Nuterician & U

Nuterician & U This page will share you useful information about your health issues and solutions. If any have any

30/10/2024
25/09/2024
16/09/2024

एक छोटे से गाँव में रामू कुम्हार अपने मिट्टी के बर्तन बनाने के हुनर के लिए मशहूर था। वह रोज़ तड़के उठता, अपने चाक पर मिट्टी रखता, और धीरे-धीरे उसे खूबसूरत बर्तनों में बदलता। उसकी उँगलियों का जादू मिट्टी को ऐसा आकार देता कि लोग उसकी कला को देखकर हैरान रह जाते।

रामू को अपने काम से प्यार था, लेकिन उसके अंदर एक चिंता भी थी। गाँव में मशीनों से बने बर्तन आ रहे थे, जो सस्ते और तेज़ी से बनते थे। लोग अब उसके हाथ से बने बर्तनों को खरीदने में कम दिलचस्पी दिखाने लगे थे। रामू को लगा कि उसकी कला और मेहनत की अब कोई कद्र नहीं रही।

एक दिन गाँव में एक मेला लगा, जहाँ दूर-दूर से लोग आए। रामू ने सोचा कि यह आखिरी मौका है, अगर यहाँ उसके बर्तन नहीं बिके, तो वह शायद यह काम छोड़ देगा। उसने अपने सबसे अच्छे बर्तन मेले में रखे और उम्मीद से लोगों का इंतजार करने लगा।

धीरे-धीरे लोग उसके स्टॉल पर आने लगे। एक बुजुर्ग महिला ने एक बर्तन उठाया और कहा, "ये बर्तन सिर्फ बर्तन नहीं हैं, इनमें एक कहानी है, एक आत्मा है।" और धीरे-धीरे रामू के बर्तन बिकने लगे। उसने महसूस किया कि मशीनें भले ही तेज हों, पर इंसानी हाथों की कला का कोई मुकाबला नहीं।

रामू की मेहनत रंग लाई, और उसने समझा कि सच्ची कला कभी नहीं मरती, बस उसे सहेजने वाला चाहिए।

एक समय की बात है, एक हरे-भरे घास के मैदान में, अंजलि नाम की एक चींटी और वैभव नाम का एक टिड्डा रहता था। अंजलि एक मेहनती च...
13/09/2024

एक समय की बात है, एक हरे-भरे घास के मैदान में, अंजलि नाम की एक चींटी और वैभव नाम का एक टिड्डा रहता था। अंजलि एक मेहनती चींटी थी जो सर्दियों के लिए भोजन इकट्ठा करने में अपना दिन बिताती थी। और वही दूसरी ओर, वैभव ने अपना समय खेलने और गाने में बिताया, और इतनी मेहनत करने के लिए अंजलि का मज़ाक उड़ाया। “तुम इतनी मेहनत क्यों करती हो, अंजलि? आओ और आनंद लो!” वैभव ने कहा.
अंजलि ने उत्तर दिया, “सर्दी आ रही है, गैरी। तैयार रहना महत्वपूर्ण है।”
महीने बीत गए और सर्दी आ गई। घास का मैदान बर्फ से ढक गया, और भोजन दुर्लभ हो गया। टिड्डा वैभव, जिसने सर्दियों के लिए तैयारी नहीं की थी, ठंडा और भूखा था। वह अंजलि के घर गया और खाना मांगा. दयालु होने के कारण अंजलि ने अपना भोजन वैभव के साथ साझा किया। वैभव ने एक मूल्यवान सबक सीखा और तब से कड़ी मेहनत करने और भविष्य के लिए तैयारी करने का फैसला किया।
इस कहानी से हमे शिक्षा मिलती है त्तैयार रहना और कड़ी मेहनत करना महत्वपूर्ण है, लेकिन दयालु होना और जरूरतमंदों की मदद करना भी महत्वपूर्ण है।

