
18/08/2025
#पीरियड्स_का_दर्द ?
#आयुर्वेद_से_मिलेगी_सुकून_की राहत !
✍️आयुर्वेद में मासिक धर्म को "आर्तव प्रवृत्ति" कहा जाता है, और इसे "अपान वायु" द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
#अपान_वायु -
शरीर की निचली दिशा में कार्य करने वाली ऊर्जा जो गर्भाशय, मूत्राशय और मलाशय को नियंत्रित करती है। जब यह वायु विकृत होती है विशेषतः वात दोष के कारण, तो मासिक धर्म में असहनीय दर्द, ऐंठन, कब्ज, उल्टी या कमजोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
✍️बारिश का मौसम जहाँ मन को शीतलता देता है, वहीं शरीर में वात और कफ विकृति बढ़ाता है। ऐसे में महिलाओं के लिए मासिक धर्म (Periods) का समय और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। ठंडी हवाएं, नम वातावरण और शरीर में संचित वात ये सभी मिलकर पीरियड्स के दर्द और ऐंठन (Cramps) को बढ़ा देते हैं।
✍️वर्षा ऋतु में क्यों बढ़ता है दर्द?
वर्षा ऋतु में वात दोष का संचय और कफ दोष की वृद्धि होती है।
✍️ठंडा वातावरण गर्भाशय की मांसपेशियों को संकोचित करता है, जिससे ऐंठन अधिक होती है।
✍️शरीर में रक्तसंचार धीमा पड़ता है, जिससे दर्द बढ़ता है।
#लक्षण_जिनसे_सतर्क_रहें
✍️कमर, पेट या जांघों में खिंचाव या मरोड़
✍️अत्यधिक थकान, मूड स्विंग्स, चक्कर
✍️अपच या भूख की कमी, ठंडी हथेलियां, ठंडे पांव, बेचैनी दर्द से राहत के उपायः
✍️गर्म पानी का सेवन व सिंकाई करें
✍️अपान वायु को शांत करने के लिए गर्माहट देना सबसे प्रभावी उपाय है।
✍️दिनभर गुनगुना पानी पिएं
✍️पेट और कमर पर गर्म पानी की थैली से सिंकाई करें इससे मांसपेशियों को राहत मिलती है और दर्द कम होता है।
#हिंगवाष्टक चूर्ण + गर्म पानी पाचन को सुधारकर वात का नाश करता है।
1/2 चम्मच चूर्ण को गर्म पानी के साथ दिन में दो बार लें।
✍️विशेष लाभः
गैस, ऐंठन और मरोड़ में राहत, गुड़ और सौंठ का काढ़ा यह संयोजन वात और कफ दोनों दोष को शांत करता है
एक कप पानी में 1 चम्मच गुड़, 1/4 चम्मच सौंठ उबालें छानकर गर्मागर्म पिएं।
✍️तिल का तेल (Sesame Oil) मालिश नाभि के आसपास और कमर पर तिल के तेल की हल्की मालिश करें
वात दोष शांत होता है। मासिक धर्म के प्रवाह में सहायता मिलती है।
✍️अशोक घन वटी / पुष्यानुग चूरण/अशोकारिष्ट/कुमारीआसव/रज:बटी स्त्रियों की आयुर्वेदिक रसायन औषधियाँ हैं। दर्द और मासिक चक्र की अनियमितता को संतुलित करती हैं।
#आयुर्वेदीक_चिकित्सक_की_सलाह से लें
✍️घरेलू नुस्खाः
✓पाचन चायः
1 कप पानी में 1/2 चम्मच सौंफ 1/4 चम्मच अजवाइन + 1 चुटकी काली मिर्च + गुड़ मिलाकर उबालें छानकर पिएं - दर्द में राहत, गैस नहीं बनेगी, मन भी शांत होगा।
✓आधुनिक रिसर्च में पाया गया है कि अदरक, सौंठ, और अजवाइन में मौजूद तत्वों में anti-inflammatory और uterine relaxant गुण होते हैं।
✓यह गर्भाशय की मांसपेशियों की ऐंठन को कम करते हैं
✓तिल का तेल त्वचा के अंदर जाकर संवेदनाओं को शांत करता है
✍️निष्कर्षः
बारिश में वात दोष की वृद्धि महिलाओं के मासिक धर्म को और अधिक कष्टदायक बना सकती है, लेकिन आयुर्वेद कहता है -
✍️आयुर्वेदिक उपायों के साथ यदि हम जीवनशैली और आहार में थोड़ा संतुलन रखें, तो पीरियड्स का दर्द अब जीवन का अभिशाप नहीं, एक सहज अनुभव बन सकता है।