24/09/2022
मैं मां के साथ रहता था।
और 20 सितंबर की सुबह वो हमें छोड़कर चली गई और मैं उसकी रज़ा के आगे कुछ ना कर सका।
अल्लाह त्आला मेरी मां की मगफिरत फरमाये और जन्नतुल फ़िरदौस में आअला से आअला मक़ाम आता फरमाये (आमीन)
आजकल कि सुबह बड़ी अजीब होती है।