08/05/2025
🔵Foodborne illness or gastroenteritis🔵
🔸Also called : Food Poisoning / (फूड पॉइजनिंग) 🔸
🔷 एक खाद्य जनित बीमारी है जो दूषित भोजन या पेय पदार्थों के सेवन से होती है. यह आपके पाचन तंत्र (digestive system) को संक्रमित या परेशान कर सकती है.
गर्मी के मौसम में तापमान और उमस काफी बढ़ जाती है। इस समय सही तरीके से खाना स्टोर न करने पर बैक्टीरिया (bacteria) तेजी से बढ़ने लगते हैं। ये बैक्टीरिया खाने की क्वालिटी के साथ स्वाद, रंग और गंध (smell) भी बिगाड़ देते हैं। इसे खाने से फूड पॉइजनिंग (food poisoning) हो सकती है। यह समस्या काफी गंभीर होती है।
🔷 फूड पॉइजनिंग के सामान्य लक्षण ( Symptoms of food poisoning) ------
यदि कोई व्यक्ति फ़ूड पॉइजनिंग से पीड़ित है तो उसके अंदर कुछ सामान्य लक्षण दिखाई दे सकते है जैसे की -
♦️पेट में दर्द (Stomach pain)
♦️पेट में मरोड़ (Abdominal cramps)
♦️दस्त होना (Diarrhoea)
♦️भूख न लगना (Loss of appetite)
♦️मल में खून आना (Blood in stools)
♦️ठंड लगना और बुखार आना (Feeling cold and fever)
♦️लगातार सिरदर्द होना (Persistent headache)
♦️मतली और उल्टी होना (Nausea and vomiting)
♦️कमजोरी (Weakness, which can be severe)
♦️उच्च तापमान (102°F या 38.9°C से अधिक)
♦️अत्यधिक मुँह सुखावट (excessive dry mouth)
♦️भूख और प्यास की कमी (anorexia)
♦️पेशाब कम आना या बिल्कुल न आना ( oliguria or anuria)
------ यदि किसी व्यक्ति को ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उसे तुरंत चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए, क्योंकि फूड पॉइजनिंग एक गंभीर स्थिति हो सकती है जिसका उचित इलाज करना जरूरी होता है। विशेष रूप से बच्चों, बूढ़े व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, और इम्यून कंप्रोमाइज़ किए गए व्यक्तियों को फूड पॉइजनिंग के लक्षणों पर खास ध्यान देना चाहिए।
🔷 फूड पाइजनिंग के कारण (Causes of Food Poisoning) ------
🔸Food safety (खाद्य सुरक्षा में आभाव) :
👉 खाद्य सुरक्षा एक महत्वपूर्ण पहलू है जो अपने खाने को सुरक्षित रखने के लिए (guidance & criteria) स्थापित करती है। लेकिन कई बार (restaurant & food factories) में उचित खाद्य सुरक्षा की अनदेखी होती है, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है।
🔸Spoiled food storage & Maintenance (खराब खाद्य संचयन और रख-रखाव) :
👉 Spoiled food & Maintenance (खाद्य संचयन)में लापरवाही फूड पॉइजनिंग का एक अहम कारण है। अगर खाद्य पदार्थों को संचयन (storage) के दौरान सही तरीके से नहीं रखा जाता है, तो वे बड़ी आसानी से बाजारों तक पहुंचकर खराब हो सकते हैं और सेहत को खतरे में डाल सकते हैं।
🔸Mixing poisonous substances in food (खाद्य पदार्थों में जहरीले पदार्थों का मिलना) :
👉 ध्यान न देने पर खाद्य पदार्थों में जहरीले पदार्थों का मिलना भी फूड पॉइजनिंग का एक कारण हो सकता है। इसलिए उन्हें ध्यान से धोएं, साफ-सफाई बनाए रखें और खाने से पहले अच्छी तरह से धोने के बाद ही सेवन करें।
