National Medicare Hospital and Research Centre Jalkoura

National Medicare Hospital and Research Centre Jalkoura Multidisciplinary Hospital with primary and secondary level of Treatment

19/09/2025
बच्चों में एक बीमारी अभी फैली हुई है... हाथ, पैर और मुँह की बीमारी (Hand, Foot and Mouth Disease – HFMD)यह क्या है?बच्चो...
18/09/2025

बच्चों में एक बीमारी अभी फैली हुई है... हाथ, पैर और मुँह की बीमारी (Hand, Foot and Mouth Disease – HFMD)

यह क्या है?
बच्चों में होने वाला एक सामान्य वायरल संक्रमण।
ज़्यादातर 5 वर्ष तक के बच्चों को प्रभावित करता है।
यह एंटरोवायरस से होता है।

लक्षण
✅ हल्का/मध्यम बुखार
✅ गले में खराश
✅ छाले – मुँह, जीभ और होंठ पर
✅ लाल दाने/फफोले – हथेलियों, तलवों, नितंबों पर
✅ खाने-पीने में दिक़्क़त
✅ कमजोरी व चिड़चिड़ापन

बीमारी कैसे फैलती है?
संक्रमित बच्चे की लार, छींक, खाँसी से।
छालों के तरल से।
गंदे हाथों, खिलौनों व बर्तनों से।
भीड़भाड़ और स्कूल में तेजी से फैल सकती है।

इलाज
कोई विशेष दवा/टीका नहीं।
सामान्यतः 7–10 दिन में ठीक हो जाती है।
लक्षणों से राहत के लिए:
बुखार/दर्द हेतु पैरासिटामोल।
पानी, जूस, सूप अधिक मात्रा में।
मुलायम और ठंडी चीजें जैसे दही, खिचड़ी, आइसक्रीम।

घर पर ध्यान दें
👉 बच्चे को आराम दें।
👉 बार-बार हाथ धोएं।
👉 बच्चे को 5–7 दिन स्कूल/डे-केयर से दूर रखें।
👉 संक्रमित बच्चे के बर्तन, कपड़े, खिलौने अलग रखें।
👉 बच्चे को बार-बार तरल आहार दें।

कब डॉक्टर से मिलें?
⚠️ लगातार तेज़ बुखार (38.5°C से ऊपर)
⚠️ बच्चा पानी न पी पाए और डिहाइड्रेशन हो
⚠️ बच्चा बहुत सुस्त हो या दौरे आएं
⚠️ छालों में पस भर जाए

✅ यह बीमारी हल्की और स्वतः ठीक होने वाली होती है, परंतु साफ-सफाई और लक्षणों की देखभाल बहुत ज़रूरी है।

सतुआ!मां कहती हैं कि सतुआ तब तक सतुआ नहीं कहलाता जब तक वो सात अनाज से मिलकर न बना हो।सत्तू में मक्की, जौ, ज्वार, मटर, चन...
17/09/2025

