16/07/2024
गहतोड़ी विमेंस हॉस्पिटल रामनगर रोड, काशीपुर* की डायरेक्टर डॉ भारती पंत गहतोड़ी( MBBS MD Delhi)*
हाई रिस्क प्रसूति - एडवांस फीटल अल्ट्रासाउड - डॉपलर , एडवांस इनफर्टिलिटी अल्ट्रासाउंड स्पेशलिस्ट)
के द्वारा हाल ही में दिए गए साक्षात्कार के अंश
प्रश्न ) मैडम, फीटल मेडिसिन ,हमे इस नई स्पेशियलिटी ब्रांच के बारे में विस्तारपूर्वक बताएं ?
उत्तर) फीटल मेडिसिन , स्त्री प्रसूति विभाग से संलग्न एक एडवांस व स्पेशलाइज़्ड ब्रांच है। इसमें पारंगत स्पेशलिस्ट , हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में फीटल मेडिसिन विधि के जरिए मां और गर्भ में अजन्मे शिशु को प्राणघाती खतरों से बचाने की कोशिश करते हैं। नार्मल एवं जटिल प्रसूति को संभालने की दक्षता के साथ , गर्भ में पल रहे भ्रूण की पहली तिमाही से आवश्यकता अनुसार उपयुक्त एडवांस अल्ट्रासाउंड , स्पेशलाइज्ड ब्लड जांच व कभी कभार जेनेटिक टेस्ट का उपयोग किया जाता है । इनसे शारीरिक और मानसिक अपंगताओं, विसंगतियों और खून के बहाव में कमी से उत्पन्न जटिलताओं का पूर्वानुमान लगाया जाता है, और विस्तृत विश्लेषण व उपयुक्त मॉनिटरिंग करके सही समाधान करने की कोशिश करते है।
विदेशों में ये विधि 20 - 25 साल से उपयोग में है मगर भारत में ये केवल 10 - 15 साल में आरंभ हुई है ।
प्रश्न ) फीटल मेडिसिन स्पेशलिस्ट , दूसरे डॉक्टरों से भिन्न कैसे होते हैं ?
उत्तर) :- एक रिसर्च के अनुसार 20% गर्भवती महिलाओं की प्रेगनेंसी जटिल या हाई रिस्क होने की संभावना होती है। ऐसी जटिल गर्भावस्था के पूर्वानुमान और आंकलन के लिए इस विकसित समय में सिर्फ बीमारी की विस्तृत जानकारी, शारीरिक परिक्षण , स्पेशलाइज़्ड ब्लड टेस्ट ही काफ़ी नही बल्कि साथ में एडवांस विधि से 3D-4D अल्ट्रासाउंड व जेनेटिक टेस्टिंग का उपयोग करके उचित निष्कर्ष पर पहुंचा जाता है । गर्भस्थ शिशु के आनुवांशिक ,जेनेटिक और मानसिक मंदता से पीड़ित होने की सम्भावना और उसके वातावरण एवं खून की धमनियों में प्रवाह ( blood flow ) का परिक्षण करना अनिवार्य हो गया है। इनका निरिक्षण , विस्तृत आंकलन और इलाज की सभी संभावनाओं के बारे फीटल मेडिसिन विशेषज्ञ सम्पूर्ण अनुभव रखते हैं। आधुनिक एडवांस तकनीक में निपुणता , शैक्षिक योग्यता और अनुभव इस शाखा की मूलभूत धुरी है।
प्रश्न) अल्ट्रासाउंड के अलावा फीटल मेडिसिन स्पेशलिस्ट अन्य कौनसी प्रक्रिया द्वारा हाईरिस्क गर्भावस्था में मदद करते हैं?
उत्तर):- भ्रूण में अल्ट्रासाउंड या स्पेशलाइज्ड ब्लड टेस्ट द्वारा अगर शारीरिक विकृति या मानसिक अपंगता का संकेत मिलता है तो उसका आनुवांशिक या जेनेटिक कारण ढूंढने के लिए फीटल मेडिसिन विशेषज्ञ, कोरियोनिक विलस सैंपलिंग (CVS), एमनियोसेंटेसिस (Amniocentesis), फीटल ब्लड सैंपलिंग(FBS )और फीटल ब्लड ट्रांस्फ्यूजन (FBT )जैसी एडवांस प्रक्रियाएं का उपयोग करते हैं । विश्व और भारत के कुछ सेंटर में फीटल थेरेपी की सुविधा भी उपलब्ध है।
प्रश्न ) फीटल मेडिसिन के अंतर्गत गर्भवती महिला को प्रमुखत: कौन से अल्ट्रासाउंड करवाने चाहिए?