🔸Impure water (अशुद्ध पानी) : 🌊 💦
👉 खाद्य पकाने में या साफ-सफाई के लिए पानी की गुणवत्ता भी महत्वपूर्ण होती है। भोजन पकाने के लिए साफ़ पानी का प्रोयग करे।
🔸 Bacteria (बैक्टीरिया): 🦠 🧫
👉 कुछ बैक्टीरिया, जैसे कि स्टाफिलोकोकस (staphylococcus), लिस्टेरिया (listeria), और सैल्मोनेला (salmonella), भोजन या पेय पदार्थों में प्रतिक्रिया के कारण फूड पॉइजनिंग को उत्पन्न कर सकते हैं। ये बैक्टीरिया खाद्य पदार्थों में आसानी से विकसित हो जाते हैं, खासकर जब खाद्य पदार्थ गरमाया गया या कुछ समय तक रखा गया होता है |
🔸Weekness of digestive system(पाचन तंत्र का कमजोर होना) :
👉 कमजोर पाचनतंत्र वाले व्यक्तियों को फ़ूड पॉइजनिंग की समस्या अतयधिक होती है जो कि सासामान्यतया अपने आप ठीक हो जाती है।
🔷 फूड पॉइजनिंग से बचाव (Prevention of Food Poisoning) ------
📌 साफ पानी पिए
📌 कच्ची सब्जियों और फलो को नमक वाले पानी में धो कर इस्तेमाल करे
📌 अलग अलग कटिंग बोर्ड का उपयोग करें, सब्जी, फल, और मांस को अलग-अलग कटिंग बोर्ड पर काटें, ताकि क्रॉस कंटैमिनेशन न हो।
📌 पके हुए खाने को देर तक फ्रिज में न रखे
📌 खाने को हमेशा ढक कर रखे
📌 किसी संक्रमित और गन्दी वस्तु को छुने के बाद अपने हाथो को साबुन से अवश्य धोए।
📌 बाहर का खाना खाने से बचे।
📌 सी फ़ूड को कम से कम मात्रा में खाए या खाने से बचे।
📌 सफाई का ध्यान रखे।
🔷 फूड पाइजनिंग का इलाज (Treatment of Food Poisoning) -------
📎 Take a proper rest (शरीर को आराम देना) :
▫️फूड पाइजनिंग के समय शरीर को अधिक आराम की आवश्यकता होती है। इससे शरीर को विश्राम मिलता है और ताक़त बढ़ती है।
📎 Hydration (हाइड्रेशन) :
▫️फूड पाइजनिंग के कारण दस्त (डायरिया) हो सकता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इसलिए, पर्याप्त पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है। शरबत, नींबू पानी, नारियल पानी या आम पन्ना फायदेमंद होता है।
📎 Food (खाना) :
▫️फूड पाइजनिंग के समय खाने का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। सूप, खिचड़ी, दही, पके हुए सब्जियां आदि शाकाहारी और स्वादिष्ट विकल्प हो सकते हैं।
📎 Avoid harmfull substances (नुक्सानदायक पदार्थों से बचें) :
▫️फूड पाइजनिंग के समय नुक्सानदायक खाद्य पदार्थों जैसे कि, तीखे, मसालेदार, अधिक मीठा , तला हुआ खाना, मांस, अंडे, सीफूड और डेयरी उत्पादों का सेवन कम करना चाहिए।
📎 Consultation (परामर्श ) :
▫️यदि लक्षण गंभीर हो रहे हैं या अधिक समय तक बने रहते हैं, तो चिकित्सक से सलाह लेना बहुत आवश्यक होता है ।
♦️होम्योपैथिक दवाएं जो Foodborne illness (फूड पॉइजनिंग) में कारगर हैं (Medicines)------
▶️ Arsenic album
▶️ Nux vomica
▶️ Carbo veg
▶️ China
▶️ Ipecac
▶️ Veratrum album
▶️ Colocynth
▶️ Lycopodium
[ दी गई मेडिसन का इस्तेमाल करने से पहले होम्योपैथिक डाक्टर से जरूर मिलें। ]
👩🏻⚕️ Dr. Anshika Gupta