सतुआ!
मां कहती हैं कि सतुआ तब तक सतुआ नहीं कहलाता जब तक वो सात अनाज से मिलकर न बना हो।
सत्तू में मक्की, जौ, ज्वार, मटर, चना, बाजरा और गेहूं मां डालती थी।
इन सभी अनाज को भिगो कर सुखाती थी और फिर भाड़ में भूनने के लिए भिजवा देती थीं।
भुजैइन काकी की पारिश्रमिक अलग से चावल बांध कर देती थीं। अगर उन्हें अलग से मेहनताना नहीं दिया जाता था तो काकी भूनने के लिए आए अनाज का कुछ हिस्सा भुजाई के मूल्य के रूप में रख लेती थीं।
भाड़ में पहले से ही भीड़ लगी रहती है। कोई पसर भर मटर ले आया है तो कोई चना लाया है, किसी के पास एक सिकौहुली मकई के दाने हैं तो कोई भुजिया चाउर लाया है।
काकी जिसका भूजा भूजती थी उससे ही भाड़ झोकवाती थीं। बगिया के पेड़ो से गिरी पत्तियां बहार कर खांची में दबा दबा कर भर लाती थीं और यही उनके भाड़ का ईंधन होता था।
भाड़ जलते ही भाड़ से हवा के सर पर सवार हो कर उड़ती आती सोंधी सुगंध जब नाक में चढ़ती थी तो फिर मन गर्म गर्म भूजा चबाने के लिए बेताब हो उठता था।
मां फिर कुछ न कुछ देकर भुजाने भेज देती थीं।
जो आनंद गर्म गर्म भूजे भूजा का होता है उतना स्वाद रखे हुए में नहीं आता है।
खैर सतुआ से चले थे भूजा पर आ अटके तो सतुआ की तरफ वापिस चलते हैं।
सतुआ जब भुजा कर आ जाता था तब जांता धोया जाता था आस पास चिकनी मिट्टी से लीप कर साफ किया जाता था और फिर मां, काकी मिलकर सतुआ पीसती थीं।
दोपहर जब तीन बजे वाली भूख लगती थी तब भोजन के बजाय हमारे गांव का दो मिनट वाला चटपटा, स्वास्थ्य वर्धक, पौष्टिक आहार तैयार होता था।
फटाफट नमक डाल कर घोल लिया चटनी, प्याज, सिरका, हरी मिर्च संग खा कर आनंद लिया।
हमारे सनातन धर्म में बेटी के घर का पानी पीना निषेध किया गया है सो हमारे बुजुर्ग जब कभी बिटिया के घर जाते थे तो संग में सतुआ बांध ले जाते थे। गांव में किसी के घर से पानी मंगवा कर घोलकर सतुआ खा लेते थे।
खाने से मेरा तात्पर्य खाना ही है अब आप लोग सोचेंगे कि सत्तू तो पिया जाता है और मैं खाना लिख रही हूं तो सत्तू अब पिया जाने लगा है पहले गाढ़ा सा घोलकर उंगली से चाट चाट कर खाया ही जाता था।
जिसको मीठा पसंद होता था वो सत्तू में राब डालकर मुट्ठी बना कर खाता था।
घर का कोई सदस्य सुबह जल्दी कहीं जाने लगता था तो सत्तू सबसे उत्तम भोजन होता था। दूर जाना है तो सत्तू बांध कर साथ ले जाता था।
हमारे यहां सतुआन नाम से बाकायदा एक लोकपर्व है उसमें उस दिन घर के सभी सदस्य एक समय सतुआ ही खाते हैं और उस दिन सतुआ खाना अनिवार्य माना जाता है।
C & P

09/09/2025
07/09/2025

Getting into an American medical school requires high GPA, do well in the medical school admission exam; it is very competitive. Many Americans go to medical schools in the Caribbean, Mexico and other countries because of level of toughness In America, most of the better white students no longer seek medicine as a career. The better white students enter finance/law where it is much more financially rewarding & virtually zero litigation .
अमेरिकी मेडिकल स्कूल में प्रवेश के लिए उच्च GPA और मेडिकल स्कूल प्रवेश परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन आवश्यक है; यह बहुत प्रतिस्पर्धी है। कई अमेरिकी कठिनाई के कारण कैरिबियन, मैक्सिको और अन्य देशों में मेडिकल स्कूलों में जाते हैं। अमेरिका में, अधिकांश बेहतर श्वेत छात्र अब चिकित्सा को करियर के रूप में नहीं चुनते। बेहतर श्वेत छात्र वित्त/कानून के क्षेत्र में जाते हैं, जहां अधिक आर्थिक लाभ है और मुकदमों का जोखिम लगभग शून्य है।

🌽 कॉर्न सिल्क (मकई का मोछा)टी – प्राकृतिक सेहत का अनदेखा राज़ ☕💛हम में से ज़्यादातर लोग मक्के के भुट्टे के ऊपर के सुनहरे...
15/08/2025

🌽 कॉर्न सिल्क (मकई का मोछा)टी – प्राकृतिक सेहत का अनदेखा राज़ ☕💛

हम में से ज़्यादातर लोग मक्के के भुट्टे के ऊपर के सुनहरे-भूरे रेशों (कॉर्न सिल्क) को बेकार समझकर फेंक देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, ये रेशे हज़ारों सालों से प्राकृतिक चिकित्सा में एक असरदार औषधि के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे हैं? इन्हीं रेशों से बनने वाली कॉर्न सिल्क टी स्वाद में हल्की और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है।