उत्तर):- गर्भावस्था के दौरान सुनियोजित उपचार हेतु उन कीमती नौ महीनों को मुख्यतः तीन तिमाही में विभाजित किया जाता है । इस समय मुख्य अल्ट्रासाउंड हैं -
1) NT - NB ( न्यूकल ) स्कैन- ये पहली तिमाही (11- 14 हफ्ते ) के सीमित अंतराल में होने वाला बहुत ही विस्तृत और जानकारीपूर्ण अल्ट्रासाउंड है ।
a)डाउन सिंड्रोम जैसे अनेकों मानसिक मंदता सम्बन्धित अनुवांशिक विकार की स्क्रीनिंग इस स्कैन का मुख्य उद्देश्य है।
b)इसके अलावा ये 60-70 % जानलेवा शारीरिक आकार विकार को ढूंढने की भी क्षमता रखता है।
c)न्यूकल स्कैन प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में अचानक अत्यधिक ब्लड प्रेशर बढ़ने की संभावना का सटीक पूर्वानुमान (Preeclampsia screening) भी करता है । गर्भावस्था के शुरुआत में जानलेवा स्थितियों का सटीक आंकलन समय रहते सही फैसले लेने में मदद करता है ।
2) संपूर्ण आकार विकार ( लेवल II ) स्कैन - ये दूसरी तिमाही (18- 20 हफ्ते) में होने वाला अत्यधिक महत्वपूर्ण अल्ट्रासाउंड है । इस तिमाही तक गर्भस्थ शिशु के ज्यादातर अंग खासकर मस्तिष्क और दिल का पूर्ण विकास हो जाता हैं इसलिए उनका बेहतर आंकलन संभव होता है। इस समय का ये अल्ट्रासाउंड दक्ष हाथों में 80- 90 % शारीरिक आकार विकार के आंकलन की क्षमता रखता है ।
3) जेनेटिक स्क्रीनिंग ( GENETIC SCREENING ) - डाउन सिंड्रोम (Down's syndrome) और अन्य आनुवांशिक बीमारियों का पूर्व या वर्तमान के टेस्ट द्वारा संकेत मिलने पर विस्तृत स्कैन ।
4) फीटल इको ( FETAL ECHO )( 20- 24 हफ्ते ) - अजन्मे शिशु के दिल में आकार विकार होने की सम्भावना होने पर विस्तृत आंकलन किए जाने वाला एडवांस स्कैन ।
5) फीटल न्यूरोसोनोग्राफी (fetal-neurosonography) स्कैन - लेवल 2 अल्ट्रासाउंड के दौरान अजन्मे शिशु के मस्तिष्क आकर विकार मिलने पर विस्तृत आंकलन के लिए एडवांस स्कैन ।
प्रश्न) जटिल गर्भावस्था की कड़ी निगरानी के लिए फीटल मेडिसिन स्पेशलिस्ट कौन से अतिरिक्त अल्ट्रासाउंड का उपयोग करती हैं ?
उत्तर):- भ्रूण सम्बन्धित आकार विकार के अलावा मां और आंवल नाल( प्लेसेंटा व कोर्ड) की अनेकों कमियों के कारण संभव है। इनके लिए भी अल्ट्रासाउंड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । जैसे -
1) हाई रिस्क फीटल डॉप्लर ( Fetal DOPPLER ) - माँ और भ्रूण की खून की धमनियों में खून के कम प्रवाह होने से बच्चे में दुष्परिणाम का आंकलन। ये कमी जितनी जल्दी आयेगी उतना ही भ्रूण पर दुष्प्रभाव पड़ेगा। इस समस्या का आंकलन , समय समय पर डोपलर निरिक्षण और उपचार को फीटल मेडिसिन स्पेशलिस्ट बखूबी निभाते है।
2) प्लासेंटा आकार विकार स्कैन ( PLACENTAL MORPHOLOGY ) स्कैन -
ये बहुत स्पेशलाइज्ड अल्ट्रासाउंड है जो 2D - 3D एवं कलर डॉपलर की मदद से पूर्व या वर्तमान गर्भावस्था में भ्रूण की बार - बार आकस्मिक मृत्यु(IUD/stillbirth), दो से अधिक गर्भपात(RPL), भ्रूण का अत्याधिक वज़न या पानी कम होने ( IUGR ) जैसी अनसुलझे कारणों को सुलझाने की क्षमता रखता है।
3) प्लेसेंटा एक्रिता ( PLACENTA ACCRETA ) स्कैन - एक से अधिक सिजेरियन ऑपरेशन गर्भवती महिला के आंवल की गर्भाशय पर चिपकने की सम्भावना बड़ा देते हैं । ये एक जानलेवा स्थिति है और इसका पूर्वानुमान ( 70-80% ) इस विशेष अल्ट्रासाउंड द्वारा संभव है।
4) जुड़वाँ और उससे अधिक प्रेगनेंसी - गर्भाशय में एक से अधिक बच्चा प्रेगनेंसी को कई कारणों से अन्य महिलाओं से जटिल बना देती है।
5) *सर्वाइकल लेंथ ( CERVICAL LENGTH ) स्कैन -*असम्यक प्रसव के पुर्वानुमान के लिए इस अल्ट्रासाउंड की सलाह दी जाती है।
प्रश्न) वंशावली विश्लेषण (Pedigree analysis)क्या होता है?ये किन लोगों में अनिवार्य होता है ?
उत्तर) ये एक फीटल मेडिसिन एक्सपर्ट की अतिरिक्त विशेषज्ञता है जिसके द्वारा वह अपने जेनेटिक्स के ज्ञान का उपयोग करके परिवार में या पूर्व की गर्भावस्था में अगर किसी आनुवांशिक बीमारी का इतिहास है अपितु वर्तमान में कोई संकेत हैं तो विस्तृत जानकारी लेकर वंशावली का चित्रण बनाया जाता है । फिर इसका अध्ययन करके उपयुक्त जांच और इलाज की सलाह दी जाती है ।
आपको ये जानकर हर्ष होगा की 2014 से डॉ भारती पंत गहतोड़ी अपने अस्पताल में अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करके मेटरनल - फीटल मेडिसिन की प्रैक्टिस सुचारू रुप से चला रही हैं।
धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