11/09/2024

गांव के एक छोटे से कोने में रामू नाम का एक लड़का रहता था। वह बहुत ही समझदार और मेहनती था, लेकिन उसके पास पढ़ाई का साधन नहीं था। रामू के माता-पिता किसान थे, जो दिन रात मेहनत करके फसल उगाते थे। रामू भी अपने माता-पिता की मदद करता था और साथ ही गांव के अन्य बच्चों के साथ खेलता भी था।

एक दिन, गांव में एक नए शिक्षक आए। उन्होंने गांव के बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाने की कोशिश की, लेकिन रामू को यह समझ में नहीं आता था कि पढ़ाई उसके जीवन में क्या बदलाव ला सकती है। वह सोचता था, "मैं अपने माता-पिता के साथ खेती कर लूंगा, पढ़ाई की क्या जरूरत है?"

लेकिन एक दिन, गांव में एक बड़ा मेला लगा। वहां कई लोग आए, जिनमें से कुछ बहुत पढ़े-लिखे थे। वे लोग अच्छी बातें कर रहे थे और गांव के अन्य लोगों के साथ अपने अनुभव साझा कर रहे थे। रामू को महसूस हुआ कि उनके पास कितनी सारी जानकारियां थीं, जो उसे नहीं थी। उसे महसूस हुआ कि पढ़ाई न करने की वजह से वह कई महत्वपूर्ण चीजों से दूर रह गया था।

रामू ने सोचा, "अगर मुझे भी दुनिया की ये सारी बातें समझनी हैं और आगे बढ़ना है, तो मुझे भी सिखना होगा।"

वह अगले दिन उस शिक्षक के पास गया और बोला, "मुझे पढ़ना सिखाइए। मैं भी दुनिया की वो बातें जानना चाहता हूं जो अभी तक मुझसे दूर हैं।"

शिक्षक ने मुस्कुराते हुए कहा, "सिखने का मतलब केवल किताबें पढ़ना नहीं होता, बल्कि जिंदगी को बेहतर समझने और अपने आस-पास की दुनिया को जानने का तरीका है। शिक्षा से हमें अपने अधिकारों का ज्ञान होता है, हम समस्याओं का हल ढूंढ सकते हैं, और सबसे बड़ी बात, हम दूसरों की मदद कर सकते हैं।"

रामू ने तब से ठान लिया कि वह सिखेगा और अपने गांव के अन्य बच्चों को भी सिखाएगा। कुछ सालों बाद, रामू न केवल अपने गांव का सबसे पढ़ा-लिखा लड़का बना, बल्कि वह एक अच्छा शिक्षक भी बना, जिसने गांव के हर बच्चे को पढ़ाई के महत्व को समझाया।

कहानी से शिक्षा मिलती है कि सिखना केवल एक साधन नहीं, बल्कि जीवन का आधार है। यह हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है और हमें सशक्त बनाता है।

Banana ko din ke kisi bhi samay khaya ja sakta hai, lekin kuch khaas samay hote hain jab iska adhik labh hota hai:Subah ...
09/09/2024

Banana ko din ke kisi bhi samay khaya ja sakta hai, lekin kuch khaas samay hote hain jab iska adhik labh hota hai:

Subah ka nashta (Breakfast):

Kele ko subah nashta mein lena accha hota hai kyunki isme bahut saari urja (energy) aur poshak tattva (nutrients) hote hain. Yeh fiber aur potassium se bharpoor hota hai jo din ki shuruaat ke liye behad upyogi hai.
Vyayam se pehle ya baad (Pre/Post Workout):

Vyayam (workout) se pehle kele khane se sharir ko turant urja milti hai. Vyayam ke baad kele khane se sharir ko phir se urja milne mein madad milti hai aur muscles ko relax karne ke liye potassium bhi milta hai.
Raat ko:

Har vyakti ke liye raat ko kele khana upyogi nahi hota. Kuch logon ko ise pachane mein dikat ho sakti hai kyunki kele ka bhaar thoda zyada hota hai. Agar aapko acidity ya pachan (digestion) mein samasya hoti hai, toh raat ko kele khane se bachna chahiye.
Isliye, subah ya din ke samay kele khana sabse zyada labhkari hota hai.