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📌 कॉर्न सिल्क टी के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ:

1. विटामिन C का बढ़िया स्रोत – रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करता है।

2. ब्लड शुगर कम करता है – डायबिटीज़ कंट्रोल में सहायक।

3. गठिया में राहत – यूरिक एसिड को संतुलित करके सूजन घटाता है।

4. बच्चों की बेडवेटिंग समस्या में सुधार।

5. किडनी के लिए लाभकारी – किडनी स्टोन और संक्रमण से बचाव।

6. पाचन शक्ति बढ़ाता है – गैस, कब्ज और अपच में मददगार।

7. रक्तस्राव नियंत्रित करता है – चोट या मासिक धर्म में मददगार।

8. मूत्र की मात्रा बढ़ाता है – शरीर से टॉक्सिन निकालता है।

9. आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।

10. त्वचा रोगों में मददगार – रैशेज़, दाने और फोड़े में राहत।

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🫖 कॉर्न सिल्क टी बनाने की विधि:

सामग्री:
1 कप पानी, 1-2 चम्मच सूखे या ताजे कॉर्न सिल्क

विधि:
पानी में कॉर्न सिल्क डालकर 5-7 मिनट तक उबालें।
छानकर इसमें नींबू का रस या शहद डालें और गरम-गरम पिएं।

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⚠️ सावधानियां:

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसे बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।

यदि आपको गंभीर किडनी, हृदय या ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो पहले विशेषज्ञ से परामर्श लें।

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🌱 निष्कर्ष:
कॉर्न सिल्क टी एक सस्ती, प्राकृतिक और असरदार हर्बल ड्रिंक है जो आपके शरीर को डिटॉक्स करती है, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और कई बीमारियों से बचाव करती है।

न्यूयॉर्क के एक 60 वर्षीय व्यक्ति ने टेबल सॉल्ट को जहरीले सोडियम ब्रोमाइड से बदल दिया, जब चैटजीपीटी ने इसे विकल्प के रूप...
15/08/2025

न्यूयॉर्क के एक 60 वर्षीय व्यक्ति ने टेबल सॉल्ट को जहरीले सोडियम ब्रोमाइड से बदल दिया, जब चैटजीपीटी ने इसे विकल्प के रूप में सुझाया। इससे उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हुईं, जिनमें मतिभ्रम और भ्रम की स्थिति शामिल थी, और उन्हें तीन सप्ताह तक अस्पताल में रहना पड़ा। डॉक्टरों ने चेतावनी दी: बिना चिकित्सकीय देखरेख के कभी भी एआई की स्वास्थ्य सलाह का पालन न करें।
A 60-year-old from New York replaced table salt with toxic sodium bromide after ChatGPT suggested it as an alternative. He developed severe health issues, including hallucinations and confusion, and was hospitalized for three weeks. Doctors warn: never follow AI health advice without medical supervision.

नोनिया साग खाने वाले को कभी हार्ट ब्लॉकेज नहीं हो सकती और भी बहुत फायदे है।
09/08/2025

नोनिया साग खाने वाले को कभी
हार्ट ब्लॉकेज नहीं हो सकती
और भी बहुत फायदे है।

04/08/2025

He could have chosen wealth, but Dr Rahman picked Rs 50 patients instead. What made him walk away from Delhi’s top hospitals to serve his hometown in Bihar?

04/08/2025

गांव में इलाज की नई उम्मीद, 50 रुपये में बने 50 बेड का अस्पताल
क्या है कहानी?
डॉ. एमएस जियाउर रहमान की नई दिल्ली में एक बड़े निजी अस्पताल में नौकरी थी। एक बार बिहार के खगड़िया जिले से आए मरीज ने बताया कि उसके गांव में डॉक्टर ही नहीं हैं। यह जानकर डॉ. रहमान ने गांव में ही प्रैक्टिस शुरू कर दी। धीरे-धीरे संसाधन जुटाए और अब वहां 50 बेड का अस्पताल बन गया है। यहां सिर्फ 50 रुपये फीस में मरीजों का इलाज होता है। गरीबों के लिए उनका यह कदम सच्ची सेवा की मिसाल बन गया है।

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