा सकता हूं और इसमें आप सभी को मेरा साथ देना होगा। अब हम बात करते हैं कुछ नियमों की अगर इंसान अपनी जिंदगी में लागू करें तो 80% तक सुरक्षित हो जाएगा के उसे कोई रोग ना रहे। मुझे 2 साल हो गए ये नियम अपनी लाइफ में अप्लाई किए हुए और आज तक मैं डॉक्टर के पास नहीं गया और आप भी नहीं जाएंगे। कभी भी लॉन्ग टर्म एलोपैथी मेडिसिन यूज मत किया करे क्योंकि बीमारी से ज्यादा वो मेडिसिन आपकी बॉडी पर इफेक्ट डालती है। आप सभी कोशिश करें के कुदरत के जितना नाजदीक आए उतना अच्छा है:
1. सबसे पहला नियम ये है कि आप अपने घर और जीवन दोनो में से फिल्टर्ड वॉटर निकल दे। आपका जीवन आपके खुद के हाथों में है। ये एक ऐसा कीड़ा फस गया है सभी के दिल और दिमाग में के इसका फायदा कंपनी उठा रही है। फिल्टर्ड वॉटर एसिडिक होता है और यही सबसे बड़ी बीमारी की वजह है। आपकी इम्युनिटी डाइजेशन सिस्टम लिवर फंक्शनैलिटी, किडनी फंक्शनैलिटी सबको खराब करता है। हमारी बॉडी को अल्कलाइन वाटर चाहिए होता है जो कि साधारण नल का पानी है।
मैने लोगो को गंगा, नर्मदा जैसी शुद्ध पवित्र जल को भी फिल्टर करते हुए देखे है, कैसी मुरख्ता आ गई है हमारे देश में आप खुद सोचिये।
2 सुबह जैसे ही आप उसे सबसे पहले पानी पिया, क्योंकि सुबह की मुह की लार (लार) सबसे ज्यादा औषधीय गुण होती है और हमारी बॉडी को रोग से मुक्ति है।
3. पानी जब भी पीएं बैठ कर और सिप सिप करके पीएं जैसे हम चाय या कॉफी पीते हैं, बहुत सारी पेट से संबंधित प्रेशनिया इसी से ठीक हो जाए जैसे डाइजेस्ट न होना, मोटापा।
4. भोजन के बाद पानी बिल्कुल नहीं पीना, ये सबसे बड़ा रोग का करना है, ऐसा करने से कम से कम 48 रोग हमारी बॉडी में अदा होता है और यही वजेह है हमारे हॉस्पिटल में चक्कर लगाने के। भोजन करने के 1-1:30 घंटे तक पानी पीना चाहिए। अगर आप भोजन के तुरत बाद पानी पीते हैं तो जो अग्नि भोजन को डाइजेस्ट करती है वो शांत हो जाती है और भोजन जड़ जाती है, जो रोगो का करना है।
5. कभी भी ठंडा पानी आइस वाला मत पिया, ये आसानी से हजम नहीं होता है और पेट से संबंधित समय को भुगतान करता है।
6. आप सभी से अनुरोध है के सुबह खाली पेट कभी भी चाय ना पिया, इसी वजेह से बीपी, कोलेस्ट्रॉल, हार्ट अटैक, देखने में जलन होना, मोटापा, गैस की समस्या, सिरदर्द, लिवर का काम ना करना, अंतो का सिकुड़ना हो जाना, और भी बहुत सारे रोग
राधे आयुर्वेद- हम आपके स्वास्थ्य का ध्यान रखते है।