08/09/2024

कहानी: मेहनत का फल
बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक किसान रामू अपने परिवार के साथ रहता था। रामू गरीब था लेकिन बहुत मेहनती। उसका एक छोटा-सा खेत था, जिसमें वह और उसका बेटा मोहन मिलकर काम करते थे। खेत में मेहनत करने के बाद ही उन्हें खाने को अनाज मिलता था।

एक दिन रामू ने मोहन से कहा, "बेटा, मेहनत ही इंसान को सफलता दिलाती है। जब हम पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करेंगे, तब हमें उसका फल ज़रूर मिलेगा।"

मोहन ने रामू की बात सुनी लेकिन उसे यह समझ नहीं आया कि मेहनत से कैसे फल मिलता है। एक दिन मोहन ने खेत में काम करने से मना कर दिया। उसने कहा, "पिताजी, इतनी मेहनत करने के बावजूद भी हम अमीर नहीं बन पाए। इस बार मैं कुछ नहीं करूंगा।"

रामू ने मुस्कुराते हुए कहा, "ठीक है बेटा, तुम इस बार कुछ मत करना। मैं अकेला ही काम करूंगा।"

रामू ने अकेले खेत में बीज बोया और समय पर खेत की देखभाल की। कुछ महीनों बाद फसल लहलहा उठी। फसल को देखकर मोहन हैरान हो गया। उसने सोचा कि बिना मेहनत किए भी फसल हो गई, लेकिन फिर उसे अहसास हुआ कि पिताजी ने तो मेहनत की थी, इसलिए फसल तैयार हुई।

रामू ने मोहन से कहा, "देखो बेटा, अगर मैंने मेहनत नहीं की होती, तो क्या हमें यह फसल मिलती? मेहनत ही सफलता की कुंजी है। बिना मेहनत के कुछ भी हासिल नहीं होता।"

मोहन को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने ठान लिया कि वह भी पिताजी की तरह मेहनत करेगा।

02/09/2024

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक गरीब किसान रहता था। उसके पास बहुत थोड़ी जमीन थी, लेकिन वह अपने बेटे को पढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश करता था। वह चाहता था कि उसका बेटा पढ़-लिखकर बड़ा आदमी बने और गरीबी के चक्र से बाहर निकल सके।

किसान का बेटा पढ़ाई में बहुत होशियार था। वह हमेशा कक्षा में प्रथम आता और गाँव के लोग उसकी तारीफ करते। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, किसान की हालत और भी खराब हो गई। उसके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं बचते थे, लेकिन उसने फिर भी अपने बेटे की पढ़ाई को जारी रखा।

एक दिन किसान बहुत बीमार हो गया और वह काम करने लायक नहीं रहा। उसके पास अब कोई साधन नहीं था कि वह अपने बेटे की पढ़ाई का खर्च उठा सके। किसान का बेटा यह देखकर बहुत दुखी हुआ और उसने सोचा कि वह पढ़ाई छोड़कर काम करने लगे, ताकि अपने पिता की मदद कर सके।

लेकिन किसान ने अपने बेटे से कहा, "बेटा, अगर तुम अपनी पढ़ाई छोड़ दोगे, तो हमारी गरीबी कभी खत्म नहीं होगी। शिक्षा ही तुम्हें इस गरीबी से बाहर निकाल सकती है। इसलिए, पढ़ाई को कभी मत छोड़ो।"

बेटे ने अपने पिता की बात मान ली और पढ़ाई जारी रखी। वह कड़ी मेहनत करता रहा और अंततः उसने उच्च शिक्षा प्राप्त की। उसकी मेहनत रंग लाई और वह एक बड़ा अधिकारी बन गया। अब वह अपने पिता और गाँव के लोगों की मदद करने में सक्षम था।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि शिक्षा का महत्व बहुत बड़ा है। शिक्षा ही हमें जीवन में आगे बढ़ने और कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति देती है। शिक्षा वह साधन है, जो हमें हमारे सपनों को साकार करने में मदद करती है।

