07/12/2023
रोग के होने के मूल कारण======>
आज के दौर में कुछ भी शुद्ध नहीं रहा जिस वातावरण में हम सांस ले रहे हैं,जो पानी हम पी रहे हैं या जो भोजन हमें खाने को मिल रहा है, यह सभी प्रदूषित है, इसके अतिरिक्त सोने पर सुहागा यह की मॉडर्न लाइफस्टाइल के नाम पर हमने फास्ट फूड, कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक, तंबाकू, गुटका, धूम्रपान और शराब जैसे दुश्मनों को गले लगा रखा है इन्हीं पदार्थों के द्वारा टॉक्सिन (विष) हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं यही टॉक्सिंस बहुत आसानी से हमारे शरीर की कोशिकाओं तक पहुंच जाते हैं
हम सभी जानते हैं कि हमारा शरीर खरबों कोशिकाओं (cells)का पुंज है बहुत सी कोशिकाएं मिलकर ऊतक (Tissue) बनाते हैं इन्हीं ऊतकों से विभिन्न अंग(orgons) बनते हैं अंगो से तंत्र (system )और कई तत्वों से मिलकर हमारा शरीर(Body) बनता है
Cell--->Tissue--->Orgons--->System--->Body
इस तरह कोशिका हमारे शरीर की आधारभूत इकाई है
जब कोशिका में बाहर से आकर विषैले पदार्थ(Toxins) जमा हो जाते हैं तो कोशिका संक्रमित(infected) हो जाती है संक्रमण के कारण कोशिका बीमार और मृतप्राय हो जाती है जिस अंग में बीमार कोशिका होती है वह अंग असंतुलित व कमजोर होकर तंत्र को बिगाड़ देता है और तंत्र के सुचारू रूप से काम न करने के कारण सारा शरीर ही रोगी हो जाता है कमजोर व मृतप्राय कोशिका का निदान न होने के फलस्वरूप, अवयव और तंत्रों का संतुलन बिगड़ने लगता है और धीरे-धीरे हमारा शरीर विभिन्न रोगों का घर बनता चला जाता है
फार्मूला बिल्कुल सीधा है.....
कोशिकाएं स्वस्थ, तो शरीर स्वस्थ,......कोशिकाएं बीमार,तो शरीर बीमार,.... कोशिकाओं की मृत्यु, तो शरीर की मृत्यु....!🙏🙏
Dr. Rahul Vishwakarma (Homoeopathic Physician....फोन नंबर 9125326841)