
22/06/2025
* क्या दही का तासीर/ वीर्य ठण्डा होता है?
* #नहीं आयुर्वेद शास्त्र में उष्ण यानी गर्म वीर्य का बताया गया है।*
* क्या दही को गर्मी के दिनों में खूब खाना चाहिए?
* #नहीं उष्ण वीर्य की होने के कारण दही गर्म दिनों में निषेध करना चाहिए।*
* क्या दही को हर ॠतु में सेवन कर सकते हैं?
* #आयुर्वेद के अनुसार दही ग्रीष्म, शरद और वसंत ऋतु में दही का सेवन नहीं करना चाहिए।*
* क्या हर दिन दही खानी चाहिए?
* * #नही दही को नित्य सेवन करना कई बीमारीयों को बुलावा देने जैसा है। उदाहरण के लिए- बुखार, रक्तपित(नकसीर/नाक से खून आना), कुष्ठ, खून की कमी, चक्कर आना आदि।*
* *जिन लोगों को ऊपर बताई गई बीमारी हो तो दही बंद किए बिना वह कितनी भी दवाईयां लेता रहे वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं।*
* दही किस- किस बीमारी में सेवन करनी चाहिए और किस किस बीमारी में नहीं लेनी चाहिए?
* #दही का सेवन नजले में, दस्त, विषम ज्वर, अरुची, पेसाब की रूकावट आदि में लाभप्रद है। जबकि कफ की बीमारीयों, रक्तपित आदि में दही का सेवन बीमारी को बढाने वाला होता है।*
*दही के सामान्य गुण*
*1. भोजन में रूचि पैदा करती है।*
*2. पाचकाग्नि को बढाने वाली।*
*3. ताकत बढाने वाली।*
*4. शरीर में चिकनाई पैदा करने वाली।*
*5. बल को बढाने वाली।*
*6. वात/वायु का नाश करने वाली एवं मंगलकारक है।*
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