01/09/2024

केले खाने के कई फायदे होते हैं। यह फल न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। यहाँ केले खाने के कुछ प्रमुख फायदे दिए गए हैं:

1. ऊर्जा का अच्छा स्रोत:
केला तुरंत ऊर्जा देने वाला फल है। इसमें कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसलिए इसे अक्सर खेलों में हिस्सा लेने वाले लोग या थकावट महसूस करने वाले लोग खाते हैं।
2. पाचन में मददगार:
केले में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में भी सहायक है।
3. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी:
केले में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
4. मूड सुधारने में सहायक:
केले में ट्रिप्टोफैन नामक एक अमीनो एसिड पाया जाता है, जो शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है। सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है, जो मूड को अच्छा रखने में मदद करता है और तनाव को कम करता है।
5. वजन घटाने में मददगार:
केले में फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होती है, जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसे खाने से पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे ओवरईटिंग से बचा जा सकता है।
6. हड्डियों के लिए फायदेमंद:
केले में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
7. मस्तिष्क के लिए लाभकारी:
केले में विटामिन बी6 होता है, जो मस्तिष्क के विकास और उसे स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह ध्यान केंद्रित करने और याददाश्त को सुधारने में भी सहायक है।
8. त्वचा के लिए फायदेमंद:
केले में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन्स त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद करते हैं। केला खाने से त्वचा में निखार आता है और झुर्रियों से बचाव होता है।
9. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना:
केले में विटामिन सी होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
10. खेलों में प्रदर्शन सुधारने में मददगार:
खेलों में हिस्सा लेने वाले लोग अक्सर केले का सेवन करते हैं क्योंकि यह मांसपेशियों की ऐंठन को रोकने और ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है।
केले को अपने दैनिक आहार में शामिल करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

01/09/2024

एक बार की बात है, एक बड़े शहर में एक अमीर व्यापारी रहता था। उसके पास सब कुछ था—धन, मान-सम्मान, और एक बड़ा व्यापार। लेकिन वह हमेशा अपने घर में काम करने वाले नौकरों को छोटा समझता था और उन्हें कभी आदर नहीं देता था।

एक दिन, उस व्यापारी के घर में एक बड़ी पार्टी का आयोजन था। उसने अपने सभी दोस्तों और व्यापारिक सहयोगियों को बुलाया था। घर की सफाई, सजावट, और खाने-पीने का इंतजाम नौकरों को करना था। वे सभी पूरे मन से अपने-अपने काम में लगे हुए थे।

पार्टी के दिन, सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था। व्यापारी अपने दोस्तों के साथ गर्व से बात कर रहा था। तभी, अचानक बिजली चली गई और पूरे घर में अंधेरा छा गया।

व्यापारी घबरा गया और उसने तुरंत अपने नौकर रामू को बुलाया, जो बिजली के काम में निपुण था। रामू ने तुरंत अपना काम शुरू किया और थोड़ी ही देर में बिजली वापस आ गई। पार्टी फिर से रौशनी में चमक उठी।

उस समय व्यापारी को एहसास हुआ कि जो काम उसने हमेशा छोटा समझा था, वही काम उस समय सबसे बड़ा बन गया।

पार्टी के बाद, व्यापारी ने अपने सभी नौकरों को बुलाया और कहा, "मैंने हमेशा तुम्हारे काम को छोटा समझा, लेकिन आज मुझे यह समझ में आ गया कि कोई भी काम छोटा नहीं होता। हर काम की अपनी अहमियत होती है। आज अगर रामू न होता, तो मेरी पार्टी बर्बाद हो जाती।"

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। हर काम का अपना महत्व होता है, और हमें हर व्यक्ति के काम का सम्मान करना चाहिए।

Address

Karnal
Karnal
132001

Telephone

8950115444

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Nuterician & U posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram